Can Walking In Early Pregnancy Cause Miscarriage In Hindi: प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कई तरह की सलाहें दी जाती हैं। कभी उन्हें सलाह दी जाती है कि सही डाइट फॉलो करें, ताकि बच्चे का विकास सही तरह से हो सके। इसी तरह, कभी कहा जाता है कि रेगुलर एक्सरसाइज करें, ताकि सिजेरियन डिलीवरी की इमर्जेंसी से बचा जा सके। हालांकि, कुछ लोगों का यह मानना भी है कि प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में महिलाओं को एक्सरसाइज या वॉक करने से बचना चाहिए। ऐसा किए जाने पर गर्भपात होने का रिस्क बढ़ जाता है। तो क्या वाकई इस बात में सच्चाई है या फिर यह महज एक मिथक है? आइए, इसकी सच्चाई जानते हैं।
क्या प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में वॉक करने से गर्भपात होता है- Can Walking In Early Pregnancy Cause Miscarriage In Hindi
UTSouthwestern Medical Center के अनुसार, "कई अध्ययनों से इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि प्रेग्नेंसी की शुरुआती दिनों से ही हर महिला को करीब 30 मिनट की एक्सरसाइज करनी चाहिए। यह बिल्कुल सेफ है। असल बात ये है कि प्रेग्नेंसी में एक्सरसाइज करने से प्रीमैच्योर डिलीवरी, मिसकैरेज या एब्नॉर्मल प्रेग्नेंसी का रिस्क नहीं बढ़ता है। इसके विपरीत, एक्सरसाइज की मदद से लेबर पेन में कमी आती है, नॉर्मल डिलीवरी की संभावना बढ़ती है और महिला की जीवनशैली हेल्दी रहती है। इससे बच्चे का विकास भी अच्छी तरह से होता है। जहां तक प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में मॉर्निंग वॉक करने की बात है, तो यह भी बिल्कुल सुरक्षित है। महिलाएं इन दिनों न सिर्फ मॉर्निंग वॉक कर सकती हैं, बल्कि रनिंग भी कर सकती हैं।"
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प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में कौन-सी एक्सरसाइज न करें- Exercises To Avoid During Pregnancy In Hindi
यह सच है कि प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों से ही महिलाओं को एक्सरसाइज और वॉक करना चाहिए। लेकिन, यह भी सच है कि महिलाओं को कुछ विशेष तरह के एक्सरसाइज करने से बचना चाहिए। इससे मिसकैरेज या डिलीवरी की कॉम्पलीकेशन बढ़ सकती हैं। जैसे-
- हैवी वेट लिफ्टिंगः हालांकि, वेट लिफ्टिंग अच्छी एक्सरसाइज है और इससे महिला के स्वास्थ्य में सुधार होता है। लेकिन, प्रेग्नेंसी में हैवी वेट लिफ्टिंग नहीं करना चाहिए। असल में, जैसे-जैसे महीने के दिन चढ़ते हैं, महिला का वजन बढ़ता जाता है। ऐसे में वेट लिफ्टिंग के दौरान महिला के लिए बैलेंस करना मुश्किल हो सकता है और गिरने के चांस बढ़ जाते हैं।
- स्कूबा डाइविंगः प्रेग्नेंट महिला को स्कूबा डाइविंग भी नहीं करनी चाहिए। स्कूबा डाइविंग गहरे पानी में किया जाता है। गहरे पानी में जाने से बॉडी पर प्रेशर बढ़ता है। यह सब गर्भवती महिलए के लिए सही नहीं है।
- रॉक क्लाइंबिंगः रॉक क्लाइंबिंग करना भी सुरक्षित नहीं है। अक्सर इस तरह की एक्टिविटी के दौरान गिरने का रिस्क रहता है।
प्रेग्नेंसी में वॉक करने के फायदे- Benefits Of Walking During Pregnancy
- प्रेग्नेंसी की किसी भी तिमाही में वॉक किया जा सकता है।
- इससे प्रेग्नेंसी के दौरान महिला को हेल्दी वजन बढ़ाने में मदद मिलती है।
- रेगुलर वॉक करने से पीठ दर्द की समस्या से राहत मिलती है और मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
- वॉक करने से कब्ज की समस्या से राहत मिलती है।
- प्रेग्नेंसी के दौरान वॉक करने से ओवर ऑल हेल्थ पर पॉजिटिव असर पड़ता है।
- इससे ब्लड फ्लो में सुधार होता है, जिससे हृदय स्वास्थ्य बेहतर रहता है।
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