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Vitamin D Impact On Tooth Development: आमतौर पर दांतों में सड़न, मसूड़ों में तकलीफ या संक्रमण के कारण दांतों में दर्द होता है। इस तरह की समस्या से छुटकारा पाने के लिए विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि रोजाना दो बार ब्रश करें। कई लोग ऐसा करते भी हैं। इसके बावजूद कभी-कभी दांतों में दर्द होने लगता है। ऐसे में सवाल उठता क्या दांत का दर्द किसी पोषक तत्व की कमी के कारण हो सकता है? कई लोगों को लगता है कि विटामिन डी की कमी की वजह से ऐसा होता है। तो आइए, जानते हैं कि विटामिन डी की कमी और दांतों में दर्द का आपस में क्या कनेक्शन है? इस बारे में जानने के लिए हमने नोएडा सेक्टर 27 स्थित कैलाश हॉस्पिटल में Dental surgeon डॉ. तनु मेहता से बात की।
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क्या विटामिन डी की कमी के कारण दांत में दर्द हो सकता है?- Can Lack Of Vitamin D Affect Your Teeth In Hindi
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हां, यह सच है कि विटामिन डी की कमी के कारण दांतों की समस्या हो सकती है। असल में जब शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है, तो कैल्शियम अवशोषण (Absorption) में दिक्कत आने लगती है। ऐसे में दांतों के इनेमल कमजोर हो सकते हैं, कैविटी का रिस्क बढ़ जाता है और गम डिजीज का जोखिम भी होने लगता है। यही नहीं, विटामिन डी की वजह से फ्रैक्चर, ब्लीडिंग और दांतों में सूजन की दिक्कतें भी हो सकती हैं। गंभीर मामलों में विटामिन डी की कमी की वजह से दांतों के स्ट्रक्चर में बदलाव होने लगता है, जो धीरे-धीरे दांतों का पीला पड़ना और दांतों के टूटने में भी बदल सकता है। NCBI की मानें तो विटामिन डी दांतों को मिनरल्स प्रोवाइड करने के मुख्य स्रोतों में से एक है।
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विटामिन डी की कमी दांतों की तकलीफ को कैसे प्रभावित करती है?
1. दांतों में सड़न
जैसा कि शुरू में ही जिक्र किया है कि विटामिन डी की कमी की वजह से कैल्शियम का अवशोषण बाधित होता है। इसके साथ ही फास्फोरस एब्जॉर्प्शन पर भी असर पड़ता है। यह स्थिति दांतों को कमजोर बना देती है और टीथ इनेमल पर भी नेगेटिव असर पड़ता है। ऐसे में दांतों में आसानी से कैविटी हो सकती है और संक्रमण का रिस्क भी बढ़ जाता है।
2. फ्रैक्चर का रिस्क
जब शरीर को पर्याप्त मात्रा में मिनरल्स नहीं मिलते हैं, तो ऐसे में दांतों का टूटना, क्रैक पड़ना या अचानक कुछ चबाते हुए दांतों का हिलना। इस तरह की परेशानियां भी देखने को मिलती हैं। इससे स्पष्ट है कि विटामिन डी दांतों के लिए बहुत जरूरी पोषक तत्व है।
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3. गम डिजीज का जोखिम
जैसे-जैसे शरीर में विटामिन डी की कमी होती चली जाती है, वैसे-वैसे मसूड़ों में सूजन ब्लीडिंग और जॉ लाइन को सपोर्ट करने वाले टिश्यूज भी कमजोर हो जाते हैं। यह स्थिति पेरियोडोंटल डिजीज और जिंजिवाइटिस का कारण बन सकती है। ध्यान रखें कि विटामिन डी की कमी मसूड़ों में सूजन और दांतों में प्लाक जमने की वजह भी हो सकते हैं।
4. हीलिंग प्रक्रिया में देरी
अगर किसी को पहले से ही दांतों से जुड़ी समस्या है या ओरल सर्जरी हुई है, तो विटामिन डी की कमी की वजह से उनकी हीलिंग प्रक्रिया धीमी हो जाती है। यहां तक कि दांतों का ट्रीटमेंट भी प्रभावशाली तरीके से काम नहीं करता है।
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निष्कर्ष
कुल मिलाकर, कहने की बात ये है कि विटामिन डी का दांतों से संबंधित समस्याओं से गहरा संबंध है। इसलिए, कोशिश करनी चाहिए कि शरीर में विटामिन डी की कमी न हो। इसके लिए पर्याप्त धूप के संपर्क में रहें, अच्छी डाइट फॉलो करें। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि हेल्दी दांतों के लिए अपनी डाइट में मछली, फिश लिवर ऑयल, अंडे और जरूरी हो, तो विटामिन डी के सप्लीमेंट्स भी लें। हालांकि, विटामिन डी सप्लीमेंट्स के लिए डॉक्टर की सलाह लेना न भूलें।
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FAQ
विटामिन डी की कमी से दांतों में क्या होता है?
विटामिन डी की कमी से दांत कमजोर हो जाते हैं, इनेमल पतले हो जाते हैं और कैविटी यानी दांतों की सड़न का जोखिम भी बढ़ सकता है।विटामिन डी की कमी से कौन सा रोग होता है?
विटामिन डी की कमी वजह से कई तरह के रोग हो सकते हैं। यह मुख्य रूप से हड्डियों को नुकसान पहुंचाता हैं इसकी वजह से वयस्कों में ऑस्टियोमलेशिया (हड्डियों में दर्द, कमजोरी) और ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियां कमजोर और भंगुर) जैसे रोग होते हैं और फ्रैक्चर का खतरा भी बढ़ता है। वहीं, बच्चों की बात करें, तो विटामिन डी की कमी से बच्चों में रिकेट्स (हड्डियां नरम और मुड़ी हुई) का रिस्क बढ़ जाता है।कौन सी बीमारी आपके दांत कमजोर करती है?
अगर दांतों में कैविटी लग जाए, तो इससे दांतों में सड़न और दांतों में छेद होने का जोखिम बढ़ जाता है।
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Dec 28, 2025 16:47 IST
Published By : Meera Tagore
