देश में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के दस्तक के बाद स्थिति और गंभीर हो गयी है। कोरोनावायरस संक्रमण के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने दुनियाभर में एक बार फिर से खौफ पैदा कर दिया है। ओमिक्रोन वैरिएंट कोरोनावायरस का अब तक का अपने स्वरूप में सबसे ज्यादा बदलाव करने वाला वैरिएंट है। यही कारण है कि इस नए वैरिएंट को सबसे ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी पिछले हफ्ते में कोरोनावायरस (SARS-CoV-2) के नए वैरिएंट ओमिक्रोन (B.1.1.1.529) को वैरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित किया है। क्यों हेल्थ एक्सपर्ट्स ने दावा किया है कि इस नए वैरिएंट में सबसे ज्यादा बदलाव होने के कारण RT-PCR टेस्ट से इसका सटीक पता भी नहीं चल सकता है। चूंकि पिछले दो सालों में कोरोनावायरस में कई उत्परिवर्तन हुए हैं और इसके जीन में लगातार होने वाले बदलाव की वजह से मॉलिक्यूलर, एंटीजन और सीरोलॉजी टेस्ट में इसका सटीक पता लगाने में दिक्कत हो रही है। इस वैरिएंट के संक्रमण में अगर आपको कुछ लक्षण दिखाई देते हैं तो डॉक्टर से संपर्क करना बहुत जरूरी माना जाता है। आइये जानते हैं ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमित होने के बाद दिखने वाले लक्षणों के बारे में।
ओमिक्रोन वैरिएंट के लक्षण (Omicron Variant Symptoms)
Onlymyhealth के एक एक्सक्लूसिव लाइव सेशन में मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल साकेत, दिल्ली के प्रिंसिपल डायरेक्टर एंड हेड पल्मोनोलॉजी, डॉ विवेक नांगिया ने बताया था कि यह कहना बहुत मुश्किल है कि इस वेरिएंट के लक्षण पुराने वेरिएंट की तुलना में अलग हैं, क्योंकि यह एक नया वेरिएंट है जिसके बारे में पर्याप्त जानकारी अभी नहीं है। इस नए वेरिएंट के लक्षणों के बारे में जानकारी के लिए हमें कुछ दिन तक संक्रमित लोगों की निगरानी करने की जरूरत है। लेकिन यह कहा जा सकता है कि यह वेरिएंट पहले की तुलना में अधिक खतरनाक है। एक्सपर्ट्स और शोधकर्ताओं के मुताबिक अगर आपको ओमिक्रोन वैरिएंट के संक्रमण में दिखने वाले ये लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
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1. फ्लू की समस्या।
2. गंभीर रूप से बुखार और शरीर दर्द।
3. गले में खराश और बोलने में कठिनाई।
4. ऑक्सीजन के स्तर में गिरावट (फिलहाल ये लक्षण हर व्यक्ति में नहीं दिखाई देता है)।
5. निमोनिया के लक्षण।
अगर आपको ये लक्षण लंबे समय तक दिखाई देते हैं तो तुरंत चिकित्सक की सलाह लेनी जरूरी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक कोरोनावायरस के वैरिएंट में कई म्यूटेशन के बाद ओमिक्रोन वैरिएंट बना है जिसकी वजह से इसकी संक्रमण क्षमता अधिक मानी जा रही है। दुनियाभर में वैज्ञानिकों द्वारा इसके उत्परिवर्तन और संक्रमण क्षमता के साथ-साथ इस पर वैक्सीन के प्रभाव के बारे में जांच की जा रही है। WHO ने भी कोरोना के नए ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर एक बयान जारी किया है जिसमें कहा गया है कि लैब में टेस्टिंग के दौरान इस नए वैरिएंट की पहचान हुई है। लैब में आरटी पीसीआर टेस्ट में इसके तीन जीन को टार्गेट किया गया था जिसमें से एक जीन की पहचान नहीं हुई है।
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इस वैरिएंट के संक्रमित मरीजों में कोई विशेष लक्षण नहीं देखे गए हैं। देश में अब तक मिले लगभग सभी मामलों में या तो कोई लक्षण दिखाई नहीं दिए हैं या फिर सामान्य रूप से बुखार, जुकाम और खांसी के लक्षण सामने आये हैं। ऐसे में कोरोना इस बात का पता लगना भी काफी मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा कुछ लोगों का मानना है कि आरटी पीसीआर टेस्ट से भी कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को डिटेक्ट करने में परेशानी होती है। एक्सपर्ट्स हमेशा लोगों को यही सलाह देते हैं कि कोरोना से बचाव के लिए जरूरी सभी प्रोटोकॉल को फॉलो करें और सावधानियों का ध्यान रखें। इसके अलावा सरकार द्वारा देश भर में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। डॉक्टर्स और हेल्थ एक्सपर्ट्स की सलाह है कि जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीनेशन नहीं कराया है वे वैक्सीन के दोनों डोज जरूर लें।
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