आज के समय में पीसीओएस महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या बनती जा रही है। दरअसल, हार्मोनल बदलाव की वजह से महिलाओं को पीसीओएस की समस्या हो सकती है। इस दौरान महिलाओं के बाल समय से पहले ही झड़ने लगते हैं। इसके अलावा, उनके चेहरे पर अनचाहे बाल आने लगते हैं और वजन में भी तेजी से बढ़ोतरी होती है। पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं को गर्भधारण करने में समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इस तरह के लक्षण महसूस करने वाली महिलाओं को पीसीओएस की समस्या हो सकती है। सही समय पर डॉक्टर की दवाइयों को लेकर आप इस समस्या को कम कर सकती हैं। इसके अलावा, लाइफस्टाइल की कुछ आदतों को बदलाव कर पीसीओएस की समस्या (Changes These Habits If You Have PCOS) में आराम पा सकती हैं। इस लेख में साईं पॉलिक्लीनिक की वरिष्ठ स्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विभा बंसल से जानते हैं कि पीसीओएस में महिलाओं को किन आदतों पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।
पीसीओएस में बदलें ये रोजाना की आदतें - Changes These Habits If You Have PCOS In Hindi
सुबह चाय या कॉफी न पीएं - Don’t Drink Tea And Coffee in Morning
कुछ महिलाओं को चाय व कॉफी पीना बेहद पसंद होता है। कई महिलाओं के दिन की शुरुआत ही चाय या कॉफी से होती है। लेकिन, एक्सपर्ट्स बताते हैं कि चाय या कॉफी में कैफीन होता है, जो कोर्टिसोल नाम के हार्मोन को बढ़ाने में मदद करता है। इससे प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन भी प्रभावित होता है। इसकी वजह से महिलाओं के लक्षण बढ़ सकती है। इस समस्या में महिलाएं मुलैठी, कैमोमाइल, या ग्रीन टी पी सकती हैं।
पूरी नींद न लेना - Sleep Problem
आज के समय में युवा पीढ़ी की दिनचर्या में बदलाव आया है। अधिकतर युवा देर रात तक सोशल मीडिया पर व्यस्त रहते हैं। ऐसे में वह देर रात तक जागते हैं। इसका असर उनके मूड और पाचन क्रिया पर पड़ता है। इससे युवाओं का माइंड थका-थका रहता है। ऐसे में महिलाओं के शरीर में हार्मोनल उतार-चढ़ाव होता है। इसलिए डॉक्टर पीसीओएस में महिलाओं को पर्याप्त नींद लेने की सलाह देते हैं।
चीनी का अधिक सेवन - Eating Sugar
चीनी महिला व पुरुष दोनों के लिए नुकसानदायक होती है। लेकिन, जो महिलाएं ज्यादा चीनी का सेवन करती हैं, उनको पीसीओएस में ज्यादा परेशानी हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि चीनी खाने से इंफ्लेमेशन और इंसुलिन रेजिस्टेंस हो सकता है। इस दौरान वजन बढ़ सकता है।
तनाव लेना - Anxiety
महिलाएं अधिकतर स्ट्रेस व तनाव लेती हैं। चाहे घर हो या ऑफिस महिलाएं अक्सर काम को बेहतर ढंग से करने के लिए स्ट्रेस लेने लगती है। इसका असर उनके स्वास्थ्य पर पड़ता है। पीसीओएस के दौरान स्ट्रेस की वजह से हार्मोन का स्तर बढ़ सकता है। ऐसे में कोर्टिसोल लेवल में बढ़ोतरी हो सकती है। इसकी वजह से डिप्रेशन और ब्लोटिंग की समस्या हो सकती है।
रेगूलर एक्सरसाइज - Regular Exercise
रेगूलर एक्सरसाइज करने से महिलाएं शरीर के हार्मोनल उतार-चढ़ाव को नियंत्रित कर सकती हैं। साथ ही, एक्सरसाइज व योग करने से महिलाओं को अन्य समस्याओं का जोखिम कम होता है। पीसीओएस के दौरान महसूस होने वाले लक्षणों को कम करने के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज करनी चाहिए।
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Changes These Habits If You Have PCOS: पीसीओएस महिलाओं से जुड़ी एक आम समस्या है, जो आज समय में अधिकतर महिलाओं में देखने को मिलती है। इस समस्या के लक्षणों को अनदेखा न करें और तुरंत किसी स्री रोग विशेषज्ञ से मिलें।