Triphala with psyllium husk: त्रिफला और इसबगोल (Triphala with psyllium husk) दोनों ही हर्बल सप्लीमेंट है, जिसका का सेवन पेट की समस्याओं को कम करने में मददगार हो सकता है। इसके अलावा यह वेट लॉस और मेटाबॉलिज्म तेज करने में भी मददगार है। लेकिन, आज हम बात करेंगे कि क्या त्रिफला और इसबगोल दोनों को एक साथ लेना चाहिए? आइए, जानते हैं इस बारे में Dr. Prashanth Shetty, Principal, SDM college of Naturopathy and Yogic Sciences, Ujire से विस्तार से।
क्या त्रिफला और इसबगोल को एक साथ लिया जा सकता है-Can you take Triphala with psyllium husk in Hindi
त्रिफला और इसबगोल (साइलियम भूसी) पाचन स्वास्थ्य के लिए बहुत आम आयुर्वेदिक उपचार हैं। इनका संयुक्त उपयोग सुरक्षित माना जाता है और आमतौर पर आयुर्वेदिक डॉक्टरों द्वारा विशिष्ट स्थिति के तहत विशिष्ट रोगियों जैसे पुरानी कब्ज (constipation) और आंत डिस्बिओसिस (digestive health) के प्रबंधन के लिए अनुशंसित किया जाता है।
क्या आप साइलियम भूसी के साथ त्रिफला ले सकते हैं?
साइलियम भूसी के साथ त्रिफला लेना पाचन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन संभावित अंतःक्रियाओं से बचने के लिए उचित दिशानिर्देशों का पालन करना महत्वपूर्ण है। यह संयोजन नियमित मल त्याग को बढ़ावा देने, स्वस्थ आंत बैक्टीरिया का समर्थन करने और समग्र पाचन स्वास्थ्य को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
त्रिफला, यह तीन फलों का मिश्रण है- एम्ब्लिका ऑफिसिनेलिस, टर्मिनलिया चेबुला और टर्मिनलिया बेलिरिका, यह एक सौम्य रेचक यानी लैक्सेटिव, विषहरण और आंत को फिर से जीवंत करने वाले के रूप में कार्य करता है। ऐसे रिसर्च भी आए हैं जिसमें बताया गया है कि त्रिफला कब्ज वाले रोगियों में आंतों की गति तेज करने और पुराने कब्ज को कम करने में मददगार है। यह ईरानी जर्नल ऑफ फार्मास्युटिकल रिसर्च (2011) में प्रकाशित एक नैदानिक परीक्षण था। इसके एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव जठरांत्र संबंधी मार्ग में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में भी मदद करते हैं।
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इसबगोल (Psyllium husk) घुलनशील फाइबर का एक समृद्ध स्रोत है। फाइबर का कार्य आंत में पानी को अवशोषित करना है और यह मल को भारी बनाता है और उन्हें नरम बनाता है। एलिमेंटरी फार्माकोलॉजी एंड थेरेप्यूटिक्स (2009) में प्रकाशित एक मेटा-विश्लेषण समीक्षा ने निष्कर्ष निकाला कि साइलियम अघुलनशील फाइबर से बेहतर है और यह मल के रूप और समग्र IBS लक्षणों को बेहतर बनाने में मदद करता है। जब यह संयोजन एक साथ लिया जाता है, तो त्रिफला आंतों के संकुचन को उत्तेजित करता है, जबकि इसबगोल नमी और द्रव्यमान जोड़ता है जो मल त्याग को आसान बनाने और तनाव को कम करने में मदद करता है। यह संयोजन बड़ी आंत की सफाई का भी समर्थन करता है और आंत में वनस्पतियों को बनाए रखता है, जैसा कि BMC पूरक चिकित्सा और चिकित्सा (2018) में त्रिफला की प्रीबायोटिक क्षमता पर एक अध्ययन में उल्लेख किया गया है।
त्रिफला और इसबगोल के फायदे-Triphala with psyllium husk benefits
पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है
त्रिफला और इसबगोल, मल त्याग को विनियमित करने, कब्ज को रोकने और स्वस्थ आंत बैक्टीरिया का समर्थन करने में मदद कर सकता है। इन दोनों का सेवन आंतों की गति को तेज करने के साथ खाना पचाने और फिर वेट बैलेंस करने में मदद कर सकता है। इतना ही नहीं त्रिफला और इसबगोल, दोनों मिलकर मल त्याग से जुड़ी समस्याओं को कम करने में मदद कर सकते हैं।
बॉडी डिटॉक्स में मददगार
साइलियम भूसी, विषैले पदार्थों को बांधने और उन्हें शरीर से निकालने की क्षमता के कारण त्रिफला बॉडी डिटॉक्सीफायर की तरह काम है। यह अपने क्लींनजिंग गुणों से शरीर के गंदगी को डिटॉक्स करने वेस्ट कम करने और फिर आपको हेल्दी रखने में मददगार है।
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कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद कर सकता है
साइलियम की भूसी के घुलनशील फाइबर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं, जबकि त्रिफला के एंटीऑक्सीडेंट गुण समग्र हृदय स्वास्थ्य में योगदान दे सकते हैं। इस प्रकार से दोनों का एक साथ संतुलित मात्रा में लेना हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकता है।
कैसे उपयोग करें:
रात को खाली पेट गर्म पानी के साथ त्रिफला (1 चम्मच) लें, उसके बाद 30 मिनट बाद या भोजन के बाद पानी में इसबगोल (1 चम्मच) लें। अत्यधिक उपयोग से बचने के लिए, विशेष रूप से आईबीएस या सूजन आंत्र स्थितियों के मामलों में, स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श करें। ध्यान दें कि त्रिफला और साइलियम भूसी को अलग-अलग लें, प्रत्येक सप्लीमेंट के बीच कम से कम 30 मिनट से 1 घंटे का अंतर रखें। छोटी खुराक से शुरू करें और जरूरत और सहन करने के अनुसार धीरे-धीरे बढ़ाएं। कब्ज या पाचन संबंधी परेशानी से बचने के लिए साइलियम भूसी को भरपूर पानी के साथ मिलाएं।
FAQ
कौन सा बेहतर है इसबगोल या त्रिफला?
इसबगोल और त्रिफला में से, त्रिफला ज्यादा बेहतर है क्योंकि इसमें तीन प्रकार के हर्ब्स होते हैं जो कि शरीर के लिए अलग-अलग तरीके से काम करते हैं। जबकि, इसबगोल जेली जैसा कंपाउड है जो मल को मुलायम बनाने और पेट में फाइबर क्रिएट करने में कारगर है।क्या इसबगोल से पेट साफ होता है?
इसबगोल पेट साफ करने में मददगार है। आप इसे पानी में मिलाकर ले सकते हैं या दूध या छाछ में मिलाकर ले सकते हैं। यह मल को मुलायम बनाने और आंतों की गति तेज करके पेट साफ करने में मददगार है।इसबगोल को रोजाना लेने से क्या साइड इफेक्ट्स होते हैं?
इसबगोल को रोजाना लेने से क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं क्योंकि पेट के लिए हर दिन लैक्सेटिव लेना सही नहीं है। इससे पाचन क्रिया प्रभावित होता है और मल त्याग में दिक्कत होती है। साथ ही पेट से जुड़ी समस्या हो सकती है।