खतना (Circumcision) एक सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें लिंग के आगे के हिस्से में मुड़ी हुई चमड़ी का कुछ हिस्सा काटकर अलग कर दिया जाता है। कुछ लोग मानते हैं कि यौन अंग की सही साफ-सफाई के लिए खतना करना चाहिए, जबकि कई लोग इसे धार्मिक मान्यता के आधार पर अपनाते हैं। आमतौर पर खतना की प्रक्रिया बचपन में ही कर दी जाती है, जब शिशु अनभिज्ञ होता है, ताकि उसे ज्यादा शारीरिक दर्द का सामना न करना पड़े। शिशु का खतना करने के कुछ दिनों बाद तक उसका विशेष ख्याल रखना पड़ता है, ताकि इंफेक्शन का खतरा न रहे।
मदरहुड हॉस्पिटल में सीनियर कंसल्टेंट पीडियाट्रिशियन एंड नियोनेटालॉजिस्ट डॉक्टर अमित गुप्ता बताते हैं कि सर्कमसिजन या खतना की प्रक्रिया में मुश्किल से 10 मिनट का समय लगता है। इसके दौरान बच्चे के रक्त प्रवाह को रोका जाता है। यह प्रक्रिया जन्म होते ही या बच्चा जब अस्पताल में होता है तब की जाती है। इसके काफी सारे अलग-अलग तरीके होते है। लेकिन बच्चे को जल्दी से ठीक करने के लिए आपको उसकी सही देखभाल करनी आनी चाहिए। इस प्रक्रिया के बाद बच्चे को निम्न लक्षण देखने को मिल सकते हैं।
स्किन का लाल होना (Reddishness)
बच्चे के पेनिस की स्किन लाल हो सकती है और उसकी आस पास की जगह पर सूजन भी आ सकती है। ठीक होने के दौरान लाली भी कम हो जाती है। साथ ही सूजन भी अपने आप ही खत्म हो जाती है।
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खून के धब्बे (Blood Stains)
इस प्रक्रिया के बाद बच्चे के डायपर में कुछ दिनों तक खून आना काफी आम है। लेकिन अगर कुछ दिनों के बाद भी लगातार ब्लीडिंग होती रहती है तो बच्चे को डॉक्टर के पास जरूर दिखाना चाहिए।
खतना के बाद बच्चे की देखभाल कैसे करें (Tips After Circumcision)
खतने के बाद बच्चे के पेनिस को साफ और सूखा रखना काफी आवश्यक है ताकि इंफेक्शन से बचा जा सके। बच्चे का डायपर बदलते समय भी आपको काफी ध्यान रखना है और उसके इन अंगों को साफ करते समय काफी माइल्ड साबुन और हल्के गर्म पानी का प्रयोग करना चाहिए। उस जगह के सूखने के लिए केवल हवा का ही प्रयोग करें ताकि उसे तकलीफ न हो सके।
यह प्रक्रिया होने के बाद बच्चे की स्किन पर हल्की से पेट्रोलियम जेली और बैंडेज लगा दिया जाता है। यह बच्चे के पेशाब करते ही बहुत जल्दी उतर जाता है। बच्चे को इन्फेक्शन से बचाने के लिए और जल्दी ठीक करने के लिए आप भी पेट्रोलियम जेली और हल्की सी एंटीबायोटिक क्रीम का प्रयोग कर सकते हैं।
बच्चे के पेनिस को बार बार धोती रहें और उसे काफी साफ रखें। इस प्रक्रिया के बाद बच्चा डायपर में काफी दुखी हो जाता है इसलिए आपको इस दौरान डायपर थोड़ा ढीला ही पहनाना चाहिए। ताकि उसे अधिक खिंचाव न महसूस हो सके।
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बच्चे को डॉक्टर के पास लेकर जाने की कब आवश्यकता है?(When To See A Doctor)
अगर आपके बच्चे को इस प्रक्रिया के बाद पेशाब करने में दिक्कत हो रही है, उसे बुखार आ रहा है, गंदी स्मेल आ रही है, अधिक ब्लीडिंग हो रही है और प्रभावित भाग में अधिक लाल निशान या सूजन आ गई है तो आप बच्चे को डॉक्टर के पास ले जाने में समय न लगाएं।
आम तौर पर बच्चे को इस प्रक्रिया से ठीक होने में 7 से 10 दिन लगते हैं। अगर आप उसकी संभाल अच्छे से करेंगी तो उसे कोई खास दिक्कत महसूस नहीं होनी चाहिए। लेकिन फिर भी अगर उसे अधिक ब्लीडिंग होती है तो डॉक्टर के पास जरूर ले कर जाएं । कुछ अन्य लक्षणों का भी आप को ध्यान रखना चाहिए।