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नींद की कमी (अनिद्रा) भी बना सकती है आपको टाइप 2 डायबिटीज का शिकार, डॉक्टर से जानें कैसे

sleep and type 2 diabetes : क्या खराब नींद या अनिद्रा टाइप 2 डायबिटीज का कारण बनता है? इस बारे में जानने के लिए नीचे लेख पढ़ें-
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नींद की कमी (अनिद्रा) भी बना सकती है आपको टाइप 2 डायबिटीज का शिकार, डॉक्टर से जानें कैसे

डायबिटीज  एक क्रोनिक, मल्टीफैक्टीरियल और लाइफस्टाइल डिजीज है, जो अपर्याप्त इंसुलिन उत्पादन के कारण होता है। यह शरीर में उच्च रक्त शर्करा स्तर (high blood sugar level) और कई समस्याओं का कारण बनता है। डायबिटीज दुनियाभर में करोड़ों लोगों को प्रभावित करता है। डायबिटीज हर साल होने वाले लाखों मौतों का भी जिम्मेदार है। डायबिटीज को टाइप 1, टाइप 2 और गर्भाकालीन डायबिटीज में वर्गीकृत किया गया है। डायबिटीज होने के कई कारण होते हैं, उनमें से नींद भी एक है।

type 2 diabetes

दरअसल, डायबिटीज दुनियाभर में पुरुषों और महिलाओं दोनों को प्रभावित करता है। पारिवारिक इतिहास, मोटापा, तनाव और गतिहीन जीवन शैली इसके कई अहम कारण हैं। इतना ही नहीं डायबिटीज नींद से भी जुड़ा हुआ है। डायबिटीज नींद की गुणवत्ता को भी प्रभावित कर सकता है। शरीर में उच्च और निम्न दोनों शर्करा स्तर नींद को प्रभावित कर सकते हैं (low and high blood sugar level affect sleep)। इसकी वजह से अनिद्रा और दिन के समय थकान महसूस हो सकती है।  ऐसे में कई लोगों के मन में सवाल रहता है कि क्या खराब नींद या अनिद्रा की समस्या डायबिटीज का कारण बन सकता है? इस बारे में जानने के लिए हमने ग्लोबल हॉस्पिटल, मुंबई की कंसल्टेंट डायबेटोलॉजिस्ट डॉक्टर आरती उल्लाल (Dr Aarti Ullal, Consultant Diabetologist at Global Hospital, Mumbai) से बातचीत की- 

  • डॉक्टर आरती उल्लाल बताती हैं कि वजन कम होना, प्यास अधिक लगना, भूख लगना और बार-बार पेशाब जाना हाई ब्लड शुगर के लक्षण होते हैं। इस स्थिति में कई बार व्यक्ति को पेशाब के लिए रात में भी जागना पड़ता है, जिससे नींद खराब होती है।
  • शरीर में लो ब्लड शुगर लेवल व्यक्ति के लिए बुरे सपने का कारण बन सकता है। इस स्थिति में रोगी भ्रमित और थका हुआ महसूस करता है। इससे भी नींद प्रभावित होती है।

ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव से नींद खराब होती है। इसके विपरीत अगर डायबिटीज में मरीज की नींद खराब होती है, तो इससे उसका शुगर लेवल भी प्रभावित होता है। यानी खराब नींद या अनिद्रा डायबिटीज का कारण बन सकता है।

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नींद और डायबिटीज में संबंध (Link between sleep and diabetes)

  • नींद कम होने से कोर्टिसोल जैसे स्ट्रेस हार्मोन बढ़ सकते हैं, जिससे हाइपरग्लेसेमिया हो सकता है। 
  • नींद की कमी भी इंसुलिन प्रतिरोध को बढ़ाती है।
  • खराब नींद की वजह से खाने की आदतें भी खराब हो जाती है। इससे आहार अनियमित हो जाता है, जिससे समस्या बढ़ती है।
  • जो लोग कम सोते हैं, वे थका हुआ महसूस करते हैं और ऐसा खाना खाते हैं जो उनके शर्करा के स्तर को बढ़ाता है, जिससे उनका मधुमेह नियंत्रण बिगड़ता है। नींद की कमी से वजन बढ़ने और मोटापा होने का खतरा भी होता है।
  • खराब नींद अपनी देखभाल करने, व्यायाम या एक्सरसाइज के रूटीन को भी प्रभावित करता है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर अनियंत्रित होने लगता है। 
  • टाइप 2 मधुमेह रोगियों में ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम विकसित होने की संभावना अधिक होती है। 
healthy diet

अच्छी नींद लेने के लिए क्या करें?

  • ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में करके नींद में सुधार किया जा सकता है।
  • रात और दिन दोनों समय अच्छी नींद की आदतों को अपनाना चाहिए।
  • नियमित रूप से व्यायाम या एक्सरसाइज करना चाहिए।
  • हेल्दी डाइट या अच्छा आहार लेना चाहिए।
  • सोने का एक नियमित समय तय होना चाहिए।
  • शयनकक्ष को ठंडा और अंधेरा रखें।
  • रात को सोते समय कैफीन या निकोटीन के सेवन से बचें।
  • देर रात तक ब्लू लाइट जैसे टीवी, मोबाइल फोन, लैपटॉप के इस्तेमाल से बचें। इससे भी नींद प्रभावित होती है।
  • दूध, कीवी, चेरी, नट्स, चावल आदि खाद्य पदार्थों का सेवन करें। इससे नींद आने में मदद मिलती है।

मधुमेह रोगियों में संतुलित, पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेना बहुत जरूरी है। नींद और मधुमेह जटिल रूप से जुड़े हुए हैं और दोनों को नियंत्रित किया जा सकता है। अच्छी नींद ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रखने में मदद करता है। इसलिए हमेशा अच्छी नींद को प्राथमिकता दें। अच्छी नींद लेने से आपको आराम महसूस होगा। आप शारीरिक और मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहेंगे।

(main image : elsiglocoahuila.mx)

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