Doctor Verified

एंटेवर्टेड यूट्रस (आगे की ओर झुका गर्भाशय) की समस्या क्यों होती है? जानें इसके लक्षण और कारण

महिलाओं को गर्भाशय से जुड़ी समस्याओं के चलते कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। आगे जानते हैं एंटेवर्टेड यूट्रेस क्या होता है?
  • SHARE
  • FOLLOW
एंटेवर्टेड यूट्रस (आगे की ओर झुका गर्भाशय) की समस्या क्यों होती है? जानें इसके लक्षण और कारण

Causes Of Anteverted Uterus In Hindi: संतान प्राप्ति के महिला व पुरुष दोनों का ही स्वस्थ होना बेहद आवश्यक होता है। किसी भी बच्चे के जन्म में दोनों ही संयुक्त भागीदारी होती है। लेकिन, इन दोनों में भी महिलाओं को नौ माह तक बच्चे को गर्भ में पालने के बाद मां बनने का सुख मिलता है। इस प्रक्रिया में गर्भाशय का स्वस्थ होना बेहद आवश्यक होता है। कंसीव करने के बाद बच्चा गर्भाशय में ही बढ़ा होता है। यह अंग महिलाओं के मासिक धर्म को नियमित करता है। लेकिन, कुछ महिलाओं का गर्भाशय (यूटरेस) एंटेवर्टेड होता है। जब महिलाओं का गर्भाशय सर्विक्स व आगे की झुका हुआ होता है, तो इस स्थिति को एंटेवर्टेड यूटरेस कहा जाता है। कुछ महिलाएं इस स्थिति से घबरा जाती है। उनको लगता है कि इसमें गर्भधारण करने में समस्याएं हो सकती है। इस लेख में आगे जानते हैं कि क्या एंटेवर्टेड यूटरेस किसी समस्या का कारण (Causes Of Anteverted Uterus) बनता है। 

एंटेवर्टेड यूटरेस (गर्भाशय का आगे झुका होना) क्या होता है? - What is Anteverted Uterus in Hindi 

महिलाओं के प्रजनन अंगों में गर्भाशय की मुख्य भूमिका होती है। दरअसल, इसमें बच्चा नौ महीनों तक बढ़ा होता है। लेकिन, कुछ महिलाओं में गर्भाशय से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। मणिपाल अस्पताल की आब्सटेट्रिक्स और गायनकोलोजी कंसल्टेंट डॉ. विनीता दिवाकर के अनुसार इन समस्याओं में एंटेवर्टेड यूटरस और रेट्रोवर्टेड यूटरेस को शामिल किया जाता है। एंटेवर्टेड यूटरेस में गर्भाशय पेट के आगे की ओर झुका होता है। ठीक इसी तरह जब गर्भाशय पीछे की ओर झुका होता है तो इस स्थित को रेट्रोवर्टेड कहा जाता है। वैसे तो कुछ महिलाओं को इसके बारे में पता ही नहीं चलता है। एंटेवर्टेड यूटरेस में गर्भाशय ब्लैडर के कार्य को प्रभावित कर सकता है। एंटेवर्टेड यूटरेस में महिलाओं (Anteverted Uterus) को सामान्य रूप से किसी गंभीर समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है। साथ ही, इससे गर्भधारण की क्षमता प्रभावित नहीं होती है। कई महिलाओं को तो इसके बारे में पता भी नहीं चल पता है। 

causes of anteverted uterus 

एंटेवर्टेड यूटरस के क्या कारण हो सकते हैं - Causes Of Anteverted Uterus In Hindi 

एंटेवर्टेड यूटरस के लिए कई कारक जिम्मेदार हो सकते हैं। महिलाओं को कम उम्र में होने वाली सर्जरी के कारण यूटरस एंटेवर्टेड हो सकता है। कुछ महिलाओं को एंडोमेट्रियोसिस के कारण भी गर्भाशय आगे की ओर झुक सकता है। इस स्थिति में गर्भाशय के अंदर के टिश्यू बाहर की ओर बढ़ने लगते हैं। 

एंटेवर्टेड यूटरस के लक्षण क्या हो सकते हैं - Symptoms Of Anteverted Uterus in Hindi 

एंटेवर्टेड यूटरस होने पर महिलाओं को एक विशेष लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। हालांकि, कुछ दुर्लभ मामलों में, जहां पीरियड्स से जुड़ी समस्या गंभीर होती है, वहां महिला को गर्भाशय से जुड़ी समस्या हो सकती है। लेकिन कुछ महिलाओं को आगे बताए लक्षण महसूस हो सकते हैं। 

  • पीरियड में पेट में दर्द होना
  • पीरियड्स में पीठ का दर्द
  • ओवुलेशन के दौरान ओवरी में दर्द होना
  • पीरियड के दौरान डिस्चार्ज से बदबू आना, आदि। 

इसे भी पढ़ें: महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन कम होने के पीछे हो सकते हैं ये 5 कारण, डॉक्टर से जानें

क्या आप एंटेवर्टेड यूटरस के साथ गर्भवती हो सकती हैं? - Can You Get Pregnant With an Anteverted Uterus?

जानकार बताते हैं कि महिलाओं की प्रजनन क्षमता या गर्भधारण में गर्भाशय के आगे झुके होने से किसी तरह समस्या नहीं होती है। यदि, प्रेग्नेंट महिला का गर्भाशय एक निश्चित सीमा से ज्यादा झुका है तो ऐसे में महिला को यूरिन पास करते हुए दर्द या असुविधा हो सकती है। ऐसे में पीठ या पेट में भी दर्द हो सकता है। ऐसे में महिला को तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। दरअसल, जिन महिलाओं को गर्भाशय आगे की ओर झुका होता है, उनकी प्रेग्नेंसी में पेट 12 सप्ताह से पहले ही बाहर की ओर आने लगता है। 

Read Next

महिलाएं फर्टिलिटी की जांच के लिए कौन से टेस्ट करवाएं? डॉक्टर से जानें

Disclaimer