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Breast Rashes: स्तनों के बीचों-बीच रैशेज क्यों हो जाते हैं? डॉक्टर से जानें कारण

Why Am I Getting A Rash Between My Breasts In Hindi: ब्रेस्ट के बीचों बीच रैशेज के कई कारण हो सकते हैं, इसमें कई गंभीर बीमारियां-संक्रमण भी शामिल हैं।
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Breast Rashes: स्तनों के बीचों-बीच रैशेज क्यों हो जाते हैं? डॉक्टर से जानें कारण


Why Am I Getting A Rash Between My Breasts In Hindi: गर्मी का मौसम है। इन दिनों स्किन में रैशेज, खुजली और जलन जैसी समस्या होना बहुत आम बात है। यह कोई गंभीर समस्या भी नहीं है, जिसके लिए चिंता की जाए। महिलाएं ब्रेस्ट रैशेज को लेकर भी इसी तरह ज्यादा परेशा नहीं होती हैं। सही तरह से क्रीम और लोशन अप्लाई करने से ब्रेस्ट रैशेज और इचिंग को दूर किया जा सकता है। लेकिन, क्या आप जानती हैं कि कई बार ब्रेस्ट रैशेज किसी गंभीर समस्या की ओर भी इशारा कर सकता है। हालांकि, हर बार ऐसा हो यह जरूरी नहीं है। इसके बावजूद, ब्रेस्ट रैशेज को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। इस लेख में आपको बता रहे हैं कि ब्रेस्ट रैशेज होने के कारणों के बारे में बता रहे हैं। इस बारे में हमने वृंदावन और  नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से बात की।

ब्रेस्ट में रैशेज के कारण- Causes Of Breast Rashes In Hindi

Causes Of Breast Rashes In Hindi

इंटरट्रिगो

इंटरट्रिगो एक तरह की स्किन कंडीशन है। यह समस्या तब होती है, जब स्किन का आपस में घर्षण होता है। ब्रेस्ट में ऐसा ज्यादातर देखने को मिलता है। इंटरट्रिगो होने पर स्किन में रेडनेस और इचिंग होने लगती है। यही नहीं, बार-बार खुजली करने के कारण जलन भी महसूस होती है। आमतौर पर जिस जगह बहुत ज्यादा पसीना आता है, वहां इंटरट्रिगो की समस्या अधिक होती है। ध्यान रखें कि अगर आप इंटरट्रिगो की ओर लापरवाही बरतती हैं, तो वहां बैक्टीरिया और फंगस पनपन सकते हैं, जो कई गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती हैं।

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इंफ्लेमेटरी ब्रेस्ट कैंसर

इंफ्लेमेटरी ब्रेस्ट कैंसर एक प्रकार का कैंसर है, जिसमें कैंसर सेल्स बहुत तेजी से ग्रो करते हैं। इसके लक्षण 6 महीने बाद से नजर आने लगते हैं। लेकिन, जैसे ही लक्षण उभरते हैं, मरीज की हेल्थ कंडीशन में तेजी से बदलाव होने लगते हैं। इंफ्लेमेटरी ब्रेस्ट कैंसर होने पर महिला के ब्रेस्ट में रैशेज, इचिंग होने के साथ-साथ अन्य लक्षण भी नजर आते हैं। इसमें ब्रेस्ट में सूजन, ब्रेस्ट में इचिंग, इंवर्टेड निप्पल, पेनफुल ब्रेस्ट, ब्रेस्ट में टेंडरनेस महसूस होना आदि।

सिस्टेमेटिक रैशेज

Causes Of Breast Rashes In Hindi

वैसे तो सिस्टेमेटिक रैशेज पूरी बॉडी को प्रभावित करता है। लेकिन, इसकी वजह से ब्रेस्ट के बीचों बीच रैशेज की समस्या अधिक देखने को मिलती है। सिस्टेमेटिक रैशेज होने पर एक्जीमा, शिंगल्स और सायोरोसिस जैसी अन्य समस्याएं भी देखने को मिलती हैं।

इसे भी पढ़ें: रैशेज के कारण ब्रेस्‍ट में होती है खुजली? जानें इसके लिए 5 घरेलू उपाय

डायबिटीज

डायबिटीज एक खतरनाक मेडिकल कंडीशन है। डायबिटीज होने की वजह से शरीर के कई अंग सही तरह से काम नहीं करते हैं। डायबिटीज के लक्षणों में अक्सर स्किन से जुड़ी परेशानियां देखने को मिलती हैं। यही नहीं, डायबिटीज के मरीजों को स्किन इंफेक्शन भी बहुत आसानी से हो जाता है। ध्यान रखें कि अगर डायबिटीज को कंट्रोल न किया जाए, तो स्किन से जुड़ी परेशानियां उतनी ज्यादा हो सकती हैं। इसमें ब्रेस्ट रैशेज भी शामिल हैं।

मैस्टाइटिस

मैस्टाइटिस, ब्रेस्ट से जु़ड़ी समस्या है। इसमें स्तन के टिश्यूज में सूजन आ जाती है। आमतौर पर जो महिलाएं ब्रेस्टफीड कराती हैं, उन्हें ब्रेस्ट इंफेक्शन का रिस्क रहता है। लेकिन, जरूरी नहीं है कि ब्रेस्टफीड कराने वाली महिलाओं को ही मैस्टाइटिस हो। बहरहाल, मैस्टाइटिस होने पर ब्रेस्ट के आसपास इचिंग, ब्रेस्ट पेन, बुखार, बेस्ट का गर्म होना आदि लक्षण नजर आ सकते हैं।

All Image Credit: Freepik

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