Doctor Verified

वजाइना में पिगमेंटेशन (कालापन) क्यों हो जाती है? जानें इसके 5 कारण

Vaginal Pigmentation: अधिकतर महिलाओं में वजाइनल पिगमेंटेशन यानि योनि में कालापन की समस्या पाई जाती है। आइए जानते हैं इसके कारण और बचाव के उपाय।  
  • SHARE
  • FOLLOW
वजाइना में पिगमेंटेशन (कालापन) क्यों हो जाती है? जानें इसके 5 कारण


महिलाओं में वजाइनल पिगमेंटेशन होना आम बात है। साफ-सफाई पर ध्यान न देने या लाइफस्टाइल में बदलाव होने के कारण वजाइना में डार्कनेस हो सकती है। अब जिन महिलाओं को शॉर्ट ड्रेस या बिकनी पहननी होती है, उनके लिए यह बड़ी परेशानी हो सकती है। लेकिन नैचुरल चीजों के इस्तेमाल से इस समस्या से राहत पाई जा सकती है। वहीं कुछ महिलाओं को कुछ स्वास्थ्य समस्याओं के कारण भी वजाइनल पिगमेंटेशन की समस्या हो सकती है। इस विषय पर जानने के लिए हमने बात की बिजनौर की ऑब्स्टेट्रिशियन और गायनेकोलॉजिस्ट डॉ नीरज शर्मा से, जिसे हम इस लेख के माध्यम से आपसे साझा करेंगे।

causes of vaginal darkness

वजाइना में कालापन होने के मुख्य कारण- Causes of Dark Private Area

फ्रिक्शन होने के कारण

वजाइना में बार-बार फ्रिक्शन होना वजाइनल डार्कनेस का कारण बन सकता है। लंबे समय तक टाइट कपड़े पहनने से त्वचा में वेंटिलेशन नहीं हो पाता है, जिससे योनि का रंग डार्क होने लगता है। इसके  साथ ही लाइफस्टाइल स जुड़ी चीजें जैसे कि एक्सरसाइज, वॉक या सेक्स करने के कारण भी वजाइनल डार्कनेस हो सकती है।

हेयर रिमूवल के कारण

वजाइनल हेयर रिमूव करने के बाद वजाइना को मॉइस्चराइज न करना भी वजाइना के कालेपन का कारण हो सकता है। इसके साथ ही कई लोग बार-बार हेयर रिमूव करते हैं, जो फ्रिक्शन होने और पिगमेंटेशन बढ़ने का कारण बन सकता है। 

इसे भी पढ़े- Vaginal Pain: वजाइना में दर्द क्यों होता है? एक्सपर्ट से जानें इसके 5 कारण

वजाइनल इंफेक्शन होना

योनि हमारे शरीर का सबसे सेंसिटिव हिस्सा होती है, जिसके कारण वजाइनल इंफेक्शन भी जल्दी हो सकते हैं। इंफेक्शन होने के कारण योनि और इसके आसपास का हिस्सा काला होने लगता है, जो वजाइनल पिगमेंटेशन का कारण बनने लगता है। 

उम्र बढ़ने के कारण

उम्र बढ़ने के साथ वजाइना में डार्कनेस होने लगती है। यह बेहद ही साधारण बदलावो में से एक है, जो अधिकतर सभी महिलाओं में देखने को मिल सकता है। उम्र में बदलाव आने के साथ योनि ढीली होने लगती है और इसके साथ ही पिगमेंटेशन और ड्राईनेस की समस्या होने लगती हैं।

हार्मोन्स में बदलाव आने के कारण

हार्मोन्स में बदलाव आने के कारण भी वजाइना में डार्कनेस की समस्या हो सकती है। दरअसल प्यूबर्टी शुरू होने के दौरान एस्ट्रोजन लेवल बढ़ने लगता है, जो वजाइन के पिगमेंटेशन का कारण बन सकता है। वहीं 30 से 40 की उम्र के बाद शरीर में एस्ट्रोजन लेवल कम होने के कारण भी वजाइना के कालापन बढ़ने की समस्या हो सकती है। 

इसे भी पढ़े- बारिश के मौसम में वजाइनल हेल्थ की देखभाल कैसे करें? एक्सपर्ट से जानें 5 टिप्स

वजाइना का कालापन कम करने के लिए कुछ असरदार टिप्स- How To Lighten Dark Private Parts Naturally

1. वजाइना के लिए ज्यादा खूशबू वाले प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल न करें क्योंकि इन चीजों में ज्यादा केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है, जो वजाइना की डार्कनेस का कारण बन सकता है। 

2. वजाइना का पीएच लेवल बनाए रखें और ऐसे प्रोडक्ट्स अवॉइड करें जिनका पीएच लेवल वजाइना के पीएच के मुताबिक नहीं है।

3. वजाइना को गीला न रहने दें क्योंकि वजाइना के गीला होने से इंफेक्शन और पिगमेंटेशन होने का खतरा हो सकता है।

4. टाइट कपड़े बिल्कुल न पहने जिससे वजाइना में फ्रिक्शन न हो और वजाइना में पिगमेंटेशन होने का खतरा न हो। 

 

Read Next

बारिश के मौसम में वजाइनल हेल्थ की देखभाल कैसे करें? एक्सपर्ट से जानें 5 टिप्स

Disclaimer