सर्दियों में शरीर को गर्म रखने और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए पिएं ये खास काढ़ा, वायरल बीमारियां रहेंगी दूर

सर्दियों में काढ़ा पीना फायदेमंद होता है। लेकिन आपके लिए यह जानना भी जरूरी है कि आपको काढ़ा किस समया पीना चाहिए और कैसे पीना चाहिए।
  • SHARE
  • FOLLOW
सर्दियों में शरीर को गर्म रखने और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए पिएं ये खास काढ़ा, वायरल बीमारियां रहेंगी दूर

महामारी और बीमारियों के इस दौर में हमारी इम्यूनिटी मजबूत रहे, सबसे ज्यादा इस बात का ही ध्यान रखना है। अगर आप जल्दी-हल्दी बीमार पड़ते हैं, तो इसका साफ़ मतलब है कि आपके शरीर में रोग-प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) कम हो रही है। आप आयुर्वेदिक काढ़े के सेवन से अपनी इम्यूनिटी बढ़ा सकते हैं (Ayurvedic Kadha To Boost Immunity)। जाहिर सी बात है इम्यूनिटी अच्छी रहेगी तो हमारा शरीर रोगों से लड़ने के किया सक्षम बनेगा और आप बीमार नहीं पड़ेंगे। वैसे तो आयुर्वेदिक खजाने में बहुत सी ऐसी जड़ी बूटियां हैं, जो हमें आसानी से रसोई में मिल जाती हैं, और गजब का कमाल भी करती हैं। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए इन्हीं बूटियों से बना काढ़ा आपको सबसे ज्यादा लाभ पहुंचा सकता है (Kadha To Boost Immunity)।

ठंड का मौसम भी शुरू हो गया है, इस मौसम में बीमारी और फ्लू फैलने का खतरा सबसे ज्यादा बना रहा है। इसलिए आप आयुर्वेद के इस आशीर्वाद को यूं ही जाया न होने दें। काढ़े से दोस्ती करना आपके लिए जरूरी है। अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के (Boost Immunity)अलावा ये संक्रमण से भी निपटने के लिए फायदेमंद है।
शोध की मानें तो काढ़े में उपयोग की जाने वाली जड़ी-बूटियां और मसाले आपको एलर्जी से भी बचाते हैं।

सर्दियों में शरीर को गर्म रखे और इम्यूनिटी बढ़ाए काढ़ा (Kadha As a Immunity Booster for Winters)

काढ़ा ऐसे मौसम के लिए सबसे बेहतर होता है जब मौसम बदल रहा होता है और बीमारियों के होने का खतरा ज्यादा होता है। सर्दियों में कई तरह की वायरल बीमारियां आ जाती हैं क्योंकि इस मौसम में वायरस और बैक्टीरिया ज्यादा एक्टिव होते हैं। इसके अलावा सर्दियों में शरीर को अंदर से गर्म रखने की भी जरूरत होती है। काढ़े में इस्तेमाल की जाने वाली लगभग सभी सामग्रियों की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसके सेवन से आपका शरीर अंदर से गर्म रहता है और आपके शरीर में बीमारियों से लड़ने की क्षमता भी विकसित होती है। इसकी मदद से आप खांसी-जुकाम, कफ और बुखार से राहत पा सकते हैं। इससे हमारा शरीर भी डिटॉक्स होता है। काढ़े की सामग्री को मिक्स करके आप इसे स्टोर भी कर सकते हैं।

kadha

गुणों से भरपूर काढा (Why kadha Is Beneficial)

आयुर्वेदिक काढ़ा औषधीय गुणों से भरपूर होता है इसलिए इसे हर उम्र के लोग पी सकते हैं। चाहे वो बच्चा हो या बूढ़ा। चूंकि सर्दियों में वैसे ही लोगों को कुछ गर्म ड्रिंक पीने का मन करता है, ऐसे में काढ़ा एक बेहतरीन विकल्प है। आप काढ़े में इलायची, दालचीनी, तुलसी, कालीमिर्च,अदरक, मुनक्का और शहद जैसे इंग्रिडिएंट्स डालकर इसे स्वादिष्ट भी बना सकते हैं।

इसे भी पढ़ेंः इम्यूनिटी बढ़ाने वाला काढ़ा रोज पीने से हो सकती हैं ये 5 परेशानियां, काढ़ा बनाते वक्त रखें इस 1 बात का ख्याल

काढ़ा पीने से फायदा (Kadha Benefits For Health)

काढ़े में इस्तेमाल अश्वगंधा, तुलसी और गिलोय कुछ ऐसी प्रमुख जड़ी-बूटियां शरीर में इम्युनिटी स्ट्रांग (For Strong Immunity) करते हैं। इसमें शामिल इलायची, काली मिर्च फ्लू और एलर्जी (allergies during cold season) जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाते हैं। जहां दालचीनी और अदरक डाईजेशन सही रखते हैं, वहीं इम्युनिटी बढ़ाने में भी मदद करते हैं।

kadha for haealth

कैसे बनाएं काढ़ा (How To Prepare Kadha)

काढ़ा एक और फायदे अनेक! जी हां कुछ ऐसा है काढ़े का काम हमारे शरीर में। आज हम आपको कोरोना से लड़ने के लिए और अपने शरीर में इम्युनिटी बढ़ाने के काढ़ा बनाने के तरीके को सांझा करेंगे। जो आपको घातक बिमारियों से लड़ने में मदद करेगा। तो चलिए फिर शुरू करते हैं।

  • काढ़ा बनाने के लिए हमें आधा इंच कटा हुआ कच्चा हल्दी, 2 लौंग, 3-4 दाने काली मिर्च, एक छोटा टुकड़ा दालचीनी, आधा इंच कटा हुआ अदरक, एक चम्मच मुनक्का चाहिए।
  • सबसे पहले अदरक और हल्दी को धोकर कूट लें और 2 कप पानी में इसे डालकर धीमी आंच में उबलें।
  • 2-3 मिनट बाद पानी में उबाल आने पर बाकी सामग्रियां भी इसमें डाल दें।
  • अब इन बर्तन को ढक दे और सामग्रियों को धीमी आंच पर 15 मिनट तक पकने दें, जब तक कि पानी आधा न हो जाए।
  • पानी आधा होने के बाद इसमें एक चम्मच शहद डालकर गर्मा-गर्म पिएं।

इसे भी पढ़ेंः इम्यूनिटी वाले आयुर्वेदिक काढ़े के भी हो सकते हैं साइड इफेक्ट, ये 5 लक्षण दिखें तो तुरंत बंद कर दें काढ़ा पीना

किस समय पीना चाहिए काढ़ा?

वात - जो लोग वात दोष से पीड़ित हैं, उन्हें काढ़ा शाम के समय पीना चाहिए। चूंकि काढ़ा आपके शरीर में जाकर शरीर को डिहाइड्रेट करता है, इसलिए जरूरी है कि आप शाम को 4-5 बजे काढ़ा पिएं और इसके 45 मिनट बाद थोड़े-थोड़े अंतराल पर पानी पीते रहें।

पित्त - जिन लोगों को पित्त दोष है, वो सुबह काढ़े का सेवन करें। ऐसे लोग अपने काढ़े में हल्दी ज्यादा न डालें और काढ़ा बहुत ज्यादा गर्म न पिएं। इसके बजाय गुनगुना होने पर काढ़े का सेवन करें। 

कफ - जिन लोगों को कफ की समस्या है या कफ दोष से पीड़ित हैं, उनके लिए तो काढ़ा वरदान है, क्योंकि ये शरीर में जमा कफ को पिघलाकर बाहर निकाल देता है। कफ दोष से पीड़ित लोग दिन के किसी भी समय काढ़ा पी सकते हैं। आप जितना गर्म काढ़ा पिएंगे, आपके लिए उतना ही फायदेमंद होगा।

ध्यान रखें कि एक दिन में 2-3 कप से ज्यादा आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन न करें।

इस तरह बेहतरीन इम्यूनिटी बूस्टर काढ़े की मदद से आप सर्दियों में स्वस्थ भी रह सकते हैं और गर्म ड्रिंक का भी आनंद ले सकते हैं।

Read More Articles on Ayurveda in Hindi

Read Next

किन तीन चीज़ों से मिलकर बना है त्रिफला? जानें इसके फायदे और नुकसान

Disclaimer