Black Sesame Seeds Kadha For Irregular Bleeding In Hindi: अक्सर महिलाएं पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं से परेशान रहती हैं। कई बार महिलाओं को अनियमित पीरियड्स, पीरियड्स के दौरान अधिक ब्लीडिंग होने या ठीक से ब्लीडिंग न होने जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में इस समस्याओं से परेशान महिलाएं आयुर्वेदिक उपायों को सहारा ले सकती हैं। बता दें, इन समस्याओं से राहत के लिए काले तिल और आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर चीजों के साथ काढ़े को बनाकर इसका सेवन किया जा सकता है, जो स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। ऐसे में आइए मेवाड़ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर एवं प्राकृतिक चिकित्सालय बापू नगर, जयपुर की वरिष्ठ चिकित्सक योग, प्राकृतिक चिकित्सा पोषण और आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. किरण गुप्ता (Dr. Kiran Gupta, Yoga, Naturopathy, Nutrition and Ayurveda Specialist, Professor at Mewar University and Senior Physician at Naturopathy Hospital, Bapunagar, Jaipur) से जानें इस आयुर्वेदिक काढ़े को कैसे बनाएं? और इससे क्या फायदे होते हैं?
पीरियड्स ठीक से न आने पर होती हैं ये परेशानियां - Problems Occur When Periods Do Not Come Properly In Hindi
अक्सर महिलाओं को शरीर में हार्मोन्स के असंतुलित होने के कारण ठीक से पीरियड्स ना आने और पीरियड्स के अनियमित होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके कारण महिलाओं को कई बार चेहरे पर बाल आने, यूट्रस के अंदर गांठे होना, बालों के झड़ने और वजन बढ़ने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ये समस्या आगे चलकर पीसीओडी और पीसीओएस की समस्या का कारण बन सकती है।
पीरियड्स ना आने की समस्या से राहत के लिए कैसे बनाएं आयुर्वेदिक काढ़ा? - How To Make Ayurvedic Kadha To Get Relief From The Problem Of Absence Of Periods?
इसके लिए 1 गिलास पानी में आधा चम्मच काले तिल, छोटा टूकड़ा गुड़, आधा चम्मच मेथी और छोटा टूकड़ा अदरक या सौंठ को डालकर अच्छे से उबाल लें। अब इसको छानकर इस काढ़े का सेवन करें। इससे पीरियड्स से जुड़ी कई समस्याओं से राहत देने में मदद मिलती है। इस काढ़े को पीरियड्स के आने से 2-3 दिन पहले से पीना शुरु करें और पीरियड्स आने तक पिएं।
इसे भी पढ़ें: महिलाओं में पीरियड्स मिस होने के साथ क्यों होती है गैस बनने की समस्या? जानें डॉक्टर से
आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन करने के फायदे - Benefits Of Consuming Ayurvedic Decoction In Hindi
मूड स्विंग्स से दे राहत
पीरियड्स से जुड़ी समस्या होने, हार्मोन्स के असंतुलित होने और मूड स्विंग्स की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इससे राहत के लिए काले तिल के आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन किया जा सकता है। इससे शरीर और ब्रेन को रिलैक्स, मूड स्विंग्स की समस्याओं से बचाव करने में मदद मिलती है।
इम्यूनिटी बूस्ट करे
अदरक, मेथी और काले तिल में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं, साथ ही, इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं। ऐसे में इसका सेवन करने से शरीर की इम्यूनिटी को बूस्ट करने और पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं से बचाव करने में मदद मिलती है।
इसे भी पढ़ें: PCOS के कारण निकले बेली फैट और पीरियड्स की समस्या से राहत पाने के लिए अपनाएं ये 4 टिप्स, मिलेगा आराम
पीरियड्स के दर्द से दे राहत
कई महिलाओं को पीरियड्स को अधिक दर्द और कई अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इससे राहत के लिए काले तिल, गुड़ और सौंठ के इस काढ़े का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। इसका सेवन करने से पेट के निचले हिस्से की ऐंठन को कम करने और मांसपेशियों को रिलैक्स करने में मदद मिलती है, जो स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है।
वजन कम करने में सहायक
पीरियड्स के अनियमित होने, चेहरे पर अनचाहे बालों के आने और वजन बढ़ने जैसी समस्या शरीर में हार्मोन्स के असंतुलित होने के कारण होती है। ऐसे में काले तिल, मेथी और सौंठ से बने काढ़े का सेवन करने से पेट की चर्बी को कम करने और वजन को कम करने में मदद मिलती है, साथ ही, यह स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
पीरियड्स के दौरान फ्लो बेहतर करे
अक्सर महिलाएं अनियमित पीरियड्स और इस दौरान ब्लड फ्लो न आने की समस्या से परेशान रहती हैं। ऐसे में इस आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन करने से पीरियड्स के दौरान ब्लड फ्लो को बेहतर करने और शरीर को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
निष्कर्ष
काले तिल, मेथी, सौंठ और गुड़ से बने काढ़े का सेवन करने से महिलाओं को पीरियड्स के टाइम से न आने, वजन बढ़ने, पीरियड्स के दौरान अधिक दर्द होने, पेट के निचले हिस्से में ऐंठन होने, इम्यूनिटी के कमजोर होने और मूड स्विंग्स होने जैसी पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं से बचाव करने में मदद मिलती है।
ध्यान रहे, पीरियड्स से जुड़ी अधिक समस्याओं होने इसे नजरअंदाज न करें। यह पीसीओएस और पीसीओडी जैसी समस्या के लक्षण भी हो सकते हैं। ऐसे में डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
All Images Credit- Freepik
FAQ
पीरियड अधिकतम कितने दिन लेट हो सकता है?
पीरियड्स का चक्र आमतौर पर 28 दिन का होता है, लेकिन कई बार यह 3 से 4 दिन तक लेट हो सकती है। ध्यान रहे, इसके 40 दिन से लेट होने पर यह चिंता का कारण बन सकता है।पीरियड थोड़ा-थोड़ा क्यों आता है?
पीरियड्स के दौरान ब्लड फ्लो ठीक से न होने की समस्या शरीर में हार्मोन्स के असंतुलित होने, स्ट्रेस बढ़ने, बालों के झड़ने, वजन बढ़ने और चेहरे पर बालों के आने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।पीरियड में सबसे ज्यादा क्या खाना चाहिए?
पीरियड्स के दौरान महिलाओं को मैग्नीशियम, आयरन, विटामिन-सी, एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुणों से युक्त फूड्स को डाइट में शामिल करना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।