
हरसिंगार का सेवन अगर सही मात्रा में किया जाए तो ये सेहत के लिए बेहद उपयोगी है। आइये जानते हैं इसके फायदे और नुकसान...
मनुष्य का हर तरीके के स्वस्थ होना जरूरी है। इसके लिए वे न जानें कितनी दवाइयों का सेवन भी करते हैं। लेकिन वे यह भूल जाते हैं कि इन दवाओं के सेवन से काफी नुकसान का सामना भी करना पड़ सकता है। ऐसे में अच्छे खान-पान आयुर्वेदिक औषधियों पर भरोसा किया जा सकता है। इसके सेवन से काफी रोग दूर हो सकते हैं। आज हम बात करेंगे आयुर्वेद में पाए जाने वाली जड़ी बूटी की। जिसका नाम है हरसिंगार। बता दें कि हरसिंगार के पौधे, बीज, पत्ते, यहां तक इसकी छाल सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है। हरसिंगार को नाइट जैसमिन के नाम से भी जाना जाता है। इसके फूल की खुशबू काफी तेज और सुगंधित होती है। खास बात यह है कि इन फूलों की खुशबू रात को तेज और दिन में हल्की हो जाती है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि हरसिंगार किन तरीकों से सेहत के लिए फायदेमंद है। साथ ही इसके नुकसान के बारे में भी जानेंगे। पढ़ते हैं आगे...
हरसिंगार के फायदे
अस्थमा के रोगियों के लिए
हरसिंगार के पत्ते एंटीअस्थमैटिक और एंटी एलर्जी गुण से भरपूर होते हैं। बता दें कि इसके अंदर बी साइटोस्ट्रोल नामक केमिकल कंपाउंड पाया जाता है। यह नाक की सूजी हुई नली के आसपास की मांसपेशियों की सख्ती को दूर करता है। ऐसे में आप हरसिंगार के फूलों को सुखाकर पाउडर बना लें और इसका प्रयोग करें।
पाचन क्रिया को रखे तंदुरुस्त
हरसिंगार का इस्तेमाल पाचन क्रिया को तंदुरुस्त रखने के लिए भी किया जाता है। हरसिंगार में एंटी स्पस्मोडिक गुण मौजूद होते हैं जो पाचन तंत्र की सेहत को अच्छा बनाते हैं। ऐसे में हरसिंगार के पत्तों के रस के माध्यम से पेट में मौजूद भोजन आसानी से पच जाता है।
आर्थराइटिस की समस्या को करें दूर
गठिया से परेशान लोगों के लिए हरसिंगार बेहद उपयोगी है। इसके अंदर एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। जो इन मरीजों की मदद करते हैं साथ ही इसके अंदर एंटी अर्थराइटिस गुण भी मौजूद होते हैं जो इस समस्या से बचाते हैं।
तनाव से बचाएं
बता दें कि लोग तनाव जैसी समस्या से काफी परेशान रहते हैं। इसके लिए वे हरसिंगार का प्रयोग कर सकते हैं। हरसिंगार के अंदर एंटीडिप्रेसेंट गुण पाए जाते हैं। ये तनाव को दूर रखने में मददगार हैं। ऐसे में आप हरसिंगार की चाय का सेवन कर सकते हैं इससे आपको अच्छा महसूस होगा।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं
सर्दियों में अगर 1 हफ्ते तक हरसिंगार के पत्तों का काढ़ा पीया जाए तो इसे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। ऐसे में यदि शरीर किसी संक्रमण की चपेट में आता है तो वह संक्रमण दूर हो जाता है। वहीं अगर आपके हाथ पैरों में दर्द या मांसपेशियों में खिंचाव है तो हरसिंगार के पत्तों के रस में बराबर मात्रा में अदरक का रस मिलाएं और पी जाएं। इससे शरीर में दर्द और खिंचाव की समस्या दूर होगी।
दिल की समस्या को करें दूर
कोलेस्ट्रोल, डायबिटीज, मोटापे की समस्या, उच्च रक्तचाप आदि से दिल का स्वास्थ्य बिगड़ता है। ऐसे में हरसिंगार की छाल के इस्तेमाल से डायबिटीज के दौरान बढ़ने वाले लिपिड सीरम और ट्राइग्लिसराइड्स फैट दूर होता है।
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पाइल्स से बचाए
बता दें कि खानपान की गलत आदतों के चक्कर में लोगों को पाइल्स की समस्या हो जाती है। ऐसे में हरसिंगार के अंदर एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण पाया जाता है जिससे नलियों में आने वाली सूजन में आराम मिलता है। बता दें कि पाइल्स की समस्या से कब्ज की परेशानी हो सकती है। ऐसे में हरसिंगार के फूल और बीजों का इस्तेमाल करके इन दोनों समस्याओं को दूर किया जा सकता है।
गंजापन से बचाए
लोगों के सर से बाल झड़ने की परेशानी बढ़ती जा रही है। ऐसे में अगर हरसिंगार के बीजों के पानी से सिर धोया जाए तो बेहद आराम मिलेगा। इसके अलावा हरसिंगार के बीजों से बना पेस्ट 30 मिनट तक सर पर लगाएं और ऐसा लगातार 21 दिनों तक करें। गंजेपन से लाभ मिलेगा।
त्वचा को रखें रोगों से दूर
हरसिंगार की पत्तियों को पीसकर अगर त्वचा पर लगाया जाए तो त्वचा से संबंधित लोग रोग दूर हो जाते हैं। ऐसे में आप हरसिंगार से बने तेल का प्रयोग भी कर सकते हैं। इसके अलावा हरसिंगार के फूल का पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाएं। त्वचा निखरती हुई नजर आएगी।
हरसिंगार से सौंदर्य को बनाएं चमकदार
हरसिंगार के अंदर सौंदर्य वर्धक गुण पाए जाते हैं। ऐसे में हरसिंगार के फूलों का पेस्ट, मैदा और दूध मिलाकर पेस्ट बनाएं और शरीर पर लगाएं। बाद में सामान्य पानी से धो लें। तुरंत निखार आएगा। इसके अलावा इसके तेल से मसाज करने पर त्वचा में लाली आती है और उसकी नमी भी बनी रहती है।
गैस की समस्या को करें दूर
ध्यान दें कि हरसिंगार के अंदर ऐसे गुण पाया जाता है जो पाचन क्रिया को तंदुरुस्त रख सकते हैं। साथ ही गैस की समस्या को भी दूर रखते हैं। ऐसे में इसका सेवन करने से पेट की काफी समस्याओं को दूर किया जा सकता है।
ब्लड डिटॉक्सिफिकेशन
हरसिंगार का प्रयोग हर्बल उपचार के रूप में भी किया जाता है। ऐसे में ब्लड प्यूरीफायर भी इस प्रक्रिया का हिस्सा है। इसके अंदर हप्टो प्रोटेक्टिव गतिविधियां पाई जाती है जो लीवर को उसका काम ठीक प्रकार से करने में मदद करती हैं। जैसे कि आप जानते हैं कि लीवर का काम ब्लड में मौजूद विषाक्त पदार्थों को दूर करना होता है इसीलिए हम कह सकते हैं कि हरसिंगार को ब्लड डिटॉक्सिफिकेशन में सहायक माना जा सकता है।
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हरसिंगार के नुकसान
जैसे कि हम जानते हैं कि किसी भी चीज का अत्यधिक सेवन करना सेहत के लिए बुरा होता है। ऐसे में हरसिंगार के साथ भी कुछ ऐसा ही है।
- कुछ लोग हरसिंगार का सेवन खांसी को ठीक करने के लिए करते हैं ऐसे में वे अधिक मात्रा में इसका सेवन कर लेते हैं, जिसका दुष्परिणाम बाद में भुगतना पड़ता है। बता दें कि इसके कुछ फूलों की तासीर ठंडी होती है लेकिन कुछ कुछ फूल ऐसे भी होते हैं जो गर्म स्वभाव के होते हैं, जिससे खांसी में हानि हो सकती है। इसका सेवन एक्सपर्ट की सलाह पर ही करना चाहिए।
- कुछ लोगों को हरसिंगार से एलर्जी की समस्या भी देखी गई है।
- गर्भवती स्त्रियों के लिए हरसिंगार का सेवन मना है।
हरसिंगार का सेवन कैसे करें
कुछ लोगों को सर्दियों में जोड़ों के दर्द की समस्या रहती है। ऐसे में वे हरसिंगार के पत्तों को पीसकर गुनगुना करके लेप बनाएं और जोड़ों पर लगाएं। इसके अलावा जिन लोगों को बुखार है वह 10 से 30 मिली काढ़े में अदरक का चूर्ण और चीनी मिलाकर पिएं। बुखार दूर हो जाएगा।
(ये लेख जीवा आयुर्वेद के प्रबंध निदेशक ऋषिपाल चौहान द्वारा दिए गए इनपुट्स से बनाया गया है।)
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