ऑस्टियोमाइलाइटिस (osteomyelitis) एक ऐसी स्थिति में जिसमें हड्डियों में संक्रमण की समस्या हो जाती है। यह तब होता है जब कोई इंफेक्शन आपकी हड्डियों में फैल जाता है। ऑस्टियोमाइलाइटिस, बॉन मेरो में दर्दनाक सूजन पैदा करता है जो आपको अपने हाथ-पैरों में महसूस हो सकता है। ये एक ऐसी बीमारी है जो कि बड़े हो या बच्चे किसी को भी प्रभावित कर सकता है। इसमें रीढ़ की हड्डी बनाने वाली हड्डियां या कूल्हों में दर्द हो सकता है। इस बीमारी का समय पर इलाज जरूरी है नहीं तो समय के साथ ये हड्डियों को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकता है और नेक्रोसिस यानी ऊतकों की मृत्यु का कारण बन सकता है। ऐसे में इस बीमारी से पीड़ित मरीजों को अक्सर यही डर लगता है कि कहीं इलाज के बाद उनकी हड्डियां फिर से ठीक हो सकती हैं? जानते हैं इस बारे में डॉ. मिहिर थानवी, सीनियर कंसलटेंट-आर्थोपेडिक्स, अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल, जयपुर पर उससे पहले जान लेते हैं ऑस्टियोमाइलाइटिस की बीमारी क्यों होती है?
ऑस्टियोमाइलाइटिस का कारण क्या है-What causes osteomyelitis?
ऑस्टियोमाइलाइटिस हड्डी का एक संक्रमण और सूजन है, जो आमतौर पर बैक्टीरिया के कारण होता है। ये स्टैफिलोकोकस ऑरियस के कारण होता है, जो त्वचा पर पाया जाने वाला एक प्रकार का बैक्टीरिया है, जिसे स्टैफ भी कहा जाता है। आमतौर पर इस बीमारी में बैक्टीरिया ब्लड सर्कुलेशन के जरिए हड्डियों तक पहुंच जाता है और फिर गंभीर संक्रमण का कारण बन सकता है जो शरीर के सबसे लंबी हड्डियों को प्रभावित कर सकता है। इसके बाद ये टिशूज तक पहुंच जाता है जो चोट या सर्जरी के बाद हो सकता है।
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ऑस्टियोमाइलाइटिस तब भी हो सकता है जब शरीर के किसी अन्य हिस्से में इंफेक्शन हो जैसे यूटीआई और निमोनिया आदि। इतना ही नहीं, ऑस्टियोमाइलाइटिस किसी चोट, डायबिटीज, एचआईवी, रुमेटीइड अर्थराइटिस, सिकल सेल एनीमिया या किडनी की बीमारी जैसी कोई पुरानी बीमारी के कारण भी हो सकता है।
ऑस्टियोमाइलाइटिस के लक्षण-Osteomyelitis symptoms
ऑस्टियोमाइलाइटिस के बाद जब इंफेक्शन हड्डियों तक पहुंच जाता है तो इससे कई लक्षण महसूस हो सकते हैं जैसे कि शरीर में दर्द होना, सूजन की समस्या, हड्डियों में रेडनेस और बुखार की समस्या हो सकती है। इस इलाज में एंटीबायोटिक्स और कभी-कभी सर्जरी शामिल होती है और दीर्घकालिक संक्रमण या हड्डी की मृत्यु जैसी गंभीर जटिलताओं को रोकने के लिए एंटीबायोटिक का कोर्स पूरा करना जरूरी है।
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ऑस्टियोमाइलाइटिस के बाद हड्डियां ठीक हो सकती हैं-Can you fully recover from osteomyelitis in hindi
ऑस्टियोमायलाइटिस एक गंभीर हड्डी के संक्रमण की बीमारी है, लेकिन सही इलाज और देखभाल से हड्डियां ठीक हो सकती हैं। संक्रमण को खत्म करने के लिए एंटीबायोटिक्स और कभी-कभी सर्जरी की जरूरत होती है। अगर समय पर इलाज शुरू किया जाए तो हड्डियों को नुकसान कम होता है और वह ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है। इलाज के दौरान मरीज को आराम करना चाहिए और डॉक्टर की सलाह अनुसार दवाइयां पूरी करनी चाहिए। कुछ मामलों में हड्डी की मरम्मत के लिए फिजियोथेरेपी भी जरूरी होती है ताकि हड्डी की ताकत और गति वापस आए।
हालांकि, गंभीर संक्रमण या देर से इलाज में हड्डी में स्थायी नुकसान भी हो सकता है। इसलिए किसी भी तरह की हड्डी में दर्द या संक्रमण के लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, जिससे समय रहते सही उपचार हो सके और हड्डियां स्वस्थ हो सकें।
FAQ
हड्डियों के लिए कैल्शियम का अवशोषण कैसे बढ़ाएं?
हड्डियों के लिए कैल्शियम का अवशोषण बढ़ाने के लिए उन फूड्स का सेवन करें जैसे कि आप दूध, अंडे, दही, पनीर, हरी पत्तेदार सब्जियां, ड्राई फ्रूट्स और मछली आदि । इसके अलावा आप बादाम, तिल, सूरजमुखी के बीज, सोया दूध, संतरे का रस और अनाज आदि का सेवन भी कर सकते हैं।क्या ऑस्टियोमाइलाइटिस का इलाज संभव है?
हां, ऑस्टियोमाइलाइटिस अक्सर ठीक हो जाता है लेकिन इसके लिए एंटीबायोटिक दवाओं की जरूरत होती है हालांकि, कई बार सर्जरी की जरूरत होती है।कौन सा तेल लगाने से हड्डी मजबूत होती है?
हां, ऑस्टियोमाइलाइटिस अक्सर ठीक हो जाता है लेकिन इसके लिए एंटीबायोटिक दवाओं की जरूरत होती है हालांकि, कई बार सर्जरी की जरूरत होती है।
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Sep 20, 2025 10:14 IST
Modified By : Pallavi KumariSep 20, 2025 10:14 IST
Published By : Pallavi Kumari