मानसून में अर्थराइटिस के दर्द से राहत पाने के लिए इन 5 तेलों से करें मालिश, सूजन भी होगी दूर

Oils For Arthritis Pain: अगर आप मानसून में गठिया के दर्द से परेशान हैं, तो इन तेलों से मालिश कर सकते हैं। इनसे आपको काफी राहत मिलेगी।
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मानसून में अर्थराइटिस के दर्द से राहत पाने के लिए इन 5 तेलों से करें मालिश, सूजन भी होगी दूर


Oils For Arthritis Pain in Hindi: अर्थराइटिस यानी गठिया एक सामान्य समस्या है, जिससे काफी लोग परेशान रहते हैं। एक समय था जब गठिया को बुजुर्गों की बीमारी माना जाता थ। लेकिन आजकल काफी कम उम्र के लोगों में भी यह समस्या देखने को मिलती है। गलत खानपान और खराब जीवनशैली को अर्थराइटिस का मुख्य कारण माना जाता है। इसके अलावा, शरीर में पोषक तत्वों की कमी, अनुवांशिक कारणों या ऑटोइम्यून डिसऑर्डर की वजह से भी गठिया रोग हो सकता है। अर्थराइटिस के कारण जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या होने लगती है। यह शरीर के विभिन्न अंगों जैसे- हाथों, कलाई, उंगलियों, पैरों, टखनों और कंधों को प्रभावित कर सकता है। मानसून या बारिश के मौसम म गठिया का दर्द ज्यादा परेशान करता है। कई बार यह दर्द इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि व्यक्ति को रोजमर्रा के काम करने में भी दिक्कत होने लगती है। जोड़ों के दर्द से छुटकारा पाने के लिए अक्सर लोग पेन किलर्स का सहारा लेते हैं। लेकिन इनका ज्यादा सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। ऐसे में, अर्थराइटिस के दर्द से राहत पाने के लिए तेल से मालिश करना काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। लेकिन अब सवाल यह उठता है कि गठिया के दर्द से राहत पाने के लिए सबसे अच्छा तेल कौन सा है? आज इस लेख में हम आपको ऐसे 5 तेल बता रहे हैं, जो मानसून में गठिया के दर्द और सूजन से राहत दिला सकते हैं -

मानसून में गठिया के दर्द से राहत पाने के लिए लगाएं ये 5 तेल - Oils For Arthritis Pain in Hindi

1. सरसों का तेल

गठिया के दर्द को दूर करने के लिए सरसों का तेल भी काफी लाभकारी साबित हो सकता है। सरसों के तेल से जोड़ों की मालिश करने से मांसपेशियों में ऐंठन और खिंचाव से राहत मिलती है। इसके लिए आप सरसों के तेल में 4-5 कलियां लहसुन की डालकर उबाल लें। इस तेल को तब तक पकाएं, जब तक तेल का रंग काला न हो जाए। फिर तेल को ठंडा कर लें और प्रभावित स्थान पर लगाएं। इसके बाद 5-7 मिनट के लिए हल्के हाथों से मसाज करें। ऐसा दिन में 2 से 3 बार करने से आपको दर्द से जल्द आराम मिलेगा।

2. अरंडी का तेल 

अर्थराइटिस के दर्द को दूर करने के लिए कैस्टर ऑयल यानी अरंडी का तेल भी कारगर होता है। कैस्टर ऑयल से मालिश करने से हड्डियां जबूत बनती हैं। यह तेल वात दोष को भी संतुलित करने में मदद करता है। नियमित रूप से इस तेल से मालिश करने से जोड़ों की सूजन भी दूर हो सकती है। इसके लिए आप कैस्टर ऑयल को गुनगुना करके प्रभावित हिस्से की मालिश करें।

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3. जैतून का तेल

अर्थराइटिस के दर्द से राहत पाने के लिए आप जैतून के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं, जो फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं। जैतून के तेल से मालिश करने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, जिससे दर्द, सूजन और ऐंठन जैसी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। इसके लिए आप जैतून के तेल को गुनगुना करके प्रभावित स्थान पर लगाएं और हल्के हाथों से मालिश करें। ऐसा दिन में 2 से 3 बार करने से आपको जल्द राहत मिल सकती है।

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4. नीलगिरी का तेल

नीलगिरी का तेल औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जो दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इस तेल से मालिश करने से ब्लड सर्कुलेशन में भी सुधार होता है और मांसपेशियों को आराम मिलता है। मानसून में अर्थराइटिस के दर्द से राहत पाने के लिए आप रोज नीलगिरी के तेल से जोड़ों की मालिश कर सकते हैं।

5. तिल का तेल

गठिया के दर्द से राहत पाने के लिए आप तिल के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें प्रोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। नियमित रूप से इस तेल से मालिश करने से मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन की समस्या भी दूर हो सकती है। इसके लिए आप तिल के तेल को हल्का गर्म करके जोड़ों को मालिश करें।

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मानसून में गठिया के दर्द से राहत पाने के लिए आप इन तेलों का इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि, अगर आपके जोड़ों का दर्द कम ना हो रहा हो, तो आपको डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

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