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क्या माइग्रेन पूरी तरह से ठीक हो सकता है? जानें लंबे समय में ये बीमारी कैसे पहुंचा सकती है आपको नुकसान

Is Migraine Treatable :  माइग्रेन की समस्या से पूरी तरह बचा जा सकता है? आइए जानते हैं कि यह बीमारी उम्र के साथ बढ़ सकती है या नहीं?
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क्या माइग्रेन पूरी तरह से ठीक हो सकता है? जानें लंबे समय में ये बीमारी कैसे पहुंचा सकती है आपको नुकसान

Is Migraine Treatable : आजकल लोगों के बिजी शेड्यूल और लाइफस्टाइल पर ध्यान नहीं देने की वजह से माइग्रेन जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। बता दें कि माइग्रेन एक तरह का सिरदर्द होता है, जो दिमाग में तंत्रिका तंत्र (Nervous System) के विकारों के कारण होता है। माइग्रेन आम सिरदर्द से अलग होता है और सिर के किसी भी एक हिस्से में बहुत तेज दर्द का कारण बन सकता है। ऐसे में कई लोगों के मन में यह सवाल उठ सकता है कि क्या माइग्रेन का पूरी तरह इलाज किया जा सकता है और क्या यह स्थिति उम्र के साथ बिगड़ भी सकती है? आइए इस बारे में Dr. Hitendra Singh Gautam B.A.M.S. (D.U.) से विस्तार में जानते हैं।

माइग्रेन क्या है?- What is Migraine

Migraine cure

जैसा हमने आपको बताया कि माइग्रेन एक दिमाग और तंत्रिका-तंत्र से जुड़ी समस्या है। इसके लक्षणों में लगभग हमेशा बहुत तेज सिरदर्द शामिल होता है। व्यक्ति को ये सिरदर्द बार-बार हो सकता है। बता दें कि माइग्रेन का यह दर्द 4 से 72 घंटों तक रह सकता है। इस स्थिति में सिर दर्द के साथ-साथ लोगों में मतली और लाइट के प्रति संवेदनशीलता जैसे अन्य लक्षण भी दिख सकते हैं। आइए अब इस बीमारी के लक्षण जान लेते हैं।

माइग्रेन के लक्षण क्या हैं?- What are the Symptoms of Migraine

माइग्रेन के कई लक्षण हो सकते हैं। बता दें कि माइग्रेन के दर्द से कुछ घंटे या दिन पहले, लगभग 60% लोगों में निम्न लक्षण दिखाई दे सकते हैं:

  • माइग्रेन के दर्द से पहले व्यक्ति को लाइट, साउंड या स्मेल के प्रति संवेदनशीलता (Sensitivity) हो सकती है। इस स्थिति में लाइट और साउंड के स्तर, जो आमतौर पर आपको परेशान नहीं करते हैं, वे अनकम्फर्टेबल या दर्दनाक लग सकते हैं।
  • कई लोगों को सिगरेट के धुएं, कार के धुएं, इत्र और सफाई के प्रोडक्ट्स की स्मेल से भी सिरदर्द की समस्या महसूस हो सकती है।  
  • माइग्रेन से पहले बिना किसी कारण के थकान महसूस हो सकती है। इस स्थिति में आपको बहुत ज्यादा जम्हाई भी आ सकती है।
  • इसके अलावा, खाने की लालसा या भूख की कमी भी हो सकती है। कई लोगों को स्वीट क्रेविंग्स हो सकती है या सामान्य रूप से भूख लग सकती है। वहीं, कई लोगों को कुछ भी खाने का मन ही नहीं करता है।
  • माइग्रेन से पहले लोगों को मूड में बदलाव, जैसे चिड़चिड़ापन या उदासी महसूस हो सकती है।
  • इस स्थिति में प्यास लगना और बार-बार टॉयलेट आने की समस्या भी हो सकती है।
  • कई लोगों को पाचन संबंधी समस्याएं जैसे पेट फूलना या कब्ज की परेशानी हो सकती है।

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क्या माइग्रेन का पूरी तरह इलाज किया जा सकता है?- Can Migraine be Completely Cured

जी नहीं, माइग्रेन को पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है। अगर आप इस समस्या से बचना चाहते हैं, तो लाइफस्टाइल में सुधार कर सकते हैं। इससे माइग्रेन ट्रिगर नहीं होता है और इसे मैनेज करना आसान हो जाता है। अगर सीधे शब्दों में समझें, तो अभी तक माइग्रेन को पूरी तरह से ठीक करने के लिए किसी तरह की कोई दवाई या ट्रीटमेंट मौजूद नहीं है। आप इसे बस कंट्रोल करने की कोशिश कर सकते हैं। आइए अब जानते हैं कि माइग्रेन की समस्या उम्र के साथ बढ़ सकती है या नहीं।

क्या उम्र के साथ बढ़ सकती है माइग्रेन की समस्या?- Can the Problem of Migraine Increase with Age

जी नहीं, उम्र बढ़ने से माइग्रेन का खतरा नहीं बढ़ता है। हालांकि, लाइफस्टाइल से जुड़े कुछ कारक माइग्रेन की समस्या को बढ़ाने का काम कर सकते हैं। इसका मतलब है कि जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे कुछ बदलाव या आदतें अपनाने से सिर में ज्यादा दर्द रह सकता है। इससे माइग्रेन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि किन गलत आदतों की वजह से माइग्रेन को बढ़ावा मिल सकता है :

  • बहुत ज्यादा स्ट्रेस लेने की वजह से माइग्रेन की समस्या हो सकती है
  • मेनोपॉज की स्थिति में माइग्रेन बढ़ सकता है
  • किसी मेडिकल कंडीशन की वजह से माइग्रेन बढ़ सकता है
  • स्मोकिंग और शराब पीने की आदत माइग्रेन का कारण बन सकती है
  • पर्याप्त मात्रा में नींद नहीं लेने की वजह से भी माइग्रेन हो सकता है।

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माइग्रेन से बचाव के लिए आयुर्वेदिक उपाय- Ayurvedic Remedies to Prevent Migraine

माइग्रेन से बचाव के लिए आप कुछ आयुर्वेदिक थेरेपी का इस्तेमाल कर सकते हैं। डॉ.हितेंद्र के मुताबिक, माइग्रेन की समस्या से बचने के लिए पंचकर्म थेरेपी (Panchkarma Therapy) का इस्तेमाल कर सकते हैं। बता दें कि पंचकर्म आंतरिक संतुलन (Internal Balance) और उर्जा को रिस्टोर (Energy Restore) करने का प्राकृतिक तरीका है। पंचकर्म का मतलब पांच क्रियाएं होती हैं, जिनमें उल्टी, शुद्धिकरण, निरुहम, अनुवासन और नस्यम जैसी गतिविधियां शामिल हैं। ध्यान रखने की बात है कि इस थेरेपी को शुरू करने से पहले व्यक्ति को स्ट्रिक्ट डाइट फॉलो करनी होती है।

कुल मिलाकर, आप माइग्रेन की समस्या से बच नहीं सकते हैं। इस बीमारी का इलाज संभव नहीं है। ऐसे में माइग्रेन को ट्रिगर होने से रोकने के लिए आप हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो कर सकते हैं। जैसे कि हेल्दी डाइट, डेली एक्सरसाइज और पर्याप्त नींद लेना व्यक्ति के लिए फायदेमंद हो सकता है। इससे माइग्रेन को ट्रिगर होने से रोका जा सकता है।  

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