Common Skin Conditions in Newborns in Hindi: माता-पिता बनना किसी भी कपल की लाइफ के सबसे खूबसूरत पलों में से एक हैं। लेकिन ये जितना सुखदायक होता है, उतनी ही समस्याओं को साथ लेकर आता है। शिशुओं को संभालपान काफी मुश्किल होता है, क्योंकि शिशुओं के साथ कई ऐसी स्वास्थ्य समस्याएं लगी रहती हैं, जो नए माता-पिता के लिए समझना काफी मुश्किल होता है। इन्हीं समस्याओं में कई ऐसी स्किन से जुड़ी समस्याएं (newborn baby common skin problems) हैं, जो अक्सर नवजात शिशुओं में आम होती है। लेकिन, कई बार, पेरेंट्स अपने शिशुओं की स्किन पर होने वाली इन समस्याओं को देखकर परेशान हो जाते हैं। आइए यथार्थ अस्पताल के कंसल्टेंट डर्मेटॉलोजिस्ट डॉ. शिखा खरे से जानते हैं कि शिशुओं में स्किन से जु़ड़ी समस्याएं क्या हैं?
नवजात शिशुओं में कौन-कौन सी स्किन समस्याएं होती हैं? - What Are The Common Skin Problems in Newborn Babies in Hindi?
1. न्यूनेटल एक्ने
न्यूनेटल एक्ने (Neonatal Acne), इसे शिशु एक्ने के रूप में भी जाना जाता है, जो आमतौर पर जन्म के बाद के पहले कुछ हफ्तों में देखे जाते हैं। इस समस्या में शिशु के स्किन पर छोटे लाल या सफेद रंग के दाने होते हैं, जो शिशु के चेहरे पर, खासकर गाल, माथे और ठोड़ी के आसपास होते हैं। ये एक्ने हार्मोनल बदलावों के कारण होते हैं, जो जन्म के समय शिशु के शरीर में होते हैं। यह समस्या कुछ हफ्तों के बाद अपने आप ठीक हो जाती है।
इसे भी पढ़ें: क्या नवजात शिशु की आंखों की जांच कराना जरूरी है? डॉक्टर से जानें
2. एरिथेमा टॉक्सिकम
एरिथेमा टॉक्सिकम (Erythema Toxicum), एक नॉर्मल और अस्थायी स्किन डिजीज है, जो नवजात शिशुओं में लगभग 50 प्रतिशत मामलों में देखा जाता है। इसमें शिशु की स्किन पर लाल रंग के धब्बे और छोटे दाने निकलते हैं, जो हल्के से लेकर गहरे रंग के नजर आते हैं। यह समस्या पहले हफ्ते में शुरू हो सकती है, जो कुछ दिनों में बिना इलाज के ठीक हो सकती है।
3. मिलिया
मिलिया (Milia) छोटे, सफेद रंग के दाने होते हैं, जो नवजात शिशुओं के चेहरे, खासकर नाक और माथे पर दिखाई देते हैं। यह समस्या तब होती है, जब स्किन के नीचे तेल और डेड स्किन सेल्स जमा हो जाते हैं। मिलिया की समस्या आमतौर पर कुछ हफ्तों में अपने आप ठीक हो जाती है। लेकिन, चेहरे पर मिलिया के कारण होने वाले दानों को कभी भी दबाकर नहीं हटाना चाहिए, क्योंकि यह स्किन को डैमेज कर सकते हैं।
4. मंगोलियन स्पॉट
मंगोलियन स्पॉट (Mongolian Spot), एक तरह का नीला या काला धब्बा होता है, जो आमतौर पर शिशु के पीठ, हिप्स या जांघों पर दिखाई देता है। मंगोलियन स्पॉट्स जन्म के समय नवजात शिशुओं के स्किन पर होते हैं और धीरे-धीरे कुछ सालों में गायब हो जाते हैं।
5. स्किन का छिलना
नवजात शिशुओं में जन्म के बाद कुछ दिनों तक स्किन का छिलना (Skin Peeling) एक सामान्य प्रक्रिया है। यह खासकर उन शिशुओं में ज्यादा होती है, जिनका जन्म समय से पहले हुआ हो। दरअसल शिशु की स्किन बाहरी वातावरण से मेल खाने के लिए धीरे-धीरे नई स्किन का निर्माण करती है। ऐसे में स्किन छिलने की यह प्रक्रिया कुछ हफ्तों तक चल सकती है।
इसे भी पढ़ें: नवजात शिशुओं को सांस लेने में समस्या का कारण बन सकती है पल्मोनरी एडिमा, जानें इससे जुड़े लक्षण
6. क्रैडल कैप
क्रैडल कैप (Cradle Cap) भी नवजात शिशुओं में होने वाली एक सामान्य स्किन डिजीज है, जिसमें शिशु के सिर पर चिकना, पीला या भूरा पपड़ीदार जमा हो जाता है। यह समस्या स्कैल्प पर ऑयल ग्लैंड के एक्टिव होने के कारण होती है। इसे हल्के से साफ करने के लिए बच्चे के सिर की स्किन को नर्म ब्रश से स्क्रब किया जा सकता है। यह समस्या कुछ हफ्तों में अपने आप ठीक हो जाती है, लेकिन अगर आप इस समस्या को लेकर परेशान हैं तो अपने डॉक्टर से कंसल्ट भी कर सकते हैं।
निष्कर्ष
डर्मेटॉलोजिस्ट डॉ. शिखा खरे के अनुसार शिशुओं में लगभग 50 प्रतिशत मामलों में ये समस्याएं देखा जाता है। आंकड़ों के अनुसार यह अस्पतालों में रिपोर्ट किए गए मामलों का लगभग 10 से 50 प्रतिशत तक है। नवजात शिशुओं की स्किन पर ये समस्याएं आम हैं। ज्यादातर मामलों में, ये समस्याएं समय के साथ बिना किसी इलाज के ठीक हो जाती है। लेकिन, अगर आपके शिशु के स्किन पर इस तरह की समस्या ज्यादा नजर आए या ठीक न हो तो आप देरी के बिना डॉक्टर से जांच करवाएं।
Image Credit: Freepik