Which Drink Is Best In Monsoon Season: आपने गौर किया होगा बरसात के मौसम में लोग ज्यादा बीमार पड़ते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि इस मौसम में लोग तला-भूना और मसालेदार खाना ज्यादा खाते हैं। इससे डाइजेशन खराब हो सकता है और कुछ भी पचाने में मुश्किल होता है। इस मौसम में लोग स्ट्रीट फूड या बाहर से खाना मंगवाकर खाना भी पसंद करते हैं। इम्यूनिटी कमजोर होने के कारण इस मौसम में लोगों को वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन भी ज्यादा होता है। ऐसे में उन खाद्य पदार्थों का सेवन ज्यादा करना चाहिए, जो इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद कर सके। अगर मानसून में रोजाना आप जड़ी-बूटियों से बना काढ़ा पीते हैं, तो इससे बीमारियों और इंफेक्शन का खतरा कम होता है। ऐसे में कौन-सा काढ़ा पीना चाहिए? इस बारे में जानने के लिए हमने हरियाणा स्थित सिरसा जिले के आयुर्वेदिक डॉ श्रेय शर्मा से बात की। आइए लेख में एक्सपर्ट से जानें इस बारे में।
मानसून में कौन-सा काढ़ा रोज पीना चाहिए? Which Decoction Should Be Consumed Daily In Monsoon
आयुर्वेदिक डॉक्टर के मुताबिक त्रिफला और गिलोय का काढ़ा बरसात के मौसम के लिए सबसे बेहतरीन काढ़ा होता है। इसका सेवन दिन में कभी भी किया जा सकता है। इस काढ़े की सबसे खास बात यह है, कि इस काढ़े का सेवन बच्चों से लेकर बड़ों तक कोई भी कर सकता है। इसमें त्रिफला और गिलोय के साथ पुनर्नवा और सौंठ भी इस्तेमाल की जाती है। ये सभी जड़ी-बूटियां इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए फायदेमंद होती हैं। प्राकृतिक होने के कारण इनके साइड इफेट्स भी कम होते हैं।
इसे भी पढ़ें- टाइफाइड बुखार में कौन सा काढ़ा पीना चाहिए? जानें आयुर्वेदाचार्य से
त्रिफला और गिलोय का काढ़ा कैसे बनाएं?
त्रिफला और गिलोय का काढ़ा बनाने के लिए आपको इन सामग्री के साथ-साथ पुनर्नवा और सौंठ की जरूरत भी होगी। अगर आप 30 ग्राम तक त्रिफला ले रहे हैं, तो आपको गिलोय और पुनर्नवा 10 ग्राम लेना है। सौंठ की मात्रा आपको 5 ग्राम तक लेनी है। इससे ज्यादा मात्रा नुकसान कर सकती है। सभी चीजों को पानी में अच्छे से पकाकर सेवन करें।
मानसून में त्रिफला और गिलोय का काढ़ा पीने के फायदे
- त्रिफला में एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं जो बॉडी को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाते हैं। इससे इंफेक्शन और बीमारियों का खतरा दूर होता है। इसका काढ़ा पीने से डाइजेशन भी इंप्रूव होता है और बॉडी को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है।
- मानसून में इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए आप गिलोय का काढ़ा पी सकते हैं। अगर ऐसे में किसी को वायरल या बुखार होता है, तो उसे गिलोय का काढ़ा पीने की सलाह दी जाती है। बरसात में होने वाली बीमारियों का खतरा कम करने के लिए गिलोय बहुत फायदेमंद है। इसके सेवन से शरीर से टॉक्सिन्स निकलते हैं और सांस से जुड़ी समस्याओं का खतरा भी कम होता है। जिन लोगों को पाचन से जुड़ी समस्याएं रहती हैं, उनके लिए भी गिलोय फायदेमंद होता है।
- पुनर्नवा भी इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए फायदेमंद होती है। इसका पौधा बरसात के दौरान ही उगता है और इसे औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। पुनर्नवा को काढ़े में डालने से बीमारियों और इंफेक्शन का खतरा कम करने में मदद मिलती है।
- सौंठ की तासीर बेहद गर्म होती है। इसलिए इसे कम मात्रा में डाइट में शामिल करना ही फायदेमंद माना जाता है। इसमें मौजूद औषधीय गुण इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करते हैं। सौंठ के सेवन से खांसी-जुकाम में आराम मिलता है। इससे बैक्टीरियल इंफेक्शन दूर होता है और बीमारियों का खतरा कम होता है।
इसे भी पढ़ें- इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए गिलोय के जूस में क्या मिलाकर पिएं? जानें असरदार आयुर्वेदिक कॉम्बिनेशन
निष्कर्ष
एक्सपर्ट के मुताबिक मानसून में इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए आप त्रिफला और गिलोय का काढ़ा पी सकते हैं। इसमें इस्तेमाल होने वाली सभी चीजें इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करती हैं। इनके सेवन से इंफेक्शन और बीमारियों का खतरा दूर होता है। अगर आप रोजाना किसी स्वास्थ्य समस्या के लिए दवा लेते हैं, तो आपको किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह पर इनका सेवन करना चाहिए। इस लेख में आपको सामान्य जानकारी दी गई है। इस विषय पर ज्यादा जानने के लिए एक्सपर्ट से पसंद करें। लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो, तो इसे शेयर करना न भूलें।
FAQ
फीवर में कौन सा काढ़ा पीना चाहिए?
बुखार में गिलोय का काढ़ा पीना फायदेमंद माना जाता है। तुलसी और अदरक का काढ़ा बुखार में फायदेमंद होता है। इससे खांसी-जुकाम और वायरल जैसी समस्याओं में आराम मिलता है।सुबह-सुबह कौन सा काढ़ा पीना चाहिए?
सुबह के दौरान सौंफ, जीरा या दालचीनी का काढ़ा पिया जा सकता है। इसके अलावा अदरक, हल्दी और काली मिर्च का काढ़ा भी पीना चाहिए। ये काढ़े इम्यूनिटी बनाए रखने और डाइजेशन इंप्रूव करने में मदद करते हैं।इम्यूनिटी कमजोर होने पर क्या खाना चाहिए?
इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर फल खाने चाहिए। इसके अलावा, इम्यूनिटी बूस्ट करने वाले मसालों और जड़ी-बूटियों को डाइट में शामिल जरूर करना चाहिए।