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टाइफाइड बुखार में कौन सा काढ़ा पीना चाहिए? जानें आयुर्वेदाचार्य से

Best Remedy For Typhoid: टाइफाइड से जल्द राहत पाने के लिए देसी काढ़े फायदेमंद होते हैं। आयुर्वेदाचार्य से जानें ऐसे में कौन-सा काढ़ा पीना फायदेमंद होता है।
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टाइफाइड बुखार में कौन सा काढ़ा पीना चाहिए? जानें आयुर्वेदाचार्य से


Which Drink Is Best For Typhoid: टाइफाइड वायरल फीवर है जो बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण होता है। यह समस्या ब्लड स्ट्रीम और पेट में इंफेक्शन की वजह से होता है। शरीर में साल्मोनेला बैक्टीरिया के फैलने के कारण टाइफाइड होता है। यह बैक्टीरिया तरल पदार्थों के माध्यम से शरीर में जाता है और इंफेक्शन पैदा करता है। इसके कारण व्यक्ति को बुखार, कमजोरी, थकान और सिरदर्द जैसे लक्षण महसूस होते हैं। टाइफाइड में बुखार बार-बार उतरता-चढ़ता रहता है। इस कारण शरीर में कमजोरी ज्यादा आ जाती है। इस वायरल इंफेक्शन को पूरी तरह खत्म करने के लिए दवा और खानपान दोनों पर ध्यान देना जरूरी है। ऐसे में बुखार और कमजोरी दूर करने में काढ़ा बहुत फायदेमंद होता है। लेकिन अधिकतर लोगों को जानकारी नहीं होती कि टाइफाइड में कौन-सा काढ़ा पीना चाहिए। इस बारे में जानने के लिए हमने हरियाणा के सिरसा जिले के आयुर्वेदिक डॉ श्रेय शर्मा से बात की। आइए लेख में एक्सपर्ट से जानें इस बारे में।

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टाइफाइड बुखार में कौन सा काढ़ा पीना चाहिए? Which Kadha Is Best For Typhoid Fever

टाइफाइड बुखार में आप हर्बल काढ़ा बनाकर पी सकते हैं। आयुर्वेद में इसे टायफाइड के लिए फायदेमंद माना गया है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इसमें कई जड़ी-बूटियां इस्तेमाल होती हैं जो बुखार, शरीर की कमजोरी और सिर दर्द से राहत देने में मदद करती हैं। काढ़ा बनाने के लिए आपको त्रिफला, भृंगराज, चिरायता, सौंठ और पुनर्नवा को इस्तेमाल करना है। इन सभी सामग्री को रात को पानी में भिगोकर रखें। सुबह काढ़ा बनाकर मरीज को दिन में दो बार पिलाएं। इससे बुखार जल्दी उतरता है और कमजोरी दूर होती है। इस काढ़े से सेवन से इम्यूनिटी बूस्ट होगी और टाइफाइड को जड़ से खत्म करने में मदद मिलेगी।

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टाइफाइड के लिए कैसे फायदेमंद है ये हर्बल काढ़ा

त्रिफला- Triphala

टाइफाइड आंतों में इंफेक्शन के कारण होता है। त्रिफला आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो आंतों को साफ करने में मदद करती है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं जो बुखार के कारण हुए इंफेक्शन और सूजन को कम करती है।

भृंगराज- Bhringaraj

भृंगराज शरीर में मौजूद बैक्टीरियल इंफेक्शन को कम करने में मदद करता है। इससे पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है और पेट से जुड़ी विकारों से भी राहत मिलती है। इससे मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और थकावट और कमजोरी भी दूर होती है।

चिरायता- Chirayata

हर्बल काढ़े में कुछ मात्रा में चिरायता भी इस्तेमाल किया जाता है। चिरायता को वायरल बुखार के लिए फायदेमंद माना जाता है। चिरायता का पानी पीने से बुखार कम करने में मदद मिलती है। इसे त्वचा संबधित समस्याओं के लिए भी असरदार माना जाता है।

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पुनर्नवा- Punarnava

पुनर्नवा को सदाबहार भी कहा जाता है। यह प्राकृतिक जड़ी-बूटी जो वायरल बुखार कम करने में मदद कर सकती है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते है जो टाइफाइड को जड़ से खत्म करने में मदद करते हैं। यह जड़ी-बूटी बॉडी को डिटॉक्सिफाई करने, पाचन तंत्र स्वस्थ रखने और बुखार कम करने में मदद करते हैं।

सौंठ- Dry Ginger

सौंठ भी टाइफाइड कम करने में असरदार होती है। इसकी तासीर गर्म होती है इसलिए सौंठ को कम मात्रा में ही काढ़े में इस्तेमाल करना चाहिए। सौंठ का असर काफी तेज होता है। यह बुखार उतारने में मदद करती है। इसका काढ़ा पीने से कमजोरी और थकान जैसी समस्याएं भी कम होती है।

निष्कर्ष

लेख में हमने आयुर्वेदिक एक्सपर्ट से जाना टाइफाइड में कौन-सा काढ़ा फायदेमंद होता है। ये प्राकृतिक काढ़ा शरीर में बैक्टीरियल इंफेक्शन खत्म करता है और बुखार, शरीर में कमजोरी और पाचन जैसी समस्याओं में आराम देता है। इसे दिन में दो बार पीने से काफी जल्दी असर दिखेगा। अगर आपको इस लेख में आपको सामान्य जानकारी दी गई है। इस विषय पर ज्यादा जानने के लिए किसी आयुर्वेदिक एक्सपर्ट से संपर्क करें। लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो, तो शेयर करना न भूलें।

FAQ

  • टाइफाइड में क्या-क्या दिक्कत आती है?

    टाइफाइड के कारण व्यक्ति को बुखार, कमजोरी, पेट दर्द, थकान और सिरदर्द जैसे लक्षण महसूस होते हैं। इस समस्या में बुखार बार-बार उतरता-चढ़ता रहता है। इस कारण शरीर में कमजोरी ज्यादा आ जाती है और इम्यूनिटी कमजोर होती जाती है। 
  • टाइफाइड कितने दिन तक रहता है?

    टाइफाइड को खत्म करने के लिए समय पर इलाज लेना जरूरी है। अगर समस पर इलाज किया जाए तो समस्या 7 से 10 दिन में पूरी तरह खत्म हो सकती है। लेकिन अगर शरीर में संक्रमण ज्यादा फैल जाता है, तो पूरी तरह ठीक होने में एक महीने का समय भी लग सकता है।
  • टाइफाइड को जल्दी ठीक कैसे करें?

    टाइफाइड से जल्दी ठीक होने के लिए दवा और खानपान दोनों पर ध्यान देना जरूरी है। ऐसे में काढ़ा पीने से बुखार और कमजोरी कम होती है। ऐसे में खूब पानी पिएं और बॉडी को हाइड्रेट रखें। कमजोरी दूर करने के लिए नारियल पानी, हर्बल चाय और नींबू पानी पी सकते हैं। 

 

 

 

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