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कहीं बार-बार चक्कर आने का कारण डिप्रेशन तो नहीं? डॉक्टर से जानें कैसे पहचानें

बार बार चक्‍कर आने का कारण तनाव भी हो सकता है, जानते हैं दोनों में आख‍िर क्‍या संबंध है   
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कहीं बार-बार चक्कर आने का कारण डिप्रेशन तो नहीं? डॉक्टर से जानें कैसे पहचानें


क्‍या आपको भी बार-बार चक्‍कर आते हैं कहीं इसका कारण तनाव तो नहीं। चक्‍कर आने पर व्‍यक्‍त‍ि को धुंधला नजर आने लगता है, उसे बात करने में द‍िक्‍कत होती है, कम सुनाई देने लगता है। अगर आपको भी ऐसी समस्‍या हो रही है तो आपको डॉक्‍टर से सलाह लेनी चाह‍िए। कई एक्‍सपर्ट ऐसा मानते हैं क‍ि तनाव के कारण भी चक्‍कर आ सकते हैं। इस लेख में हम ड‍िप्रेशन के कारण चक्‍कर आने का कारण और इलाज जानेंगे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की। 

dizziness in hindi

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तनाव के कारण चक्‍कर आने के लक्षण क्‍या हैं? (Dizziness symptoms in hindi)

तनाव के कारण चक्‍कर आने की समस्‍या को नजरअंदाज करने पर न्‍यूरो ड‍िसऑर्डर हो सकते हैं, अगर आपको चक्‍कर आ रहे हैं तो डॉक्‍टर की सलाह लें। चक्‍कर आने पर धुंधला नजर आने लगता है, चेहरे या हाथ-पैर में ब्‍लड सर्कुलेशन न होने के कारण आप बेहोश हो सकते हैं या आपको बेचैनी महसूस हो सकती है। अगर तनाव के कारण आपको चक्‍कर आ रहे हैं तो ये लक्षण नजर आ सकते हैं- 

  • स‍िर में तेज दर्द के साथ स‍िर घुमना।
  • भ्रम होना या कंफ्यूजन होना। 
  • द‍िल की अन‍ियम‍ित धड़कन।
  • चक्‍कर आने के साथ जी म‍िचलाना।   

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तनाव के कारण चक्‍कर क्‍यों आते हैं? (Dizziness and depression)

हां, अगर आप तनाव में हैं तो आपको चक्‍कर आ सकते हैं। दरअसल तनाव द‍िमाग पर असर डालता है ज‍िससे हार्ट रेट तेज हो जाता है और सांस भी तेज हो जाती है। इन प्रत‍िक्र‍ियाओं का असर द‍िमाग पर पड़ता है और तनाव या च‍िंता की स्‍थ‍ित‍ि में चक्‍कर आ सकते हैं। चक्‍कर आने और तनाव का र‍िलेशन गहरा है, तनाव होने पर चक्‍कर आ सकते हैं और चक्‍कर आने के कारण तनाव हो सकता है। 

चक्‍कर आने की समस्‍या को कैसे दूर करें? (How to cure dizziness) 

depression tips

image source: everydayhealth

  • अगर आपको चक्‍कर आए तो सबसे पहले बैठ जाएं और पानी का सेवन करें, ड‍िहाइड्रेशन से बचने और चक्‍कर आने की समस्‍या को दूर करने के ल‍िए आप पानी प‍िएं।
  • आपको चक्‍कर आने पर कैफीन, तंबाकू, शराब आद‍ि का सेवन करना अवॉइड करना चाह‍िए।
  • चक्‍कर आ रहे हैं तो आपको व‍िटाम‍िन ई, आयरन, व‍िटाम‍िन सी आद‍ि का सेवन करना चाह‍िए, आप कोई फल भी खा सकते हैं जैसे संतरा, अंगूर आद‍ि। 
  • इसके साथ ही आपको रोजाना मेड‍िटेशन करना चाह‍िए, इससे तनाव कम होगा और चक्‍कर भी नहीं आएंगे। 
  • सीबीटी थेरेपी की मदद से भी तनाव को कम कर सकते हैं, तनाव घटने से चक्‍कर आने की समस्‍या बंद हो जाएगी। 

चक्‍कर आने की समस्‍या से न‍िजात द‍िलाए शवासन (Try yoga to cure dizziness)  

  • शवासन के जर‍िए आप बार-बार चक्‍कर आने की समस्‍या से न‍िजात पा सकते हैं। 
  • आपको सबसे पहले पीठ के बल लेट जाना है और दोनों हाथों को शरीर में बगल में रखना है और उंगल‍ियों को खुली रखना है। 
  • पैर को एक-दूसरे से थोड़ा दूर करें और आंख बंद कर लें, अपने शरीर को ढीला छोड़ दें। 
  • इस अवस्‍था में सांस लेते रहें और मन को शांत करने का प्रयास करें।   
  • आप हर द‍िन इस योग को कर सकते हैं, अगर आपको अक्‍सर चक्‍कर आने की समस्‍या होती है तो आप इस योग को ट्राय कर सकते हैं। 

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ब्रीद‍िंंग एक्‍सरसाइज (Breathing exercise) 

  • आपको चक्‍कर आने की समस्‍या और तनाव से बचने के ल‍िए ब्रीद‍िंंग एक्‍सराइज करनी चाह‍िए।
  • ब्रीद‍िंग एक्‍सरसाइज के ल‍िए आप ध्‍यान की मुद्रा में एक जगह बैठ जाएं। 
  • अब आपको गहरी सांस लेना है और छोड़ देना है, आपको कम से कम 30 म‍िनट ब्र‍ीद‍िंग एक्‍सरसाइज करनी चाह‍िए।
  • ब्रीद‍िंग एक्‍सरसाइज करने के 40 म‍िनट बाद और पहले कुछ न खाएं।      

आपको भी तनाव के कारण चक्‍कर आने की समस्‍या परेशान कर रही है तो डॉक्‍टर से म‍िलें और इलाज करवाएं। 

main image source: https://post.psychcentral.com

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