Benefits Of Oil Pulling With Turmeric And Mustard Oil In Hindi: भारतीय घरों में हल्दी और सरसों के तेल दोनों का इस्तेमाल खाना पकाने के लिए किया जाता है। इनमें अच्छी मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल के गुण पाए जाते हैं। इनका सेवन करने से स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं, लेकिन इनको ऑयल पुलिंग के लिए इस्तेमाल किया जाए, तो इनसे मुंह के स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं से राहत देने में मदद मिल सकती है। ऐसे में आइए नोएडा के सेक्टर-12 में स्थित, अर्चित आयुर्वेदिक क्लिनिक के डॉ. अनंत त्रिपाठी (Dr. Anant Tripathi of Archit Ayurvedic Clinic, Sector 12, Noida) से जानें हल्दी और सरसों के तेल से ऑयल पुलिंग करने के क्या फायदे हैं?
सरसों के तेल और हल्दी से ऑयल पुलिंग के फायदे - Benefits of Oil Pulling with Mustard Oil and Turmeric In Hindi
डॉ. अनंत त्रिपाठी के अनुसार, आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों में से एक हल्दी में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी- माइक्रोबियल के गुण और बहुत से पोषक तत्व होते हैं। वहीं, सरसों के तेल में एंटी-फंगल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट्स के गुण होते हैं। इनका ऑयल पुलिंग के लिए इस्तेमाल करने से ओरल हेल्थ को स्वस्थ बनाए रखने में मदद मिलती है।
मसूड़ों और दांतों को मजबूती
हल्दी और सरसों के तेल में एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-बैक्टीरियल के गुण होते हैं। इसका इस्तेमाल करने से मसूड़ों और दांतों को मजबूती (Strengthen gums) देने, सड़न से बचाव करने और इनसे जुड़ी अन्य समस्याओं से राहत देने में मदद मिलती है।
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हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करे
औषधीय गुणों से भरपूर हल्दी और सरसों के तेल में अच्छी मात्रा में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-माइक्रोबियल के गुण होते हैं। ऐसे में इनको ऑयल पुलिंग के लिए इस्तेमाल करने से मुंह में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करने और ओरल हेल्थ को स्वस्थ बनाए रखने में मदद मिलती है।
दर्द और सूजन कम करे
हल्दी और सरसों के तेल में अच्छी मात्रा में एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं। इनसे ऑयल पुलिंग करने से दांतों और मसूड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद मिलती है, साथ ही, इससे ऑरल हेल्थ स्वस्थ रहती है।
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कैविटी से बचाव करे
सरसों के तेल और हल्दी में अच्छी मात्रा में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं। इससे ऑयल पुलिंग करने से दांतों के दर्द को कम करने और दांतों का कैविटीज से बचाव करने में मदद मिलती है।
मुंह की बदबू दूर करे
ऑयल पुलिंग के लिए हल्दी और सरसों के तेल का इस्तेमाल करने से मुंह की बदबू से राहत देने और मुंह में बैक्टीरिया को पनपने से रोकने में मदद मिलती है, जो ओरल हेल्थ के लिए फायदेमंद हैं।
ओरल हेल्थ के लिए कैसे करें सरसों के तेल और हल्दी का इस्तेमाल? - How To Use Mustard Oil And Turmeric For Oral Health?
डॉ. अनंत त्रिपाठी के अनुसार, 1 छोटी चम्मच सरसों के तेल में 2 चुटकी हल्दी पाउडर को मिला लें। अब इस मिक्चर को मुंह में डालें और 10 से 15 मिनट के लिए घुमाएं। इसके बाद इसको थूक दें और फिर हल्के गुनगुने पानी से कुल्ला कर लें और आप चाहें तो ब्रश भी कर सकते हैं। ध्यान रहे, इस दौरान तेल तो निगलें नहीं।
निष्कर्ष
हल्दी और सरसों के तेल से ऑयल पुलिंग करने से दांतों और मसूड़ों को मजबूती देने, दर्द और सूजन को कम करने, मुंह के हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करने, कैविटीज से बचाव करने और मुंह की बदबू को दूर करने में मदद मिलती है। ध्यान रहे, इसको निगलना नहीं है।
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FAQ
पानी में हल्दी मिलाने के क्या फायदे हैं?
पानी में हल्दी को मिलाकर पीने से शरीर की इम्यूनिटी को बूस्ट करने, बीमारियों से बचाव करने, शरीर को डिटॉक्स करने, सूजन को कम करने, पाचन को दुरुस्त करने, हार्ट को हेल्दी रखने और स्किन को हेल्दी बनाए रखने में मदद मिलती है।सरसों का तेल कब नहीं खाना चाहिए?
सरसों के तेल को खाना पकाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसका सेवन करने से स्वास्थ्य को कई लाभ भी मिलते हैं, लेकिन गैस, अपच और पेट दर्द होने जैसी पाचन से जुड़ी समस्याओं से पीड़ित लोगों को इसका सेवन करने से बचना चाहिए।ओरल हेल्थ से जुड़ी समस्या के लक्षण क्या हैं?
ओरल हेल्थ से जुड़ी समस्या होने पर व्यक्ति को सांसों में बदबू आने, मसूड़ों से खून आने, सूजन होने, दांतों में दर्द होने, मुंह में छाले होने, मूंह में सुखापन होने और दांतों में झनझनाहट होने की समस्या होती है।