
लिवर हमारे शरीर के उन कुछ जरूरी अंगों में से है जो कि शरीर के वेस्ट प्रोडक्ट्स को बाहर निकालने में मदद करता है। लिवर का खाना पचाने से लेकर खाने के वेस्ट प्रोडक्ट तक बाहर निकालने में एक बड़ी भूमिका है। यही कारण है कि जब आपको लिवर से जुड़ी समस्याएं होती हैं, तो आपका खाना खाने से लेकर खाना पचाने और मल-मूत्र त्यागने तक सारे फंक्शन डिस्टर्ब हो जाते हैं। ऐसा ही लिवर खराब होने का एक लक्षण है, कब्ज की समस्या। जी हां, अगर किसी को बार-बार कब्ज की समस्या हो रही है तो उसे लिवर का चेकअप करवाना चाहिए। क्योंकि ये लिवर के खराब होने का संकेत हो सकता है। ये हम नहीं बल्कि लखनऊ के अजंता हॉस्पिटल के नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. अभिषेक अगत्य का कहना है।

लिवर की समस्याओं के कारण कब्ज- Liver problem and Constipation
लिवर की समस्याओं के कारण कई बार हमें कब्ज की समस्या होती है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि ये तब हो सकता है जब आप बहुत अधिक एसिटामिनोफेन या अन्य दवाएं लेते हैं। या फिर आप कुछ हर्बल सप्लीमेंट ले रहे हों। इसके अलावा वायरस और ऑटोइम्यून स्थितियां भी लिवर के कारण कब्ज की समस्या का कारण बन सकता है। इसके अलावा कुछ स्थितियों में ये समस्याएं और बढ़ सकती हैं।
1. डायबिटीज में
डाबबिटीज में अक्सर लोगों को लिवर से जुड़ी समस्याएं होती रहती हैं। दरअसल, डायबिटीज में हाई शुगर की समस्या नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लीवर को बढ़ा सकती है जिसमें कि लिवर में अत्यधिक फैट जमा होने लगता है। इसमें मरीजों का बॉवेल मूवमेंट भी बहुत प्रभावित होता है और खाना पचने में दिक्कत होती। इसकी वजह से कब्ज की समस्या होती है। ऐसे में डायबिटीज में कब्ज की समस्या से बचने के लिए आपको पहले अपना शुगर कंट्रोल करना होगा और लिवर की बीमारियों से बचे रहना होगा।
2. फैटी लिवर के मरीजों में
फैटी लिवर के मरीजों में भी कब्ज की समस्या ज्यादा होती है। दरअसल, फैटी लिवर के मरीजों में मेटाबोलिज्म असंतुलित हो जाता है। इसके कारण पेट साफ नहीं होता है और आपको भूख नहीं लगती है। इसके अलावा रह-रह कर आपको कब्ज की समस्या रहती है। लंबे समय तक ऐसा रहना सही नहीं है क्योंकि आगे चल कर ये लिवर में सूजन या सॉरोइसिस की दिकक्त पैदा कर सकती है।
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3. लिवर की अन्य गड़बड़ियों में
लिवर की अन्य गड़बड़ियों में जैसे कि लिवर फेल्योर और लिवर सिरोसिस में भी आपको कब्ज की समस्या हो सकती है। दरअसल, शरीर इस दौरान ना पानी को रिटेन करके मल को हल्का करता है, ना ही इसे तेजी से बाहर निकालने में मदद कर पाता है। ऐसे में आपको डॉक्टर की सहायता लेने की जरूरत पड़ सकती है।

4. कुछ अन्य कारणों से
शरीर में कई चीजें एक दूसरे जुड़ी होती हैं। जैसे कि आपकी डाइट आपके लिवर के काम काज को प्रभावित कर सकती है। तो वहीं, अनएक्टिव लाइफस्टाइल भी इसका कारण बन सकता है। ऐसे में जरूरी ये है कि आप लिवर को प्रभावित करने वाले कारकों के बारे में जाने और इससे बचाव की कोशिश करें। जैसे कि
- -फाइबर की कमी से बचें।
- -अपर्याप्त तरल पदार्थ का सेवन से बचें
- -शारीरिक गतिविधि करते रहें
- - बेमतलब की दवाइयां ना लें।
- -हाइपोथायरायडिज्म के कारण
- -तंत्रिकाओं से जुड़ी बीमारियों के कारण
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कब्ज से बचाव के उपाय
कब्ज से बचाव के लिए जरूरी है कि आप अपने लिवर को स्वस्थ रखें। इसके लिए आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि
- -प्रति सप्ताह 3 बार से कम मल त्याग होने पर तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि ये खराब हो रहे लिवर फंक्शन का संकेत हो सकता है।
- -पेट में सूजन या बेचैनी रहने पर भी अपने डॉक्टर को पहले दिखा लें।
- -मल त्याग के दौरान बार-बार तनाव महसूस हो तो अपनी डाइट में कुछ बदलाव करें। जैसे कि ढ़ेर सारा पानी पिएं। पानी से भरपूर आहार लें और एक्टिव लाइफस्टाइल फॉलो करें।
इस दौरान एक बात का खास ध्यान रखें कि मल त्याग करने के लिए ज्यादा दबाव ना डालें। साथ ही इसके लिए पेट साफ करने वाली दवाइयों और चूर्ण का इस्तेमाल भी ना करें। इससे आपके लिवर को और लंबे समय के लिए नुकसान हैं।
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