हेल्दी और फिट रहने के लिए गट हेल्थ का सही होना बहुत जरूरी होता है। गट हेल्थ आंतों (Intestine Health) की सेहत को कहा जाता है। इसके खराब होने पर पेट में सूजन, गैस, दर्द, दस्त, कब्ज और फूड इनटॉलरेंस जैसी समस्याएं हो सकती हैं। मगर क्या आप जानते हैं कि गट हेल्थ से होने वाली समस्याएं सिर्फ पेट तक सीमित नहीं होती हैं? दरअसल, खराब गट हेल्थ का असर हमारी नींद समेत शरीर के कई अन्य हिस्सों पर भी होता है। ऐसे में व्यक्ति को थकान और नींद की कमी आदि कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। गट हेल्थ खराब होने पर व्यक्ति को एंजायटी, डिप्रेशन समेत कई मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं। इन्हीं में से एक माइग्रेन की परेशानी है। आजकल की भागती-दौड़ती जिंदगी में लोगों को अक्सर सिरदर्द रहने की समस्या होती है। मगर क्या इस दर्द के पीछे की वजह गट हेल्थ को माना जा सकता है? आइए इस सवाल का जवाब गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. शुभा इमैनेनी द्वारा डाली गई इंस्टाग्राम वीडियो से जानते हैं।
गट हेल्थ के कारण हो सकता है माइग्रेन?
डॉ. शुभा इमैनेनी के मुताबिक, गट हेल्थ के कारण माइग्रेन की समस्या हो सकती है। दरअसल, लीकी गट सिंड्रोम की स्थिति में आंत की परत सामान्य से ज्यादा पतली हो जाती है। इस स्थिति में पेट को संक्रमित करने वाला एच पाइलोरी बैक्टीरिया खून में आसानी से मिल जाते हैं। ऐसे में व्यक्ति को सूजन और कमजोर इम्यूनिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। एच पाइलोरी बैक्टीरिया के खून में मिलने की वजह से माइग्रेन, ब्रेन फॉग और लंबे समय तक रहने वाला सिरदर्द हो सकता है।
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एच पाइलोरी क्या है?
एच पाइलोरी का पूरा नाम हेलिकोबैक्टर पाइलोरी है। यह पेट को संक्रमित करने वाला एक बैक्टीरिया है। अगर पेट में इस बैक्टीरिया की मात्रा बढ़ जाती है, तो पेट में एसिड ज्यादा बनने लगता है। इस स्थिति में अल्सर की समस्या हो सकती है और पेट में जहर बनने लगता है। ध्यान रखें कि दुनिया की लगभग दो तिहाई आबादी एच पाइलोरी बैक्टीरिया के संक्रमण से ग्रस्त है। इस बैक्टीरिया की वजह से माइग्रेन और तेज सिरदर्द की समस्या हो सकती है।
इन कारणों से भी हो सकता है माइग्रेन
एच पाइलोरी बैक्टीरिया के अलावा, गट हेल्थ से जुड़े कई अन्य कारणों से भी माइग्रेन की समस्या हो सकती है। जैसे कि आंतों में बैक्टीरियल ग्रोथ का बढ़ना, खाद्य असहिष्णुता (Food Intolerance), हाइपरएसिडिटी (पेट में ज्यादा एसिड बनना), गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) आदि। गट हेल्थ से जुड़ी इन समस्याओं के कारण भी माइग्रेन और तेज सिर दर्द जैसी मेंटल हेल्थ से संबंधित परेशानियां हो सकती हैं।
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कैसे करें बचाव?
अगर आप गट हेल्थ के कारण होने वाली माइग्रेन की समस्या से बचना चाहते हैं, तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। अगर माइग्रेन की समस्या एच पाइलोरी बैक्टीरिया से जुड़ी है, तो डॉक्टर इस बैक्टीरिया को कम करने के लिए दवाइयों का सहारा लेंगे। इस स्थिति में माइग्रेन या तेज सिरदर्द धीरे-धीरे कम होने लगता है। अगर आपका यह दर्द किसी अन्य गट हेल्थ संबंधी समस्या से जुड़ा है, तब भी डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
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गट हेल्थ और माइग्रेन के बीच गहरा संबंध होता है। इस पर दुनियाभर में कई रिसर्च भी हुई हैं, जिनमें बताया गया है कि आंतों से जुड़ी परेशानियां माइग्रेन ही नहीं, बल्कि कई अन्य समस्याओं के पीछे की वजह बन सकती हैं। ऐसे में आपको गट हेल्थ का खास ख्याल रखना चाहिए। इससे शरीर को एनर्जेटिक और हेल्दी रखा जा सकता है।