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क्या बच्चेदानी निकलवाने के बाद भी मेनोपॉज होता है? जानें डॉक्टर से

Can A Woman Go Through Menopause After A Hysterectomy In Hindi: बच्चेदानी निकलवाने के बाद महिलाओं को मेनोपॉज के लक्षणों से गुजरना पड़ सकता है। डॉक्टर से जानें इनके बारे में-
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क्या बच्चेदानी निकलवाने के बाद भी मेनोपॉज होता है? जानें डॉक्टर से


Menopause After Hysterectomy In Hindi: आमतौर पर महिलाओं को 45 साल की उम्र के बाद मेनोपॉज शुरू हो जाता है। यह उम्र हर महिला के अलग-अलग हो सकती है। हर महिला को मेनोपॉज से पहले पेरिमेनोपॉज के दौर से गुजरना पड़ता है। यह एक सामान्य और प्राकृतिक प्रक्रिया है। हालांकि, कभी-कभी कुछ शारीरिक समस्याओं के कारण महिलाओं को अपनी बच्चेदानी निकलवानी पड़ती है। यह न सिर्फ जटिल प्रक्रिया है, बल्कि महिलाओं के मन में कई सवाल भी छोड़ती है। जैसे क्या बच्चेदानी निकलवाने के बाद महिला को मेनोपॉज होता है या नहीं? अगर होता है, तो इस दौरान महिला के शरीर में किस तरह के बदलाव होते हैं? क्या वे बदलाव सामान्य मेनोपॉज से अलग होते हैं? इसी तरह के तमाम सवाल के जवाब जानने के लिए लेख को पूरा पढ़ें।

क्या बच्चेदानी निकलवाने के बाद महिलाएं मेनोपॉज से गुजरती हैं- Can A Woman Go Through Menopause After A Hysterectomy In Hindi

Can A Woman Go Through Menopause After A Hysterectomy In Hindi

वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता कहती हैं, "जैसा कि आप जानते ही हैं कि बच्चेदानी निकलवना कोई आसान प्रक्रिया नहीं है। यह सर्जिकल प्रक्रिया होती है। लेकिन, यह तभी की जाती है, जब महिला को कोई गंभीर समस्या हो और मेडिकेशन की मदद से उसका निदान किया जाना संभव नहीं होता है।" बच्चेदानी निकलवाने के मुख्य कारणों में हैवी ब्लीडिंग होना, यूटरीन प्रोलैप्स, कैंसर आदि हैं। बहरहाल, जहां तक बात इस सवाल का है कि क्या बच्चेदानी निकलवाने के बाद महिला को मेनोपॉज होता है या नहीं? इस संबंध में डॉ. शोभा गुप्ता का कहना है कि बच्चेदानी निकलवाने की प्रक्रिया के बाद महिला को मेनोपॉज होगा या नहीं, यह कई तरह की फैक्टर्स पर निर्भर करता है। जैसे, अगर किसी महिला की सर्जरी के जरिए सिर्फ बच्चेदानी निकाली गई है, लेकिन ओवरीज हेल्दी हैं, तो उन्हें मेनोपॉज हो सकता है। इसके उलट, अगर सर्जरी की मदद से किसी महिला के बच्चेदानी के साथ-साथ ओवरी, फेलोपियन ट्यूब निकाले गए हैं, तो उन्हें सर्जिकल मेनोपॉज होता है। आपको बता दें कि सर्जरी के कारण ओवरी में ब्लड फ्लो बाधित होता है, ऐसे में महिला को नेचुरल मेनोपॉज से गुजरना पड़ सकता है।

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बच्चेदानी निकलवाने के बाद मेनोपॉज के लक्षण

सर्जीकल मेनोपॉज होने के दौरान महिलाओं को कई तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं, जैसे-

  • हॉट फ्लैशेज होना
  • रात को पसीना आना
  • वजइानल ड्राइनेस
  • नींद न आने की समस्या होना
  • मूड स्विंग
  • डिप्रेशन
  • स्किन पर निगेटिव असर पड़ना
  • सिरदर्द
  • मसल्स और ज्वाइंट पेन
  • सेक्सुअल लाइफ का प्रभावित होना

बच्चेदानी निकलवाने के बाद मेनोपॉज के लक्षणों को कैसे मैनेज करें

Can A Woman Go Through Menopause After A Hysterectomy In Hindi

बच्चेदानी निकलवाने के बाद महिला के शरीर में कई तरह के बदलाव हो जाते हैं। ऐसे में सर्जिकल मेनोपॉज भी हो जाता है, जिसके लक्षण नेचुरल मेनोपॉज जैसे ही नजर आते हैं। बहरहाल, अगर महिला ने बच्चेदानी के ऑपरेशन के बाद खुद को मैनेज नहीं किया जाए, तो उनकी मेंटल-फिजिकल हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है। आइए, जानते हैं कि बच्चेदानी निकलवाने के मेनोपॉज के लक्षणों को कैसे मैनेज करें-

  • डॉक्टर की दी हुई दवा को समय से लें। इससे शारीरिक समस्याओं को कम करने में मदद मिलती है।
  • डाइट में हेल्दी चीजें लें, ताकि रिकवरी में मदद लें। इसके अलावा, हेल्दी डाइट की मदद से नाइट स्वेट और हॉट फ्लेशेज से निपटने में मदद मिलती है।
  • बच्चेदानी निकलवाने के बाद जब महिला पूरी तरह रिकवर हो जाए, तो एक्सरसाइज को अपनी लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाएं। जैसे-जैसे समय बीतेगा, तमाम समस्याएं भी कम हो जाएंगी और एक्सरसाइज इसमें आपकी मदद कर सकती है।
  • लाइफस्टइाल में तमाम जरूरी बदलाव करें, ताकि स्वास्थ्य में सुधार हो सके और लक्षणों का प्रभाव कम हो सके।

All Image Credit: Freepik

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