कांटों से भरा कैक्टस का पौधा देखने में भले ही आपको अच्छा न लगे, लेकिन सेहत की दृष्टि से यह आपके लिए बहुत ही लाभकारी हो सकता है। वहीं, इस पौधे पर लगे फल आपके लिए स्वास्थ्य के लिए भी काफी लाभकारी साबित हो सकता है। यह कई नामों से जाना जाता है, जैसे - कांटेदार नाशपाती, कैक्टस नाशपाती, कांटेदार नाशपाती फल, नोपल फ्रूट, टूना, सबरा, बरबरी नाशपाती और भारतीय अंजीर इत्यादि। इसमें (Cactus fruit) कई पोषक तत्व भरपूर रूप से मौजूद होते हैं। नागफली का फल और फूल काफी अलग होता है। फूल कसैले स्वादा का होता है। वहीं, इसका फल काफी रसीला होता है। इसके फूल अप्रैल-सितम्बर माह में होते हैं। वहीं, फल की बात कि जाए, तो नवम्बर-दिसम्बर इसमें पूर्ण रूप से फल हो जाता है। इसके फलों का सेवन आप कच्चा भी कर सकते हैं। वहीं, कई लोग डिशेज और स्मूदी बनाकर भी नागफनी का सेवन करते हैं। नागफनी का फल आपको कई रंगों जैसे - सफेद, हरा, बैंगनी, पीले, लाल या ऑरेंज में मिल सकते हैं। इसके सेवन से बवासीर, खून की कमी और मोटापे जैसी परेशानी को कम किया जा सकता है। आइए विस्तार से जानते हैं कैक्टस फ्रूट के फायदों (Cactus Health Benefits) के बारे में-
नागफनी फल में मौजूद पोषक तत्व -
कैक्टस के फलों में कई तरह के विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं, जिसमें बिटालिंस (betalains) सबसे अधिक मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा इसमें विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन K, बीटा कैरोटीन, पोटैशियम, मैगनीशियम, कैल्शियम, फास्फोरस से भरपूर होता है। इसके सेवन से आपके स्वास्थ्य को कई लाभ होंगे।
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नागफनी फल के फायदे (Health Benefits of Cactus Health Benefits in Hindi)
कैक्टस के फल में अमीनो एसिड, फैटी एसिड और एंटीऑक्सिडेंट, बीटालेन, पॉलीफेनोल्स और फ्लेवोनोइड जैसे कई लाभकारी पोषक तत्व मौजूद होते हैं। शरीर से कई तरह की परेशानियों को दूर करने में लाभकारी साबित हो सकते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं नागफनी फल के फायदे -
दिल को रखे स्वस्थ
दिल को स्वस्थ रखने में नागफनी काफी लाभकारी हो सकता है। इसमें विभिन्न तरह के एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, तो शरीर की कोशिकाओं को सुरक्षित रखने में लाभकारी हो सकते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट आपके शरीर में ट्राइग्लिसराइड्स और खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। इतना ही नहीं, यह शरीर में विषाक्त पदार्थों के हानिकारक प्रभाव को कम करके हृदय की रक्षा करता है। इसे स्वस्थ जीवन शैली के हिस्से के रूप में शामिल करने से हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा मिल सकता है। इससे आपको दिल से जुड़ी समस्याएं होने का खतरा कम रहता है।
मोटापा करे कम
नागफनी में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं, तो शरीर में अतिरिक्त वसा को कम करने में असरदार हो सकेत हैं। यह आपके मेटाबॉलिज्म रेट को बढ़ाते हैं। साथ ही चयापचय सिंड्रोम के जोखिमों को कम करने में असरदार हो सकते हैं। ऐसे में नागफनी के फलों का इस्तेमाल करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
खांसी-जुकाम से आराम
खांसी-जुकाम की परेशानी को दूर करने के लिए आप नागफनी के फलों का सेवन कर सकते हैं। करीब 10 मिली नागफनी के फलों का जूस लीजिए। इसमें 1 चम्मच शहद मिलाकर इसका सेवन करें। इससे सर्दी, खांसी और जुकाम की परेशानी से आराम मिलेगा।
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डायबिटीज को करे कंट्रोल
नागफनी के फलों का सेवन करने से डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है। कुछ रिसर्च में देखा गया है कि नागफनी के फलों का सेवन करने से ब्लड शुगर का स्तर कंट्रोल हो सकता है। दरअसल, यह फल कई तरह के एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है, जो मधुमेह से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में लाभकारी साबित हो सकता है। अगर आपको डायबिटज है, तो डॉक्टर के सलाहनुसार इस फल का सेवन करें। इससे आपको काफी लाभ मिलेगा।
हैंगओवर को उतारने में असरदार
कुछ रिसर्च से पता चला है कि शराब के नशे को उतारने के लिए आप नागफनी के फलों का सेवन कर सकते हैँ। साथ ही यह हैंगओवर के लक्षणों जैसे- मतली, उल्टी और मुंह सूखने की समस्या को कम करने में असरदार हो सकता है।
पाचन स्वास्थ्य के लिए बेहतर
नागफनी का फल आपकी पाचन शक्ति को बेहतर करने में मददगार होता है। इसमें बेटालिन (Betalain) और पोटैशियम भरपूर रूप से मौजूद होता है। पोटैशियम आपके शरीर में भोजन को सही तरीके से अवशोषित करने में मददगार होता है। वहीं, बेटालिंस (betalains) में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होता है, जो आपके पाचन तंत्र को सुरक्षित रखने में असरदार हो सकता है।
सूजन को करे कम
कांटेदार नाशपाती का फल कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। साथ ही इसमें पोषक तत्वों की मात्रा भी काफी ज्यादा होती है। यह एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है, जो सूजन को कम करने का गुण रखता है। साथ ही यह इम्यूनिटी को बूस्ट करने में आपकी मदद कर सकता है। स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाए रखने और शरीर में सूजन को रोकने में मदद करते हैं।
माइग्रेन की आवृत्ति को करे कम
कुछ अध्ययनों में साबित हुआ है कि नागफनी का फल माइग्रेन की आवृत्ति को कम करने में असरकारी हो सकता है। इसके फलों में एंटी-इंफ्लेमेटरी का गुण पाया जाता है, जो दर्द को कम करने में असरदार है। वहीं, यह माइग्रेन के लक्षणों को कम करता है।
कैसे करें कैक्टस के फलों का सेवन
सुपरमार्केट या बाजारों में कैक्टस फल आपको आसानी से मिल सकता है। साथ ही कई जगहों पर इसकी पैदावर भी होती है। इस फल को खाने के लिए सबसे पहले इसके ऊपरी कांटेदार सतह को हटा लें। फिर इसके अंदर नरम पल्प दिखेंगे, जिसे बाहर निकालकर खाएं। आप चाहें, तो इससे कई तरह के डिशेज तैयार कर सकते हैं।
- फ्रूट सलाद के रूप में भी आप इसका सेवन कर सकते हैँ। इसके लिए ताजे फलों और कैक्टस के फलों के स्लाइस को काटकर इसमें चाट मसाला मिलाकर खाएं।
- कैक्टस फ्रूट जेली या जैम बनाकर भी आप इसका सेवन कर सकते हैं।
- कैक्टस फल से आप हेल्दी ड्रिंक भी तैयार कर सकते हैं। इसके पल्प में चीनी, नींबू का रस और पानी मिलाकर पिएं। यह काफी स्वादिष्ट हो सकता है।
कैक्टस के फलों का सेवन स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकता है। लेकिन ध्यान रखें कि अगर आपको किसी तरह की परेशानी है, तो डॉक्टर के सलाहनुसार ही इसका सेवन करेँ। वहीं, अधिक मात्रा में इसका सेवन न करेँ। इसे काटने से पहले सावधानी जरूर बरतें।