क्या खराब ओरल हाइजीन यानी मुंह और दांतों की सफाई न करना ओरल कैंसर का कारण बन सकता है? स्वस्थ रहने के लिए ओरल हाइजीन का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी होता है। खराब ओरल हाइजीन कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। इन्हीं में से एक ओरल कैंसर या मुंह का कैंसर (oral Cancer) है। ओरल कैंसर होने पर गाल के अंदर की तरफ छाले होना, मुंह और होंठों पर घाव होना आदि लक्षण दिखाई देते हैं। लंबे समय तक मुंह के अंदर सफेद धब्बा, घाव या छाला रहना, आगे चलकर मुंह का कैंसर बन सकता है। ओरल हाइजीन का ध्यान न रखने की वजह से भी यह हो सकता है, इसलिए इससे बचने के लिए दांतों और मुंह की सफाई करना भी बहुत जरूरी होता है।
मसीना अस्पताल, मुंबई के कंसल्टेंट ओरल पैथोलॉजिस्ट और माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉक्टर अलेफिया बी खंबाटी (Dr. Alefiya B. Khambaty, Consultant Oral Pathologist and Microbiologist, Masina Hospital, Mumbai) बताते हैं कि मुंह, दांतों को साफ रखने और इन्हें बीमारी से मुक्त रखने को ओरल हाइजीन कहा जाता है। सही तकनीक से दांतों को नियमित रूप से ब्रश करना, फ्लॉसिंग करना और दांतों के बीच सफाई करना, स्वस्थ दांतों, मसूड़ों और हड्डियों जैसे सहायक ऊतकों को बनाए रखने में मदद करता है। इन तरीकों से स्वस्थ रखें अपनी ओरल हाइजीन-
खराब ओरल हाइजीन से होने वाली समस्याएं
डॉक्टर अलेफिया बी खंबाटी बताते हैं कि खराब ओरल हाइजीन दांतों की दो मुख्य समस्याओं का कारण बनती हैं।
1. मुंह का कैंसर या ओरल कैंसर (Oral Cancer)
खराब ओरल हाइजीन की वजह से दांतों में सड़न होने लगती है, जो कैविटी का कारण बनती है। कैविटी की वजह से पेरिएपिकल संक्रमण (periapical infection) हो जाता है और गैर-महत्वपूर्ण दांत टूट जाते हैं। ये टूटे दांत मुंह के म्यूकोसा में पुरानी जलन का स्त्रोत हो सकते हैं और मुंह के कैंसर या ओरल कैंसर का कारण बन सकते हैं।
इसे भी पढ़ें - Oral Cancer: 45 की उम्र के बाद बढ़ जाता है मुंह के कैंसर का खतरा, जानें इसके लक्षण और बचाव का तरीका
2. प्रम रोग या पीरियोडोनाइटिस (Prum Disease or Periodonitis)
दांतों की सफाई न करना या ओरल हाइजीन का ध्यान न रखने की वजह से पीरियोडोनाइटिस की समस्या भी हो सकती है। इसमें पुरानी सूजन या क्रॉनिक इंफ्लामेशन oral epithelium के घातक परिवर्तन का खतरा हो सकता है।
ओरल प्लेक्यू (oral plaque) और पथरी (calculus) क्रॉनिक इंफ्लामेशन और इरिटेशन पैदा कर सकता है। कुछ बैक्टीरिया जैसे हेलिकोबैक्टर पाइलोरी ( Helicobacter pylori ) और पोर्फिरोमोनस जिंजिवलिस (Porphyromonas gingivalis) मौखिक उपकला को उपनिवेशित करते हैं, विभिन्न कैंसर से जुड़े हुए हैं। पीरियोडोनाइटिस के रोगियों (periodonitis) की मौखिक गुहा में जीवाणु प्रजातियां नाइट्रेट को नाइट्राइट में बदल देती हैं या एसिटालडिहाइड का उत्पादन करती हैं, जो सभी कार्सिनोजेनिक मेटाबोलाइट्स हैं।
मौखिक स्वस्छता के लिए सामान्य घरेलू देखभाल उपाय (common home care oral hygiene tips)
- नियमित रूप से टूथब्रश करना (Toothbrush)
- डेंटल फ्लॉस (Dental floss)
- इंटरडेंटल ब्रश (Interdental brushes)
- माउथ वॉश का इस्तेमाल करना (use mouth wash)
- ओरल इरिगेशन डिवाइस (Oral irrigation devices)
- टंग क्लीनर (Tongue cleaners)
अच्छी और स्वस्थ ओरल हाइजीन बहुत जरूरी होता है। इससे मुंह और दांत हमेशा स्वस्थ रहते हैं, जो मुंह के कैंसर से भी बचाव करता है।
खराब ओरल हाइजीन के कारण (poor oral hygiene causes)
खराब ओरल हाइजीन के कई कारण होते हैं। मुंह और दांतों की सफाई न करने के अलावा भी कई कारण ऐसे हैं, जो खराब ओरल हाइजीन के कारण बनते हैं। जानें-
1. दांतों को ब्रश करने और मुंह की सफाई की आदतों में कमी
अधिकतर लोग अपने दांतों को साफ करने के लिए रोजाना सिर्फ एक बार ब्रश करते हैं। ओरल हाइजीन के लिए दो बार ब्रश करना बहुत जरूरी होता है। इसके अलावा हमारे देश में कई लोग ऐसे भी हैं, जो दांतों की सफाई करने के लिए टूथब्रश या टूथपेस्ट का इस्तेमाल नहीं करते हैं। बल्कि इसकी जगह पर कोयला, मंजन, नमक, राख और लकड़ी का इस्तेमाल करते हैं। कई लोग तो अपने दातों को उंगुलियों की मदद से साफ करते हैं। इससे दांतों और मुंह की सफाई अच्छी तरह से नहीं हो पाती है, जो खराब ओरल हाइजीन का कारण बनता है। रोज दांतों का ब्रश न करने से कई समस्याएं हो सकती हैं।
2. सामाजिक-आर्थिक स्थिति
खराब सामाजिक आर्थिक स्थिति और खराब शिक्षा भी खराब ओरल हाइजीन का कारण बन सकता है। इसलिए ओरल हाइजीन के प्रति भी जागरूकता बहुत जरूरी है।
3. तंबाकू का सेवन
तंबाकू का सेवन भी खराब ओरल हाइजीन का कारण बनता है। इसके अलावा सिगरेट, बीड़ी का सेवन करने वाले लोगों का भी ओरल हाइजीन खराब होता है। ये सभी चीजें ओरल हाइजीन या मौखिक स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। इनके सेवन से हड्डियों को नुकसान पहुंचता है, मुंह के अंदर सफेद धब्बे, मसूड़ों की बीमारी और मुंह के कैंसर की समस्या हो सकती है।
4. शराब का सेवन
अधिक मात्रा में शराब का सेवन करना भी खराब ओरल हाइजीन का कारण बन सकता है। खराब ओरल हाइजीन के कारण ओरल कैविटी में रोगजनक बैक्टीरिया हो जाते हैं। ये बैक्टीरिया एथेनॉल को एल्डिहाइड में बदल देते हैं। यह अधिक शराब पीने वालों में मुंह के कैंसर के जोखिम को बढ़ा देते हैं।
इसे भी पढ़ें - मुंह के कैंसर (Oral Cancer) से जुड़े 12 पॉपुलर मिथक और उनकी सच्चाई बता रहे हैं एक्सपर्ट
5. गुटखा
नियमित रूप से गुटखे का सेवन भी मुंह के कैंसर और खराब ओरल हाइजीन का कारण बन सकता है। इसके नियमित सेवन से मौखिक स्वच्छता के रखरखाव में बाधा आती है और यह कैंसर को पैदा कर सकता है। इसके अलावा इससे दांत भी खराब हो सकते हैं, जिससे क्रॉनिक इरिटेशन हो सकती है।
6. कैंडिडिआसिस (Candidiasis)
खराब ओरल हाइजीन या खराब मौखिक स्वच्छता की वजह से फंगल में वृद्धि हो सकती है। जो व्यक्ति एंटी बायोटिक चिकित्सा, एड्स या एचआईवी से जूझ रहा है, उसे कैंडिडा का प्रकोप हो सकता है। कैंडिडा नाइट्रोसामाइन जैसे कार्सिनोजेनिक यौगिकों का उत्पादन कर सकता है और उपकला डिसप्लेसिया का कारण बनता है।
7.ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी)
जिन लोगों के दांत और मसूड़े खराब स्थिति में हैं, वे मौखिक वायरस एचपीवी के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकते हैं। यह मुंह और गले के कैंसर का कारण बन सकते हैं।
8.संतुलित आहार का अभाव
मसूड़ों और दांतों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए पर्याप्त विटामिन और खनिज युक्त संतुलित आहार की आवश्यकता होती है। विटामिन सी की कमी से स्कर्वी हो सकता है, जिसमें मसूड़ों से खून बहता है और मसूड़े की सूजन का कारण बनता है। यह पुरानी सूजन का कारण बन सकता है।
ओरल कैंसर के शुरुआती लक्षण (Oral Cancer Symptoms)
ओरल कैंसर के लक्षण इस प्रकार है-
- सफेद और लाल धब्बे
- पुराना मुंह का दर्द
- अल्सर या गांठ
- दांतों और जबड़ों में दर्द
- निगलने में परेशानी होना
अगर आपको ओरल कैंसर के इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दें, तो इन्हें बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। शुरुआत में ही डॉक्टर से कंसल्ट करके अपनी जरूरी जांच करवाएं। साथ ही ओरल कैंसर से बचाव के लिए ओरल हाइजीन का भी पूरा ध्यान रखें। मुंह और दांतों की सफाई का ध्यान रखकर आप इस गंभीर बीमारी से बच सकते हैं।