Benefits of Soaking Feet in Epsom Salt : नमक का इस्तेमाल खाने में स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। नमक को अगर सीमित मात्रा में इस्तेमाल किया जाता है, तो यह शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद साबित हो सकता है। बाजार में कई अलग-अलग तरह के नमक बिकते हैं। इन्हीं में से एक एप्सम सॉल्ट भी है। आज के इस आर्टिकल में हम एप्सम सॉल्ट में पैरों को भिगोकर रखने से होने वाले फायदों के बारे में जानेंगे। बता दें कि एप्सम सॉल्ट में पैरों को भिगोकर रखने से होने वाले फायदों के बारे में जानकारी हमें डॉ. अक्षय चुघ, सलाहकार - आंतरिक चिकित्सा, मेट्रो अस्पताल, नोएडा (Dr. Akshay Chugh, Consultant - Internal Medicine, Metro Hospital, Noida) से प्राप्त हुई है। आइए एप्सम सॉल्ट में पैरों को भिगोकर रखने के फायदों और इस्तेमाल करने का तरीका जानते हैं।
एप्सम सॉल्ट शरीर के लिए फायदेमंद क्यों है?- Why is Epsom Salt Beneficial for the Body
एप्सम सॉल्ट को हिंदी में सेंधा नमक कहा जाता है। यह नमक शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद होता यही। दरअसल, इस नमक में मैग्नीशियम की मात्रा ज्यादा होती है। इससे शरीर की कई समस्याओं से बचा जा सकता है। जैसे कि मसल्स को आराम, तनाव की कमी, नींद की क्वालिटी में सुधार, स्किन प्रॉब्लम्स से बचाव आदि। आइए अब जानते हैं कि सेंधा नमक में पैरों को भिगोकर रखने से क्या लाभ मिलते हैं?
इसे भी पढ़ें- प्रेग्नेंसी के दौरान नमक के पानी में पैर डालने से क्या फायदे होते हैं? डॉक्टर से जानें
एप्सम सॉल्ट फुट में पैरों को भिगोने के फायदे- Benefits of Epsom Salt Foot Soaks
जैसा हमने आपको बताया कि एप्सम नमक मैग्नीशियम सल्फेट से बना होता है। आमतौर पर, इस नमक का इस्तेमाल पैर भिगोने और नहाने के लिए किया जाता है। आइए इस नमक में पैर भिगोने से होने वाले लाभों के बारे में जानते हैं:
- आराम और तनाव में कमी : ऐसा माना जाता है कि एप्सम नमक में मौजूद मैग्नीशियम दिमाग में सेरोटोनिन के प्रोडक्शन का समर्थन करके शरीर को रिलैक्स फील करवाता है। इससे नर्वस सिस्टम को शांत करने में मदद मिलती है। एप्सम नमक में पैर भिगोने से लंबे दिन की थकान, तनाव और चिंता को कम किया जा सकता है।
- बेहतर नींद : एप्सम नमक में मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा होती है। इससे शरीर में मेलाटोनिन के लेवल को कंट्रोल किया जाता है। इससे नींद की क्वालिटी बेहतर होती है। यह एक हार्मोन है, जो स्लीप साइकिल को कंट्रोल करता है। ऐसे में अगर आप सोने से पहले अपने पैरों को एप्सम नमक में भिगोते हैं, तो शरीर को ज्यादा आराम मिल सकता है।
- मसल्स के दर्द और सूजन से राहत : ऐसा माना जाता है कि एप्सम नमक में मौजूद मैग्नीशियम मसल्स में दर्द, ऐंठन और सूजन से बचाव करता है। यह खड़े रहने या ज्यादा शारीरिक गतिविधि करने के बाद होने वाली थकान को कम करने में मदद करता है। इससे थके हुए पैरों को राहत मिल सकती है।
- डिटॉक्सिफिकेशन में मदद : एप्सम नमक स्किन के माध्यम से शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। हालांकि, इस पर अभी भी बहस चल रही है। अगर अनुभव की बात करें, तो कई लोगों को पैर भिगोने की प्रक्रिया के बाद तरोताजा महसूस होता है।
- स्किन को सॉफ्ट बनाना: बता दें कि रोजाना एप्सम नमक में पैर भिगोने से स्किन के डेड सेल्स को हटाने और पैरों पर खुरदरे धब्बों को नरम करने में मदद मिल सकती है। इससे व्यक्ति के पैर चिकने और मुलायम हो जाते हैं।
- बेहतर ब्लड सर्कुलेशन : एप्सम नमक में पैर भिगोने से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है। दरअसल, गर्म पानी और मैग्नीशियम ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। इससे पैरों की सेहत को फायदा हो सकता है।
एप्सम नमक का इस्तेमाल कैसे करें?- How to Use Epsom Salt
एप्सम नमक में पैरों को भिगाने के लिए आपको एक बाल्टी में हल्का गर्म पानी भरना है। यह पानी आपके टखनों तक आना चाहिए। इसके बाद पानी में आधा या तीन-चौथाई कप एप्सम नमक मिलाएं। पैरों को लगभग 20 से 30 मिनट तक पानी में भिगोकर रखें। भिगोने के बाद पैरों को अच्छी तरह सुखाएं और फिर मॉइश्चराइजर लगा लें। इससे ऊपर बताई समस्याओं से बचा जा सकता है। आप डॉक्टर से सलाह लेकर हर रोज भी एप्सम नमक में पैरों को भिगोकर रख सकते हैं।
इसे भी पढ़ें- शरीर में जमा गंदगी (टॉक्सिंस) को निकाल सकता है नमक का पानी, एक्सपर्ट से जानें इस्तेमाल का तरीका
कुल मिलाकर, एप्सम नमक में पैर भिगोने से कई फायदे हो सकते हैं। हालांकि, आपको नमक में पैर डुबोने से पहले डॉक्टर या किसी अनुभवी एक्सपर्ट की सलाह जरूर लेनी चाहिए। इससे शरीर को कई छोटी-बड़ी समस्याओं से बचाया जा सकता है।