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शारीरिक गतिविधियां हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती है। ऐसे में लोग अलग-अलग तरह की शारीरिक गतिविधियां अपने फिजिकल एक्टिविटी में शामिल करते हैं, जिसमें साइकिल चलाना भी शामिल है। साइकिल चलाने से हमारा शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होता है, दिल से जुड़ी बीमारियों का जोखिम कम होता है, वजन कम करने में मदद समेत कई तरह के फायदे मिलते हैं। साइकिल चलाना लड़की और लड़के दोनों की सेहत के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन कुछ पेरेंट्स अपनी बेटी को साइकिल चलाने से रोकते हैं, जिसका सबसे बड़ा कारण लड़कियों के साइकिल चलाने से जुड़ा अंधविश्वास है।
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दरअसल कई लोगों का मानना है कि साइकिल चलाने से लड़कियों की वर्जिनिटी चली जाती है। हमारे समाज में लड़कियों की वर्जिनिटी को लेकर एक अलग तरह का डर का माहौल बना रहता है, जिसके कारण लोग अक्सर सुनी-सुनाई अफवाहों और गलतफहमियों पर आसानी से विश्वास कर लेते हैं। खासकर, लड़कियों के बारे में यह माना जाता है कि बहुत ज्यादा शारीरिक गतिविधियां या खेल-कूद करने से भी उनकी वर्जिनिटी जा सकती हैं, जिसमें साइकिल चलाने को लेकर सबसे ज्यादा लोगों के मन में डर होता है, जिस कारण कई पेरेंट्स इस मिथक के कारण अपनी बेटियों को साइकिल चलाने से रोकते हैं। इसलिए, आज के इस लेख में हम नोएडा स्थित एनआईआईएमएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के एसोसिएट प्रोफेसर- प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की डॉ. काजल सिंह (Dr. Kajal Singh, Associate Professor, Department of Obstetrics and Gynecology, NIIMS Medical College and Hospital, Noida) से जानते हैं कि क्या सच में साइकिल चलाने से वर्जिनिटी चली जाती है?
क्या सच में साइकिल चलाने से वर्जिनिटी चली जाती है?
डॉ. काजल सिंह का कहना है कि अनुसार, "सबसे पहले, मैं यह साफ कर दूं कि वर्जिनिटी कोई मेडिकल टर्म नहीं है, बल्कि यह एक सोशल आइडिया है। मेडिकली, अगर हम हाइमन की बात करें, जो एक पतली इलास्टिक मेम्ब्रेन होती है, तो यह स्पोर्ट्स, दौड़ने, कूदने, डांस करने या साइकिल चलाने से नेचुरली खिंच सकती है या फट सकती है। इसका सेक्सुअल एक्टिविटी से कोई सीधा लिंक नहीं होता है और हाइमन का होना या न होना आपकी वर्जिनिटी को तय नहीं कर सकता है। इसलिए, साइकिल चलाने से वर्जिनिटी लूज होती है या नहीं, इसका जवाब साफ और साइंटिफिक है कि साइकिल चलाने से वर्जिनिटी खत्म नहीं होती है या (virginity kaise jati hai) उस पर कोई भी असर नहीं पड़ता है और यह एक हेल्थ केयर प्रोवाइडर के तौर पर है।"
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लड़कियों के लिए साइकलिंग के फायदे
लड़कियों के लिए साइकिल चलाना बहुत फायदेमंद होता है, क्योंकि-
- हार्मोन बैलेंस रखने में फायदेमंद
- शरीर को मजबूत बनाता है।
- मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रहता है
- वजन कंट्रोल करने में फायदेमंद होता है
- पीरियड्स नियमित रखने में मदद मिलती है
- तनाव और एंग्जाइटी कम होती है।
- दिल और फेफड़े स्वस्थ रहते हैं।
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साइकिल चलाते समय इन बातों का रखें ध्यान
बहुत कड़ी सीट पर लंबे समय तक बैठने से आपको असुविधा हो सकती है, इसलिए मुलायम सीट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- सीट बहुत ऊंची या नीची होने पर पेल्विक एरिया पर दबाव बढ़ता है, इसलिए साइकिल की ऊंचाई सही रखें।
- साइकिल चलाने के दौरान आरामदायक कपड़े पहनने की कोशिश करें, ताकि घर्षण कम हो
- शरीर को खिंचाव या दबाव से बचाने के लिए बीच-बीच में आराम करते रहे।
- पसीने या घर्षण की वजह से जलन हो सकती है, इसलिए साफ-सफाई का ध्यान रखें।
निष्कर्ष
साइकिल चलाने से लड़कियों की वर्जिनिटी प्रभावित नहीं होती है। यह पूरी तरह से मिथक और गलत धारणा है, जिस पर विश्वास करने से बचना चाहिए। साइकिल चलाना लड़की और लड़कों दोनों की सेहत के लिए फायदेमंद होती है, इसलिए फिट रहने के लिए साइकिलिंग को अपने फिजिकल रूटीन में जरूर शामिल करें।
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Nov 26, 2025 16:44 IST
Published By : Katyayani Tiwari