Arthritis Pain Ayurvedic Treatment: गठिया रोग में होने वाला दर्द दूर करने के लिए चित्रक के पौधे का इस्तेमाल किया जाता है। चित्रक को साइंटिक भाषा में (plumbago zeylanica) के नाम से जाना जाता है। इसकी पत्तियों और जड़ों का इस्तेमाल, कई बीमारियों के आयुर्वेदिक उपचार में किया जाता है। चित्रक के पौधे पर सफेद फूल लगते हैं। इसके इस्तेमाल से वात, पित्त और कफ तीनों दोष शांत होते हैं। स्वाद की बात करें, तो चित्रक तीखा और कड़वा होता है। गठिया के लक्षणों को कम करने के लिए, चित्रक की जड़ फायदेमंद मानी जाती है। चित्रक की जड़ में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। दर्द को कम करने के लिए, चित्रक का प्रयोग फायदेमंद माना जाता है क्योंकि चित्रक में एंटीइंफ्लेमेटरी यानी दर्द-निवारक गुण पाए जाते हैं। यह पौधा एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल भी होता है। जोड़ों में सूजन, दर्द, ऐंठन, थकान आदि लक्षणों को दूर करने के लिए, चित्रक को कई तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं। इन तरीकों को आगे विस्तार से जानेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित प्रांजल आयुर्वेदिक क्लीनिक के डॉ मनीष सिंह से बात की।
चित्रक की जड़ का चूर्ण बनाएं
गठिया होने पर जोड़ों में दर्द महसूस होता है। दर्द को कम करने के लिए, चित्रक की जड़ के चूर्ण का सेवन कर सकते हैं। चूर्ण बनाने के लिए, चित्रक की जड़ को पीसकर पाउडर बना लें। इसे गरम पानी के साथ खा सकते हैं। चित्रक के चूर्ण को शहद के साथ मिलाकर खा सकते हैं। चित्रक की जड़ का पाउडर बना लें। इसका सेवन मिश्री के साथ करें। गठिया होने पर भूख कम लगती है, चित्रक का सेवन करने से भूख भी बढ़ती है।
चित्रक की जड़ का तेल बनाएं
चित्रक की जड़ का पाउडर बना लें। अब नीलगिरी तेल को एक बर्तन में डालकर गरम करें। अब तेल में चित्रक की जड़ का पाउडर मिलाएं। जब तेल के साथ, पाउडर का अर्क मिल जाए, तो गैस बंद कर दें। फिर मिश्रण को छानकर एक एयरटाइट बोतल में इकट्ठा कर लें। दर्द वाले हिस्से में चित्रक से बने तेल को लगाने से, मांसपेशियों को आराम मिलेगा। इस तेल को लगाकर, मांसपेशियों की मालिश करें। 15 मिनट मालिश करने से ही आराम महसूस होने लगेगा। बाजार में चित्रक से बनने वाला एसेंशियल ऑयल भी मिलता है। आप उसे किसी करियर ऑयल के साथ मिलाकर भी, दर्द वाले हिस्से पर लगा सकते हैं।
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चित्रक की जड़ का काढ़ा पिएं
चित्रक की जड़ के पाउडर से काढ़ा बनाकर पी सकते हैं। काढ़ा बनाने के लिए, 2 कप पानी को गरम करें। पानी में काली मिर्च को कूटकर डालें। फिर चित्रक के पाउडर को डालकर चलाएं। जब पानी गाढ़ा हो जाए, तो उसे छानकर पी सकते हैं। चित्रक की तासीर गरम होती है। दिनभर में 1 से 2 ग्राम से ज्यादा मात्रा न लें। गर्भवती महिलाओं को, चित्रक का सेवन नहीं करना चाहिए।
गठिया दर्द बढ़ने का इंतजार न करें, लक्षण नजर आने पर डॉक्टर से सलाह लें। उम्मीद करते हैं, आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। लेख को शेयर करना न भूलें।