Benefits Of Harsingar Leaves For Sciatica In Hindi: साइटिका शरीर की एक नस है। इस पर अगर दर्द होने लगे, तो आपके पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने लगता है। कई बार यह दर्द इतना घातक हो जाता है, जिससे आपके लिए चलना-फिरना भी मुश्किल हो जाता है। इस तरह के दर्द को दूर करने के लिए आप ज्यादातर समय डॉक्टर के पास जाते हैं। कुछ लोग इस दर्द से निजात पाने के लिए आयुर्वेद की मदद भी लेते हैं। आयुर्वेद के अनुसार साइटिका दर्द से राहत के लिए आप हरसिंगार के फूल और पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं। हरसिंगार, जिसे नाइट जैस्मिन या पारिजात के नाम से भी जाना जाता है, विभिन्न पारंपरिक उपयोगों वाला एक औषधीय पौधा है। जबकि यह मुख्य रूप से अपने खूबसूरत फूलों और सुगंध के लिए जाना जाता है, इसकी पत्तियों में औषधीय गुण भी होते हैं, जो साइटिका के लिए लाभ प्रदान कर सकते हैं। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि साइटिका पर हारसिंगार के पत्तों के विशिष्ट प्रभावों पर वैज्ञानिक शोध सीमित है, और यहां दी गई जानकारी पारंपरिक ज्ञान पर आधारित है। इस लेख में आप डाइट एन क्योर क्लीनिक की डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी से जानेंगे कि साइटिका के दर्द से राहत पाने के लिए इसका इस्तेमाल कैसे करें।
हरसिंगार की चाय (Herbal Tea)
साइटिका के दर्द की वजह से जब खड़ा होना भी मुश्किल होने लगे, तो इस स्थिति में आप हरसिंगार की चाय बनाकर पी सकते हैं। इसकी चाय बनाने के लिए हरसिंगार की पत्तियों का इस्तेमाल किया जाता है। हरसिंगार की चाय बनाने के लिए आप जो सामान्य चाय बनाते हैं, उसमें हरसिंगार की पत्तियां डालें। उबाल आने के बाद इसे छलनी की मदद से छान लें। अब चाय की चुस्कियों का मजा लें। इससे आपके मसल्स रिलैक्स होंगे और आपको काफी अच्छा महसूस होगा। ऐसा माना जाता है कि नियमित रूप से इस चाय का सेवन करने से शरीर पर जलनरोधी प्रभाव पड़ सकता है।
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हरसिंगार का तेल (Harsingar Oil)
साइटिका के दर्द से राहत के लिए आप हरसिंगार से बने तेल का भी उपयोग कर सकते हैं। आमतौर हरसिंगार का तेल बनाने के लिए इसकी पत्तियों और फूलों का इस्तेमाल होता है। इसे आप बाजार से खरीद सकते हैं। इस तेल को सीधे अपने साइटिका पर अप्लाई करें और हल्के हाथों से मसाज करें। तेल बनाने के लिए आप पत्तियों और फूलों के साथ-साथ लौंग और मस्टर्ड ऑयल चाहिए होता है। इससे आपकी सूजन में भी कमी आती है।
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हरसिंगार का अर्क (Extraction Of Harsingar)
हरसिंगार की पत्तियों का अर्क निकालना बहुत आसान है। इसके लिए आप सबसे पहले पत्तियों को पीस लें। इसमें काली मिर्च का पाउडर मिक्स कर लें। इस अर्क का सेवन करें। इस अर्क का सेवन सुबह के समय करना होता है, इससे साइटिका के पेन में कमी आती है। इसके अलवा, हरसिंगार के हअर्क की वजह से पीठ में दर्द में भी कमी आती है और नसें भी शांत होती हैं। इसके अतिरिक्त, आप ताजे हरसिंगार के पत्तों को थोड़े से पानी के साथ पीसकर एक पेस्ट तैयार करें। इस पेस्ट को सीधे प्रभावित जगह पर लगाएं और धीरे से मसाज करें। इसे धोने से पहले लगभग 30 मिनट के लिए छोड़ दें। वैकल्पिक रूप से, आप हरसिंगार के पत्तों के पेस्ट को नारियल तेल या तिल के तेल के साथ मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें। इसे मिश्रण को प्रभावित हिस्से में लगाकर मालिश करें।
हरसिंगार के अन्य फायदे (Other Benefits)
हरसिंगार के फूलों और पत्तियों का इस्तेमाल साइटिका के दर्द से राहत के लिए तो किया जाता है, इसके अलावा आप इसका इस्तेमाल कई अन्य समस्याओं के लिए भी कर सकते हैं जैसे गठिया के मरीज इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे उनके ज्वाइंट्स में हो रहे दर्द में आराम आता है। इसके अलावा, हरसिंगार में औषधीय गुण होते हैं, जो कि कई तरह की समस्याओं में लाभकारी हैं, जैसे यह इम्युनिटी बूस्ट करता है, इसमें एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज है, जो कि एलर्जिक रिएक्शन से बचाने में मदद करता है।
वैसे, तो हरसिंगार का सेवन कोई भी कर सकता है। इसके बावजूद, यह सलाह दी जाती है कि इसका सेवन करने से पहले एक्सपर्ट से बात जरूर कर लें। इसके अलावा, किसी भी हर्बल उपचार का उपयोग करने से पहले हमेशा एक हेल्थ एक्सपर्ट से परामर्श करें।
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