माइग्रेन का दर्द कम करने के लिए महिला ने लिया बोटोक्स इंजेक्शन, अब नहीं हिला पा रही सिर और गर्दन

यूएस के टेक्सास में एक महिला को माइग्रेन के दर्द से राहत पाने के लिए महिला को इंजेक्शन दिया गया था, जिसके बाद उसे लकवा मार गया। आइये जानते हैं।
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माइग्रेन का दर्द कम करने के लिए महिला ने लिया बोटोक्स इंजेक्शन, अब नहीं हिला पा रही सिर और गर्दन


दुनियाभर में अजीबो गरीब मांमले सामने आते रहते हैं। यूएस के टेक्सास से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां माइग्रेन के दर्द से राहत पाने के लिए महिला को इंजेक्शन दिया गया था, लेकिन इंजेक्शन लगने के बाद उसकी जान पर बात आ गई। इंजेक्शन लगाने के बाद महिला को लकवा मार गया, जिसके बाद से उसके हाथ-पैर ने काम करना बंद कर दिया। महिला ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करके इस बात की जानकारी दी है। चलिए विस्तार से जानते हैं इस पूरे मामले के बारे में। 

इंजेक्शन लगवाने के बाद गंभीर हुई हालत 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महिला को माइग्रेन की समस्या थी, जिसे ठीक करने के लिए उसे बोटोक्स नामक इंजेक्शन दिया गया। यह इंजेक्शन आमतौर पर मांसपेशियों को ठीक रखने के लिए दिया जाता है। तीन बच्चों की मां एलिसिया हैलॉक ने बोटोक्स का इंजेक्शन लिया, जिसके बाद से ही उसकी हालत काफी गंभीर हो गई। महिला की उम्र 30 वर्ष से ज्यादा है। इंजेक्शन लेने के बाद उसे लकवा मार गया और शरीर ने काम करना बंद कर दिया। महिला ने अपने दर्द की दास्तान इंस्टाग्राम पर खुद शेयर की है। 

 

 

 

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महिला को थी दुर्लभ समस्या 

एलिसिया के मुताबिक उन्हें एक दुर्लभ प्रकार की समस्या था, जिसके कारण मांसपेशियों और गर्दन तक फैल चुकी थी। यह समस्या इतनी बढ़ गई कि उसे गर्दन घुमाने, पलकें झुकाने, चक्कर आने, बातचीत करने में कठिनाई होने के साथ ही साथ आंखों से दिखना भी कम हो गया था। एलिसिया के गले में बलगम फंस गया था, जिसे फीडिंग ट्यूब के जरिए निकाला गया। 

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डिस्फेजिया से भी थी पीड़ित 

रिपोर्ट्स की मानें तो एलिसिया डिस्फेजिया से भी पीड़ित थी। दरअसल, यह एक प्रकार की समस्या है, जो तंत्रिता या फिर मांसपेशियों में समस्या आने पर होती है। एलिसिया को आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उसे 18 दिनों के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई। हालांकि, अब उसकी हालत पहले से स्थिर है। इस दौरान उसे ट्यूब के जरिए न्यूट्रिशन दिया जा रहा था। 

 

 

 

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