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क्या मेडिकल स्कैन बढ़ा सकते है बच्चों में ब्लड कैंसर का रिस्क? जानें डॉक्टर से

Medical Scans Cause Blood Cancer in Hindi: आजकल हर छोटी-बड़ी बीमारी पर मेडिकल स्कैन कराना बहुत ही आम हो गया है। लेकिन स्कैन कराने से क्या बच्चों को ब्लड कैंसर का रिस्क बढ़ सकता है? इस लेख में डॉक्टर ने कारण और मैनेज करने के तरीके बताए हैं।

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क्या मेडिकल स्कैन बढ़ा सकते है बच्चों में ब्लड कैंसर का रिस्क? जानें डॉक्टर से


Medical Scans Cause Blood Cancer in Hindi: आजकल पैरेंट्स बच्चों को लेकर कुछ ज्यादा ही जागरूक हो गए हैं। अगर बच्चे को चोट या किसी भी तरह की बीमारी होती है, तो जांच के लिए तुरंत डॉक्टर को दिखाते हैं। हालांकि यह आदत अच्छी है, लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह लिए CT Scan या X Ray कराना बच्चों की सेहत के लिए फायदेमंद नहीं होता। कई बार यह भी देखने को मिलता है कि डॉक्टर CT Scan या X ray की सलाह देते हैं, लेकिन पैरेंट्स बच्चे की सेहत चेक करने के लिए एक बार से ज्यादा स्कैन करा लेते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या बार-बार मेडिकल स्कैन कराने से बच्चों को ब्लड कैंसर का रिस्क बढ़ सकता है? इस बारे में हमने फरीदाबाद के सर्वोदय अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट और मेडिकल ऑनकोलॉजी, हेमटोलॉजी विभाग के हेड डॉ. अभिषेक राज (Dr Abhishek Raj,Senior Consultant & Head- Medical Oncology, Haematology & BMT, Sarvodaya Hospital, Faridabad) से बात की। उन्होंने न सिर्फ मेडिकल स्कैन के बारे में बताया, बल्कि इसके रिस्क को कम करने के तरीकों पर भी विस्तार से चर्चा की।

मेडिकल स्कैन और रेडिएशन से क्या होता है?

डॉ. अभिषेक ने कहा, “CT स्कैन और X-ray में रेडिएशन का इस्तेमाल होता है, जो शरीर के अंदर तक जाती है और इससे कोशिकाओं के DNA पर भी असर पड़ता है। अगर बच्चे का बार-बार स्कैन किया जाए या फिर रेडिएशन ज्यादा हो, तो कोशिकाओं में बदलाव देखने को मिल सकता है। इसके साथ यह भी महत्वपूर्ण है कि अगर डॉक्टर ने स्कैन की सलाह दी है, तो कराने में कोई रिस्क नहीं होता, लेकिन बच्चे का बार-बार बिना किसी डॉक्टरी सलाह के स्कैन नहीं कराना चाहिए।”

Medical scans cause blood cancer in hindi expert

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बच्चे स्कैन को लेकर ज्यादा संसेटिव क्यों होते हैं?

डॉ. मनदीप कहते हैं, “ दरअसल बच्चों का शरीर विकसित हो रहा होता है और उनके शरीर की कोशिकाएं तेजी से बढ़ती है, ऐसे में उनके DNA पर असर ज्यादा पड़ने की संभावना रहती है। बच्चों का शरीर छोटा होता है, तो रेडिएशन का ज्यादा प्रभाव पड़ सकता है। हालांकि यह असर तुरंत नहीं दिखता, कई सालों बाद इसका असर बच्चे में देखने को मिलता है। इसलिए मैं हमेशा बच्चों को बार-बार स्कैन कराने की सलाह नहीं देताऔर बच्चों में मेडिकल स्कैन करते समय बहुत ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत होती है।“

बच्चों में मेडिकल स्कैन को लेकर क्या कहती है रिसर्च?

The New England Journal of Medicine में प्रकाशित NEJM की रिपोर्ट के अनुसार, जिन बच्चों को बार-बार CT स्कैन करवाए गए, उनमें ब्लड कैंसर का खतरा सामान्य बच्चों की तुलना में थोड़ा ज्यादा रहता है। वैसे तो यह रिस्क बहुत ज्यादा नहीं होता, लेकिन अगर स्कैन में लगातार ज्यादा डोज दिया जाए, तो बच्चे को ब्लड कैंसर होने का रिस्क बढ़ सकता है।

बच्चों का स्कैन कराते समय पैरेंट्स को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

डॉ. मनदीप ने पैरेंट्स को कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दी हैं।

  • जब भी डॉक्टर स्कैन की सलाह देते हैं, तो डॉक्टर से किसी अन्य विकल्प के बारे में जरूर बात करें। जैसे कि बच्चे का अल्ट्रासाउंड या MRI हो सकता है।
  • जब भी बच्चों का स्कैन होता है, तो खास तरह की मशीनों और सेटिंग्स का इस्तेमाल होता है। पैरेंट्स को भी इन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
  • पैरेंट्स को हमेशा पुरानी रिपोर्ट्स जरूर रखनी चाहिए। इससे बच्चों का बार-बार स्कैन से बचाव हो जाता है।
  • बिना वजह बच्चे के पूरे शरीर का स्कैन न कराएं। इससे फायदे की बजाय नुकसान ज्यादा होता है।
  • डॉक्टर की सलाह पर ही रिपीट टेस्ट कराएं।

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निष्कर्ष

डॉ. अभिषेक राज कहते हैं कि बच्चों के लिए CT स्कैन का इस्तेमाल करते समय खास ध्यान रखना चाहिए। हमेशा बच्चों का डोज कम ही रखें और स्कैन या गलत सेटिंग बच्चों में ब्लड कैंसर का रिस्क बढ़ा सकती है। पैरेंट्स को इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि जहां जरूरत हो, वहीं स्कैन कराएं। हमेशा डॉक्टर की सलाह लेकर ही स्कैन कराना चाहिए।

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  • Oct 08, 2025 13:49 IST

    Published By : Aneesh Rawat

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