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गर्भवती महिला को कितना पैदल चलना चाहिए? जानिए एक्सपर्ट से

How Much Walking is Safe During Pregnancy: गर्भावस्‍था में पैदल चलने से ब्‍लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखने में मदद मिलती है।
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गर्भवती महिला को कितना पैदल चलना चाहिए? जानिए एक्सपर्ट से


प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। हार्मोन्स में बदलाव की वजह से प्रेग्नेंसी में महिलाओं की सेहत बिगड़ सकती है। इन सभी परेशानियों से निपटने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है फिजिकल एक्टिविटी। अगर प्रेग्नेंट महिलाएं फिजिकली एक्टिव होती हैं तो उन्हें परेशानी कम महसूस होती है। शारीरिक तौर पर एक्टिव होने का यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि आप एक्सरसाइज करें, रनिंग के लिए घंटों तक पार्क में जाए या घर के भारी काम करें। प्रेग्नेंसी में महिलाएं सिर्फ पैदल चलकर यानी की वॉकिंग करके भी फिजिकली एक्टिव रह सकती हैं और इस दौरान आने वाली परेशानियों को कम किया जा सकता है।

हालांकि प्रेग्नेंट महिलाओं को कितना पैदल चलना चाहिए इसकी जानकारी किसी को नहीं होती है। यही वजह है कि आज इस आर्टिकल में हम प्रेग्नेंट महिलाओं को कितना पैदल चलना चाहिए इसके बारे में बताने जा रहे हैं। इस विषय पर जानकारी के लिए हमने दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल की गायनाकालॉजिस्ट डॉ. आंचल शर्मा से बात की।

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गर्भवती महिला को कितना पैदल चलना चाहिए?- How Much Walking is Safe During Pregnancy Expert Explains in Hindi

डॉ. आंचल शर्मा की मानें तो प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में महिला और गर्भ में पलने वाले शिशु की हालत क्या है, इसके आधार पर ही महिला को कितनी देर वॉक करने की जरूरत इसकी जानकारी दी जा सकती है। प्रेग्नेंसी के हर केस में वॉकिंग करने का समय अलग हो सकता है। प्रेग्नेंट महिलाओं को वॉकिंग शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से बातचीत करनी चाहिए। डॉक्टर का कहना है कि प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में सप्ताह में कम से कम 5 दिन सुबह और शाम को 30 से 40 मिनट तक वॉक करना जरूरी है। वहीं, प्रेग्नेंसी की दूसरी तिमाही में वॉकिंग का वक्त 20 से 25 मिनट और तीसरी तिमाही में 10 मिनट वाकिंग करनी चाहिए।

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प्रेग्नेंसी में पैदल चलने के फायदे क्या हैं?

  • प्रेग्नेंसी में वॉकिंग करने से मांसपेशियां टोन रहती हैं।
  • गर्भाशय का आकार बढ़ने की वजह से कई बार महिलाओं के पैर में दर्द हो सकता है। वॉकिंग करने से यह दर्द खत्म हो सकता है।
  • प्रेग्नेंसी में वॉकिंग करने से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
  • प्रेगनेंसी में ऐंठन, कब्ज और पेट दर्द के लक्षणों को भी वॉकिंग से कम किया जा सकता है।

प्रेग्नेंसी में वॉक करते वक्त सावधानियां

हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि प्रेग्नेंसी में वॉक करते वक्त महिलाओं को कुछ बातों का भी ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते है इसके बारे में।

वॉक करते समय फ्लैट और आरामदायक जूते पहनें, ताकि पैरों को परेशानी न हो।

वॉक करने से पहले त्वचा पर सनस्क्रीन जरूर लगाएं, ताकि टैनिंग की परेशानी न हो।

वॉक पर जाने से पहले खूब पानी पिएं ताकि शरीर हाइड्रेट रहे।

वॉक करने से 30 मिनट पहले स्‍नैक या कुछ भी हल्का जरूर खाएं। 

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