लाइफस्टाइल में हुए बदलावों के प्रभाव हमारे खानपान पर भी देखने को मिलता है। आज के समय में जंक फूड और तला भूना खाने की वजह से पाचन से जुड़ी समस्याएं जैसे गैस, अपच, एसिडिटी, अल्सर आदि के लक्षण देखने को मिलते हैं। इस समस्या से परेशान लोगों के लिए कई तरह के आयुर्वेदिक उपाय उपलब्ध हैं। प्राचीन काल से पाचन से जुड़ी कई समस्याओ में लाजवंती का उपयोग किया जाता है। भारत में इसको छुईमुई के नाम से भी पहचाना जाता है। इसमें पौधे में कई औषधिय गुण मौजूद होते हैं। लाजवंती को बवासीर, पाचन से जुड़ी समस्या, पेट से जुड़े रोग और रक्त विकार में काफी उपयोगी माना जाता है। इस लेख में जगत फॉर्मा की सीनियर कंसल्टेंट आयुर्वेद डॉ परविंदर कौर से जानते हैं कि पेट में अल्सर होने पर लाजवंती के क्या फायदे हो सकते हैं?
लाजवंती के फायदे - Lajwanti Benefits In Hindi
लाजवंती (Mimosa pudica) एक झाड़ीदार, छोटी जड़ी-बूटी है जो भारत में आसानी से उपलब्ध होती है। इसका सबसे विशेष गुण यह है कि यह छूने पर तुरंत अपनी पत्तियां समेट लेती है, जिससे इसे 'छुईमुई' नाम मिला। आयुर्वेद में इसका प्रयोग प्राचीन काल से विभिन्न रोगों में किया जा रहा है, जैसे कि पाचन और पेट से जुड़ी समस्याएं। पेट में अल्सर, जिसे गैस्ट्रिक अल्सर या पेप्टिक अल्सर कहा जाता है, वह स्थिति होती है जिसमें पेट की अंदरूनी परत पर घाव हो जाते हैं। इसके कारणों में अधिक एसिडिक आहार, तनाव, H. pylori संक्रमण, लंबे समय तक दर्द निवारक दवाओं का सेवन, और अनियमित जीवनशैली शामिल हैं।
इसके लक्षणों में व्यक्ति को पेट में जलन, दर्द, उल्टी, अपच, भूख में कमी और कभी-कभी रक्त की उल्टी या मल में रक्त आना शामिल हैं। यदि इसका समय रहते इलाज न किया जाए, तो यह गंभीर रूप धारण कर सकता है। स्टडी बताती है कि लाजवंती में टैनिन्स (Tannins) होता है, यह तत्व सूजन को कम करने में मदद करता है और घाव भरने की प्रक्रिया को तेज करता है। इसके अलावा, फ्लावोनॉयड्स एंटीऑक्सिडेंट्स पेट की परत को सुरक्षा प्रदान करते हैं और अम्लीय प्रभाव को संतुलित करते हैं।
अल्सर में लाजवंती के फायदे - Lajwanti Benefits to Reduce Ulcer In Hindi
एसिडिटी को कंट्रोल करें
लाजवंती का सेवन पेट में बनने वाले अत्यधिक एसिड को कम करता है, जिससे अल्सर होने और उसका बढ़ना रुकता है।
घाव भरने में सहायक
इसके टैनिन्स और फ्लावोनॉयड्स अल्सर के घाव को तेजी से भरने में मदद करते हैं।
बैक्टीरिया को कम करें
लाजवंती पेट के अंदर मौजूद Helicobacter pylori जैसे अल्सर उत्पन्न करने वाले बैक्टीरिया को नष्ट करने में सहायता करती है।
सूजन और जलन में राहत
इसके सूजनरोधी गुण पेट की परत में जलन और सूजन को कम करते हैं।
पाचन शक्ति को सुधार करे
यह पौधा पाचन को बेहतर बनाता है जिससे अपच, गैस और एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत मिलती है, जो अल्सर के सहायक कारण हैं।
लाजवंती का उपयोग कैसे करें? - How to Eat Lajwanti In Hindi
- आप लाजवंती की पत्तियों की चाय पी सकते हैं।
- इसके अलावा, लाजवंती के पत्तों का अर्क भी सुबह-शाम करीक एक चम्मच पी सकते हैं।
- इसके सेवन गर्भवती महिलाओं और बच्चों को नहीं करना चाहिए।
- साथ ही, अधिक मात्रा में सेवन करने से भी बचें।
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लाजवंती अल्सर जैसी गंभीर समस्या के लिए एक सुरक्षित और प्राकृतिक उपचार प्रदान करता है। इसके एंटीऑक्सिडेंट, एंटीबैक्टीरियल और घाव भरने वाले गुण इसे पेट के स्वास्थ्य के लिए उपयोगी बनाते हैं। हालांकि, इसका प्रयोग सावधानीपूर्वक और चिकित्सकीय निगरानी में किया जाना चाहिए ताकि इसके लाभ अधिकतम रूप से प्राप्त किए जा सकें।