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Cold water for arthritis: सर्दियों के मौसम में ज्यादातर लोग गर्म पानी से नहाना पसंद करते हैं। हालांकि, ऐसे लोगों की संख्या भी कम नहीं है, जो सर्दियों में भी ठंडे पानी से नहाने को महत्व देते हैं। कई लोग ऐसा स्किन प्रॉब्लम के कारण करते हैं, तो कुछ लोगों को हर मौसम में ठंडे पानी से ही नहाना पसंद आता है। बहराहल, आपने सुना होगा कि सर्दियों के दिनां में जोड़ों का दर्द, अर्थराइटिस की तकलीफें बढ़ जाती हैं। ऐसे में यह सवाल भी मन में उठता है कि क्या ठंडे पानी से नहाने के कारण भी अर्थराइटिस की तकलीफ बढ़ सकती है? आइए, जानते हैं इस बारे में एक्सपर्ट क्या बताते हैं? और क्या अर्थराइटिस के मरीजों के लिए ठंडे पानी से नहाना सेफ होता है? इस बारे में भी नई दिल्ली स्थित Sri Balaji Action Medical Institute में Director Robotic Joint Replacement, Sports Injury and Orthopedic और दिल्ली के द्वारका स्थित Orthopedic and Spine Clinic के फाउंडर डॉ. अखिलेश राठी से जानेंगे।
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क्या ठंडे पानी से नहाने के कारण अर्थराइटिस की कंडीशन बिगड़ सकती है?- Is Cold Water Shower Bad For Arthritis In Hindi
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इससे पहले कि हम यह जानें कि ठंडे पानी से नहाने पर अर्थराइटिस की कंडीशन बिगड़ती है या नहीं, पहले यह जान लेते हैं कि अर्थराइटिस है क्या? अर्थराइटिस जोड़ों में होने वाली सूजन के लिए बोला जाता है। अर्थराइटिस कई तरह के होते हैं। इसमें ओस्टियोअर्थराइटिस, रूमेटाइड अर्थराइटिस और गाउट शामिल हैं। सर्दियों के दिनों जोड़ों का दर्द अपने आप बढ़ जाता है, क्योंकि ब्लड फ्लो सही तरह से नहीं होता है। जहां तक सवाल इस बात का है कि क्या ठंडे पानी से नहाने के कारण अर्थराइटिस की कंडीशन बिगड़ सकती है, इस बारे में डॉ. अखिलेश राठी बताते हैं, "हां, यह सच है कि ठंडे पानी से नहाने के कारण अर्थराइटिस की कंडीशन बिगड़ सकती है, क्योंकि जोड़ां की स्टिफनेस बढ़ जाती है, ब्लड फ्लो बाधित हो जाता है और ठंडा पानी जोड़ों की मूवमेंट को भी बाधित करता है।"
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ठंडे पानी से नहाने के कारण अर्थराइटिस की कंडीशन क्यों बिगड़ती है?
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जोड़ों में स्टिफनेसः जैसा कि आपको यह स्पष्ट हो गया है कि ठंडे पानी से नहाने की वजह से मसल्स स्टिफ हो जाती हैं। ऐसे में अर्थराइटिस के मरीजों के लिए न सिर्फ मूवमेंट मुश्किल हो जाता है, बल्कि अकड़न के कारण दर्द भी बढ़ जाता है। NCBI की रिपोर्ट से पता चलता है ठंडे पानी के कारण आर्थराइटिस की कंडीशन भी बिगड़ सकती है।
सर्कुलेशन में कमीः ठंडे पानी से नहाने के कारण ब्लड सर्कुलेशन भी बाधित होने लगता है। जाहिर है, ब्लड सर्कुलेशन सही नहीं होती है, तो इससे हड्डियों में दर्द होने लगता है, जो कि जोड़ों के दर्द को भी बढ़ा जाता है। इसका मतलब साफ है कि अर्थराइटिस के मरीजों की कंडीशन भी बिगड़ने लगती है।
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अर्थराइटिस में दर्द कम करने के लिए कया करें?
अर्थराइटिस में दर्द कम करने के लिए आप कुछ टिप्स अपना सकते हैं, जैसे-
- सर्दियों में गर्म पानी से नहाएं। इससे मसल्स खुलती हैं और मूवमेंट के दौरान दर्द नहीं होता है।
- अगर दर्द ज्याद है, तो अन्य थेरेपी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- अर्थराइटिस के मरीजों को अपना प्रॉपर ट्रीटमेंट करवाना चाहिए। इसके लिए डॉक्टर के पास जाएं।
निष्कर्ष
अर्थराइटिस के मरीजों को ठंडे पानी से नहीं नहाना चाहिए। विशेषकर, सर्दियों में उन्हें हॉट शॉवर लेना चाहिए। इससे हड्डियों और मसल्स रिलैक्स होती है, अकड़ दूरी होती है और दर्द में भी कमी आती है। इसके अलावा, अर्थराइटिस के मरीजों को नियमित रूप से एक्सरसाइज भी करना चाहिए। इससे बॉडी फ्लेक्सिबल होती है और मूवमेंट आसान होती है।
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FAQ
रूमेटाइड अर्थराइटिस होने पर क्या नहीं करना चाहिए?
रूमेटाइड अर्थराइटिस होने पर आपको अपनी इम्यूनिटी को बूस्ट करने पर जोर देना चाहिए। इसके लिए हेल्दी चीजें खाएं और नियमित रूप से वर्कआउट करें। अनहेल्दी आदतों से दूर रहें, जैसे स्मोकिंग न करें, तली-भुनी चीजों से दूर रहे और रोजाना अच्छी नींद लें।ठंडे पानी से नहाने से कौन-सी बीमारी होती है?
ठंडे पानी से नहाने पर अपने आप से कोई बीमारी नहीं होती है। हां, अगर आप सर्दियों के दिनों में ठंडे पानी से नहाते हैं, तो सर्दी-जुकाम, खांसी और निमोनिया तक होने का रिस्क बढ़ सकता है। इसके अलावा ठंडे पानी से नहाने के कारण मांसपेशियां अकड़ जाती हैं, जिससे मूवमेंट बाधित होने लगता है।सबसे दर्दनाक गठिया कौन सा है?
गठिया कई प्रकार के होते हैं। विशेषज्ञों की मानें, तो गाउट सबसे कष्टकारी प्रकारों में से एक है।
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Current Version
Dec 17, 2025 17:23 IST
Modified By : Meera TagoreDec 17, 2025 17:23 IST
Published By : Meera Tagore