When Do You Need a Tetanus Shot: आपने अपनी लाइफ में कभी न कभी टिटनेस का इंजेक्शन तो जरूर लगवाया होगा। यह हमारी बॉडी के लिए एक वैक्सीन की तरह काम करता है, जिससे इंफेक्शन फैलने का खतरा कम होता है। जब किसी व्यक्ति को कोई जानवर कांट लेता है, तो उसे टिटनेस का इंजेक्शन लगवाने की सलाह दी जाती है। वहीं लोहे या मेटल से चोट लगने पर भी टिटनेस का इंजेक्शन लगवाने की सलाह दी जाती है। अब सवाल यह आता है कि टिटनेस का इंजेक्शन लगवाने के बाद क्या दुबारा जिंदगी भर इसका इंजेक्शन लगवाने की जरूरत नहीं होती है? क्या आप जानते हैं किन स्थितियों में टिटनेस का इंजेक्शन लगवाना जरूरी होता है। साथ ही चोट लगने के कितनी देर बार इंजेक्शन लगवाना चाहिए? टिटनेस से जुड़े ऐसे ही कई प्रश्नों के उत्तर जानने के लिए हमने बात कि फरीदाबाद के यथार्थ सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल से इंटरनल मेडिसिन एंड रुमेटोलॉजी के डॉयरेक्टर डॉ जयंत थकुरिया से। एक्सपर्ट से इस लेख में समझें टिटनेस से जुड़े इन सवालों के जवाब।
पहले समझें टिटनेस का इंजेक्शन क्यों लगवाया जाता है? Why Tetanus Injection Is Required
टिटनेस बैक्टीरिया के कारण फैलने वाला इंजेक्शन होता है। इस संक्रमण से बचने से लिए डॉक्टर्स टिटनेस का इंजेक्शन लगवाने की सलाह देते हैं। टिटनेस इंफेक्शन फैलने से नर्वस सिस्टम पर बुरा असर पड़ता सकता है। टिटनेस इंफेक्शन होते ही मांसपेशियों में अकड़न, गले में दर्द, खाने-पीने में परेशानी और सांस लेने में परेशानी होने जैसे लक्षण नजर आने लगते हैं। इसलिए इसका इंजेक्शन समय पर लगवाना बहुत जरूरी है।
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टिटनेस का इंजेक्शन लगाने की जरूरत कब होती है? Conditions In Which Tetanus Injection Is Required
एक्सपर्ट के मुताबिक इन स्थितियों में आपको 48 घंटे के भीतर ही टिटनेस का इंजेक्शन लगवाना चाहिए-
गहरा घाव या चोट लगना
अगर आपको जंक लगे लोहे या मेटल से चोट लगी है, तो तुरंत इंजेक्शन लगवाएं। इसके अलावा, किसी नुकीली चीज से चोट लगने या घाव होने पर भी टिटनेस इंजेक्शन जरूरी होता है। अगर आपको चोट गंदगी या जंक लगी किसी चीज से चोट लगी है तो टिटनेस का इंजेक्शन जरूरी है। गहरी चोटे क्लोस्ट्रीडियम टेटानी बैक्टीरिया के पनपने के लिए वातावरण देती हैं, जिससे टेटनस इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
जानवर के काटने पर
जानवरों के काटने से टिटनेस इंफेक्शन होने का खतरा रहता है। ऐसे में बैक्टीरिया शरीर में घुसकर इंफेक्शन का खतरा बढ़ाने लगते हैं। ऐसे मामलों में, घाव की तुरंत पूरी तरह सफाई करके इंजेक्शन लगवाना जरूरी होता है। ऐसे में टिटनेस और रेबीज प्रोफिलैक्सिस दोनों इंजेक्शंस लगवाना जरूरी होता है।
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जलने या कुचलने की चोट
जलने और शरीर के किसी हिस्से के कुचलने जैसी चोटों के लिए भी टिटनेस का इंजेक्शन लगवाना जरूरी है। क्योंकि ये इंफेक्शन टिशुज को डेमैज करके चोट वाली जगह तक ऑक्सीजन पहुंचने से रोक सकता है। ये स्थितियां टिटनेस बैक्टीरिया को बढ़ने में आसान बनाती हैं इसलिए ऐसे में तुरंत इंजेक्शन लगवाना चाहिए।
गंंदगी से लगी चोट
अगर आपको मिट्टी, खाद या गंदे पानी के संपर्क में आने से कोई चोट या घाव हुआ है, तो इसे नजरअंदाज न करें। ऐसे में आपको टिटनेस का इंजेक्शन तुरंत लगवाना चाहिए। इसके अलावा, खरोंच लगने जैसी मामूली चोट भी अगर गंदगी से जुड़ी हुई है, तो इंजेक्शन जरूर लगवाएं। इससे टिटनेस के इंफेक्शन को फैलने से रोका जा सकता है। इसके अलावा, सर्जरी और डिलीवरी के बाद भी इसका इंजेक्शन लगवाने की सलाह दी जाती है।