टाइफाइड में खूबकला के फायदे: खूबकला कभी देखा है आपने? अगर नहीं तो आपको इसे खरीदकर इस्तेमाल करना चाहिए ताकि आप इस पौष्टिक बीजों के सेवन का लाभ जान सकें। दरअसल, यह खूबकला अलसी के आकार की छोटी-छोटी बीज की तरह होता है। लोग इसे अपनी डाइट में शामिल करते हैं जैसे कि इसका स्मूदी बनाकर पीते हैं, चटनी खाते हैं और सलाद आदि में भी इसका सेवन करते हैं। दरअसल, खूबकला के बीजों में कई प्रकार के खास गुण होते हैं। जैसे कि यह एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीवायरल गुणों से भरपूर है। इसके अलावा भी इसके कई फायदे हैं लेकिन, आज हम जानेंगे कि टाइफाइड में खूबसला (khubkala in typhoid) का उपयोग कैसे करें, क्यों है ये फायदे और तमाम चीजों के बारे में विस्तार से।
टाइफाइड में खूबकला कैसे फायदेमंद है-Khubkala ke fayde in typhoid
Dr. Mickey Mehta - Global Holistic Health Guru and Life Coach, बताते हैं कि टाइफाइड बुखार, पाचन तंत्र को प्रभावित करने वाली एक गंभीर संक्रामक बीमारी है, जो अक्सर व्यक्ति को लंबे समय तक कमजोर, निर्जलित और बुखारग्रस्त बना देती है। आयुर्वेद टाइफाइड को ज्वर से जोड़ता है, जो तीनों दोषों-विशेष रूप से पित्त और कफ में असंतुलन से जुड़ा एक गहरा बुखार है। ऐसे बुखार के लिए एक सौम्य लेकिन शक्तिशाली आयुर्वेदिक उपाय है खूबकला। हालांकि इसमें गर्म करने की क्षमता होती है, लेकिन यह एक पुनर्योजी गर्मी (regenerative heat) है यानी माइटोकॉन्ड्रियल ऊर्जा, सेलुलर नवीनीकरण और शरीर की प्राकृतिक उपचार क्षमता का समर्थन करता है।
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टाइफाइड के लक्षणों को कम करता है खूबकला
खूबकला एक प्राकृतिक कफ निस्सारक के रूप में कार्य करता है, गले की खराश को शांत करता है, बलगम को साफ करता है और सूखी या लगातार खांसी को कम करता है। अक्सर टाइफाइड के साथ आपको यह लक्षण नजर आ सकते हैं। यह शुष्क ऊतकों को नम करता है, ब्रोंची को शांत करता है और फेफड़ों के बेहतर कामकाज में मदद करता है। पाचन तंत्र पर इसका हल्का प्रभाव बीमारी के दौरान सुस्त पाचन में मदद करता है। बुखार से आक्रामक रूप से लड़ने के बजाय, खूबकला शरीर को शांति और पोषण के माध्यम से संतुलन बहाल करने के लिए धीरे-धीरे सशक्त बनाता है।
इम्यूनिटी बूस्टर है खूबकला
खूबकला, इम्यूनिटी बूस्टर गुणों से भरपूर है। टाइफाइड में शरीर जब कमजोर पड़ जाता है तो लंबे समय तक हमारी इम्यूनिटी कमजोर रहती है। ऐसे में खूबकला बुखार को कम करने और शरीर के दर्द से राहत दिलाने के लिए जाना जाता है, जिससे यह सर्दी और फ्लू के लिए एक प्राकृतिक उपचार बन जाता है। इसके अतिरिक्त, इसमें सूजन-रोधी गुण होते हैं जो श्वसन संक्रमण के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। खूबकला प्रतिरक्षा प्रणाली को भी बढ़ावा दे सकता है, जिससे बीमारियों से तेजी से ठीक होने में मदद मिलती है।
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टाइफाइड में खूबकला का उपयोग कैसे करें-How to use khubkala in typhoid in Hindi
टाइफाइड में खूबकला का उपयोग बुखार कम करने का सबसे लोकप्रिय घरेलू उपाय है। इसमें एक चम्मच खूबकला के बीजों को रात भर गर्म पानी में भिगो दें। सुबह उन्हें पानी के साथ उबालें। आप चाहें तो इस पानी में आप तुलसी, सूखी अदरक या मुलेठी भी मिला सकते हैं। काढ़े को आधा कर दें, छान लें और दिन में 2-3 बार गर्म-गर्म पिएं। यह गले को प्राकृतिक रूप से साफ करने का काम करता है और रिकवरी में मदद करता है।
हमेशा इस्तेमाल करने से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लें, खासकर अन्य दवाओं के साथ। खूबकला कोई चमत्कारी इलाज नहीं है, बल्कि एक सौम्य सहयोगी है जो सात्विक भोजन, हाइड्रेशन और गहरी आराम के साथ मिलकर बीमारी से रिकवर करने और इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार है।
FAQ
कब्ज के लिए खूबकला के फायदे
अगर आपको पुरानी कब्ज की समस्या रहती है तो खूबकला का सेवन पाचन क्रिया को तेज करने और फिर गट हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। इसका पानी पीना आंतों को गति को तेज कर सकता है जिससे मल त्याग में आसानी होती है।शरीर दर्द में कैसे फायदेमंद है खूबकला
शरीर दर्द में खूबकला काफी फायदेमंद है। दरअसल, ये एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है जो कि शरीर में सूजन और किसी भी प्रकार के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। इसके सेवन जोड़ों को आराम मिलता है और दर्द और सूजन में कमी आती है।हाई कोलेस्ट्ऱॉल में कैसे फायदेमंद है खूबकला
खूबकला के बीज हाई फाइबर से भरपूर है जो खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और समग्र हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। तो हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या होने पर आप खूबकला को उबालकर इसका पानी पी सकते हैं या फिर स्मूदी बनाकर इसका सेवन कर सकते हैं।