Doctor Verified

बच्चों को अक्सर रहती है सिरदर्द की समस्या तो हो सकते हैं ये 6 कारण, डॉक्टर से जानें इलाज और बचाव के उपाय

बच्चों में लगातार या बार-बार होने वाले सिरदर्द की समस्या को सामान्य समझकर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, एक्सपर्ट से जानें इसके कारण और बचाव।
  • SHARE
  • FOLLOW
बच्चों को अक्सर रहती है सिरदर्द की समस्या तो हो सकते हैं ये 6 कारण, डॉक्टर से जानें  इलाज और बचाव के उपाय

सिरदर्द की समस्या एक आम समस्या है जो कई कारणों से लगभग हर व्यक्ति को हो सकती है। कई बार लोगों में सिरदर्द का कारण जीवनशैली, खानपान और तनाव या चिंता भी बन सकती है। इसके अलावा कई अन्य बीमारियों या शारीरिक समस्याओं की वजह से भी लोगों को सिरदर्द की समस्या होती है। पर्यावरणीय कारण, जीवनशैली और खानपान के साथ-साथ कई अन्य समस्याओं की वजह से आजकल बच्चे भी सिरदर्द की समस्या का शिकार हो रहे हैं। एक आंकड़े के मुताबिक बच्चों में 5 साल से लेकर 17 की आयु तक सिरदर्द की समस्या ज्यादा देखी जाती है। ऐसे बच्चों में सिरदर्द का आंकड़ा लगभग 20 फीसदी बताया गया है। आमतौर पर बच्चों में सामान्य लक्षण वाले सिरदर्द को देखा जाता है लेकिन कई बच्चों में इस समस्या के लक्षण गंभीर भी हो सकते हैं। रोजाना इस समस्या से ग्रसित होने के पीछे आपके स्वास्थ्य से जुड़े कई कारण जिम्मेदार माने जाते हैं। बच्चों में लगातार और गंभीर रूप से सिरदर्द की समस्या होने को हल्के में नहीं लेना चाहिए। इस समस्या की वजह से बच्चों में कई अन्य गंभीर स्थितियां पैदा हो सकती हैं। आइये जानते हैं बच्चों में अक्सर सिरदर्द की समस्या रहने का कारण और इलाज व बचाव के उपाय के बारे में।

लोग अक्सर सिरदर्द की समस्या को सामान्य समझकर नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन कई बार ऐसा करना सेहत पर भारी पड़ सकता है। बच्चों में अगर सिरदर्द की समस्या के लक्षण गंभीर रूप से दिखें तो इन्हें बिलकुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। सिरदर्द की समस्या कई कारणों से हो सकती है और कई तरह की भी। लखनऊ के सहारा हॉस्पिटल में जनरल फिजिशियन डॉ सुमीत निगम के अनुसार सिरदर्द की समस्या मुख्य रूप से दो तरह की होती है। इन्हें प्राइमरी और सेकेंडरी सिरदर्द के रूप में जाना जाता है। प्राथमिक सिरदर्द वे होते हैं जो कुछ स्थितियों के कारण होते हैं और दर्द कुछ समय के लिए होता है और चला जाता है। माध्यमिक या सेकेंडरी सिरदर्द ज्यादातर वे होते हैं जो एक अंतर्निहित स्वास्थ्य बीमारी या स्थिति के कारण होते हैं और इनके लक्षण लगातार गंभीर हो सकते हैं। इसके अलावा इन दोनों तरह के सिरदर्द को भी अलग-अलग प्रकार में बांटा गया है। बच्चों में भी सिरदर्द की समस्या प्राथमिक या माध्यमिक हो सकती है। कई बार बच्चे सिरदर्द की समस्या को सही ढंग से बयां नहीं कर पाते हैं लेकिन पेरेंट्स को हमेशा इसके लक्षण को ध्यान में रखकर इसके इलाज और बचाव के प्रयास करने चाहिए।

Continuous-Headache-In-Kids

(image source - freepik.com)

इसे भी पढ़ें : Blue baby syndrome: इस बीमारी में नीला पड़ जाता है बच्चों का शरीर, जानें कारण, लक्षण और बचाव के उपाय

बच्चों में लगातार सिरदर्द की समस्या (Continuous Headache In Kids)

एक रिपोर्ट के मुताबिक बच्चों में होने वाली 5 प्रमुख समस्याओं में से एक सिरदर्द भी है। 1 महीने या उससे अधिक उम्र के 58.4% बच्चों और किशोरों में किसी न किसी समय सिरदर्द की समस्या जरूर देखी जाती है। बच्चों में लगातार सिरदर्द बने रहने की स्थिति को रेड फ्लैग कहा जाता है। इस समस्या के प्रमुख जोखिम कारक न्यूरोक्यूटेनियस सिंड्रोम का इतिहास, आनुवांशिक बीमारी, इम्युनोडेफिशिएंसी, या हाइपरकोएगुलेबिलिटी आदि हो सकते हैं। इसके अलावा बच्चों में लगातार या बार-बार सिरदर्द की समस्या कुछ शारीरिक स्थितियों और बीमारियों के कारण भी हो सकती है। बच्चों में सिरदर्द की समस्या को सामान्य समझना कई बार उनकी सेहत पर भारी पड़ जाता है। इसलिए एक्सपर्ट्स हमेशा यह सलाह देते हैं की बच्चों में अगर लगातार सिरदर्द बना रहता है तो आपको एक्सपर्ट डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।

इसे भी पढ़ें : जानें क्यों बढ़ रही है बच्चों में सिरदर्द (माइग्रेन) की समस्या? कैसे पहचानें माइग्रेन के लक्षण

बच्चों में लगातार सिरदर्द की समस्या के कारण (What Causes Continuous Headaches In Kids?)

जैसा कि ऊपर आपको बताया गया है कि सिर्फ वयस्क लोगों में ही नहीं बल्कि बच्चों में भी सिरदर्द की समस्या बहुत कॉमन है। बच्चों में सिरदर्द के कई कारण जिम्मेदार माने जाते हैं। कुछ बच्चों में तो एक से अधिक वजहों से भी सिरदर्द की समस्या लगातार बनी रह सकती है। अन्तर्निहित कारणों के अलावा कई बार बाहरी कारण जैसे सिर में चोट लगना या मौसम की वजह से भी यह समस्या हो सकती है। बच्चों में लगतार सिरदर्द बने रहने के कुछ प्रमुख कारण इस तरह से हैं।

1. किसी बीमारी या इन्फेक्शन की वजह से भी बच्चों में लगातार सिरदर्द बना रह सकता है। सर्दी, जुकाम, साइनस और फ्लू आदि की वजह से भी बच्चों में सिरदर्द की समस्या हो सकती है। यह समस्या जैसे-जैसे इन कारकों के लक्षण बढ़ते हैं वैसे ही और तेज हो सकती है। इन स्थितियों में चिकित्सक कुछ दवाओं के सेवन और लाइफस्टाइल में बदलाव की सलाह देते हैं।

2. बच्चों में लगातार सिरदर्द बने रहने का एक प्रमुख कारण उनका खानपान भी हो सकता है। 5 साल की उम्र से लेकर 17 साल की उम्र तक के बच्चों में यह समस्या ज्यादा देखी जाती है। ऐसे बच्चों में भोजन के पैटर्न में बदलाव, कुछ ऐसे खाद्य या पेय पदार्थों का सेवन जो सिरदर्द को बढाने वाले होते हैं प्रमुख कारण हो सकते हैं। इसके अलावा चॉकलेट का अधिक सेवन, पनीर और मोनोसोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी) युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करने की वजह से भी बच्चों में लगातार या गंभीर सिरदर्द की समस्या हो सकती है।

Continuous-Headache-In-Kids

(image source - freepik.com)

इसे भी पढ़ें : जानें बच्चों में सिरदर्द के आम कारण और इससे राहत पाने के 7 आसान घरेलू उपाय

3. आनुवांशिक कारणों से भी ज्यादातर बच्चों में लगातार सिरदर्द या बार-बार सिरदर्द होने की समस्या हो सकती है। कई बार जिन बच्चों के परिवार में सिरदर्द का पुराना इतिहास रहा है या जिनके माता या पिता में से किसी को माइग्रेन की समस्या है उनमें यह समस्या बढ़ जाती है। ऐसी स्थिति में भी डॉक्टर से तुरंत सलाह जरूर लेनी चाहिए।

4. कुछ बच्चों में लगातार सिरदर्द बने रहने का कारण पर्यावरण से जुड़ा हुआ हो सकता है। कुछ पर्यावरणीय कारण जैसे धुआं, प्रदूषण, तेज रोशनी और ध्वनि प्रदूषण की वजह से भी बच्चों में लगातार सिरदर्द की समस्या देखने को मिल सकती है।

5. सिर में चोट लगने की वजह से या पुरानी चोट की वजह से भी आगे चलकर कुछ समय बाद सिरदर्द की समस्या हो सकती है। कई बार बच्चों के सिर में लगी सामान्य चोट भी इसका कारण बन सकती है। इसलिए हमेशा ऐसी स्थिति होने पर जांच के बाद ही इलाज कराना चाहिए।

इसे भी पढ़ें : शिशु के ब्रेन, लंग्स और इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकता है बढ़ता प्रदूषण, एक्सपर्ट से जानें बचाव के उपाय

6. मानसिक स्वास्थ्य का भी सिरदर्द पर बड़ा असर पड़ता है। जिन बच्चों को मानसिक स्वास्थ्य और नींद से जुडी समस्याएँ होती हैं उन्हें भी लगातार सिरदर्द हो सकता है।

बच्चों में लगातार सिरदर्द की समस्या बने रहने की वजह से उन्हें कई अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं। ऐसे बच्चे जिन्हें ये समस्या लगातार बनी रहती है उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान होना पड़ता है और आगे चलकर यह सिरदर्द माइग्रेन जैसी गंभीर समस्या का रूप भी ले सकता है।

बच्चों में लगातार सिरदर्द की समस्या का इलाज और बचाव (Continuous Headache In Kids Treatment And Prevention)

बच्चों में सिरदर्द की समस्या के लगातार बने रहने की स्थिति में सबसे पहले उन्हें चिकित्सक के पास ले जाना चाहिए। अगर यह समस्या काफी दिनों से बनी हुई हैं तो पेरेंट्स को ओवर-द-काउंटर दवाओं का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। साथ ही चिकित्सक की सलाह के अनुसार आप जांच के बाद इसका इलाज करवा सकते हैं। कुछ खानपान और लाइफस्टाइल से जुडी आदतों में बदलाव या सुधार कर भी आप लगातार सिरदर्द की समस्या से बचाव कर सकते हैं। इलाज के साथ-साथ ही आपको बच्चों के खानपान, शारीरिक गतिविधि और नींद आदि के बारे में ध्यान रखना चाहिए। इस मुद्दे से जुडी अधिक जानकारी के लिए आप एक्सपर्ट चिकित्सक से संपर्क कर सकते हैं।

(main image source - shutterstock.com)

Read Next

बच्चे कौन से महीने में बैठना शुरू करते हैं? जानें बच्चों को जल्दी बैठना सिखाने के कुछ आसान तरीके

Disclaimer