आमतौर पर शरीर के लिए सभी पोषक तत्व जरूरी होते हैं। वहीं अगर शरीर में इन पोषक तत्वों की कमी हो जाए तो कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आज हम बात कर रहे हैं कैल्शियम की। कैल्शियम हमारे शरीर के लिए बेहद उपयोगी तत्व में से एक है। कैल्शियम ना केवल स्वास्थ्य के लिए अच्छा है बल्कि हड्डियों को मजबूत करने में भी उपयोगी है। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि हमारे शरीर के लिए कैल्शियम की कितनी आवश्यकता है। साथ ही इसकी अधिकता से हमारे शरीर को क्या-क्या नुकसान भी हो सकते हैं। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपनी इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि कैल्शियम के उपयोग से सेहत को क्या-क्या फायदे हो सकते हैं। साथ ही इसके नुकसान के बारे में भी जानेंगे। इसके लिए हमने न्यूट्रिशनिस्ट और वैलनेस एक्सपर्ट वरुण कत्याल ( Nutritionist and wellness expert varun katyal) से भी बात की है। पढ़ते हैं आगे...
1 - शरीर के लिए क्यों जरूरी है कैल्शियम?
बता दें कि शरीर में यदि कैल्शियम भरपूर मात्रा में हो तो इससे न केवल हड्डी मजबूत रहती हैं बल्कि व्यक्ति घुटनों और जोड़ों के दर्द से भी राहत पा सकता है। इससे अलग मांसपेशियों को तंदुरुस्त रखने में, शरीर में रक्त का संचालन करने में, वजन संतुलित बनाए रखने में, रक्त के थक्के जमने से रोकने में, हृदय गति को सामान्य रखने आदि में कैल्शियम जरूरी है।
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2 - कितनी मात्रा में करें कैल्शियम का सेवन?
बता दें कि कैल्शियम की मात्रा उसकी उम्र पर निर्भर करती है। वहीं महिलाओं और पुरुषों में अलग अलग हो सकती है। इससे संबंधित एक रिसर्च सामने आई है, जिससे पता चलता है कि किस उम्र के लोगों को कितना कैल्शियम लेना चाहिए। रिसर्च के अनुसार, अगर हम 9 से 18 उम्र वाले लोगों की बात करें तो पुरुषों और महिलाओं को 1300mg कैल्शियम लेना चाहिए। जबकि 19 - 50 वर्ष के लोगों को 1000 एमजी कैल्शियम का सेवन करना चाहिए। संबंधित रिसर्च पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
3 - कैल्शियम की अधिकता से होने वाले नुकसान क्या हैं?
किसी भी चीज की अति सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकती हैं। ऐसा ही कुछ कैल्शियम के साथ भी है। शरीर में कैल्शियम की अधिकता हो जाए तो सेहत को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। यह समस्या निम्न प्रकार हैं-
1 - यदि व्यक्ति ज्यादा कैल्शियम का सेवन कर लेता है तो उसे हृदय रोग हो सकता है या उसका जोखिम बढ़ सकता है।
2 - यदि शरीर में कैल्शियम की अधिकता ज्यादा हो जाए तो व्यक्ति को पथरी का भी सामना करना पड़ सकता है। खासकर जिन लोगों को पहले से पथरी है वह कैल्शियम की अधिकता से काफी दर्दनाक स्थिति का सामना कर सकते हैं।
3 - जो लोग थायराइड की दवा ले रहे हैं उन्हें कैल्शियम का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए। वरना इससे थायराइड की दवा का असर कम हो सकता है।
4 - यदि शरीर में कैल्शियम की अधिकता ज्यादा हो जाती है तो इससे शरीर में जरूरी मिनरल्स जैसे आयरन और जिंक की कमी हो सकती है।
5 - कैल्शियम की अधिकता से वजन पर भी प्रभाव पड़ सकता है।
6 - कैल्शियम की अधिकता से पेट से संबंधित समस्या जैसे पेट फूलने की समस्या, कब्ज की समस्या आदि का सामना करना पड़ सकता है।
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कैल्शियम के स्रोत
1 - टोफू के सेवन से शरीर में कैल्शियम की कमी नहीं होती। बता दें कि टोफू दिखने में पनीर जैसा होता है हालांकि इसका निर्माण सोयाबीन के दूध से किया जाता है।
2 - दही के अंदर भी कैल्शियम पाया जाता है। ऐसे में दही को कैलशियम रिच फूड कह सकते हैं। हालांकि दही के अंदर विटामिन ए, विटामिन डी, प्रोटीन, आयोडीन आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं।
3 - संतरे के अंदर भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। वहीं ये कैल्शियम का भी अच्छा स्रोत है। ऐसे में यदि इसे अपनी डाइट में शामिल किया जाएगा तो इम्युनिटी को भी मजबूत किया जा सकता है।
4 - ड्राई फ्रूट्स को भी कैल्शियम का एक अच्छा स्रोत मानते हैं। ऐसे में आप सुबह शाम स्नेक्स के तौर पर ड्राई फ्रूट्स का सेवन कर सकते हैं।
5 - हरी सब्जी के सेवन से भी शरीर में कैल्शियम की मात्रा को पूर्ण किया जा सकता है। बता दें कि हरी सब्जियां कैल्शियम रिच फूड्स के रूप में जानी जाती हैं। हरी सब्जियों के अंदर पालक, पुदीना, मेथी आदि सब्जियां मौजूद होती हैं. जिनके अंदर विटामिन के, आयरन, कैल्शियम आदि पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
कैल्शियम के स्रोत में केला शामिल है?
केले को कैल्शियम का स्रोत नहीं मानते हैं। ऐसे में जो लोग यह समझते हैं कि केला कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ में से एक है उन्हें बता दें कि यह जानकारी गलत है।
प्राकृतिक तरीके से शरीर में कैल्शियम को कैसे बढ़ाएं?
यदि शरीर में कैल्शियम की कमी है और आप खानपान से शरीर में कैल्शियम को बढ़ाना चाहते हैं तो इसके लिए अच्छा स्रोत है दूध, दही और पनीर। डेयरी प्रोडक्ट्स हमारे शरीर में कैल्शियम की मात्रा को बढ़ा सकते हैं। इससे अलग हरी पत्तेदार सब्जियां, मछली, सोया और टोफू भी कैल्शियम के प्रमुख स्रोतों में से एक है।
नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि कैल्शियम हमारे शरीर के लिए बेहद उपयोगी पोषक तत्वों में से एक है। लेकिन यदि शरीर में कैल्शियम की अधिकता हो जाए तो इससे सेहत को काफी नुकसानों का सामना भी उठाना पड़ सकता है। ऐसे में सबसे पहले कैल्शियम की सीमित मात्रा का पता होना जरूरी है। गर्भवती महिलाएं या स्तनपान कराने वाली महिलाएं अपनी डाइट में कैल्शियम की अधिकता को जोड़ने से पहले एक बार एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। बच्चे की डाइट में भी कैल्शियम की मात्रा सीमित होनी चाहिए। यदि आप कोई स्पेशल डाइट फॉलो कर रहे हैं या किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं तो अपनी डाइट में कैल्शियम को जोड़ने से पहले एक बार एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
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