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40 साल से अधिक उम्र के पुरुषों को करनी चाहिए कार्डियो वेट ट्रेनिंग, जानें इसके फायदे

उम्र बढ़ने के साथ ही लोगों के शरीर में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। अधिक उम्र में ज्यादातर पुरुष अपनी सेहत पर ध्यान नहीं देते हैं। ऐसे में वह मोटे हो जाते हैं। इस लेख में जानते हैं कि 40 से अधिक उम्र में पुरुषों को कार्डियो वेट ट्रेनिंग की क्यों आवश्यकता होती है।
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40 साल से अधिक उम्र के पुरुषों को करनी चाहिए कार्डियो वेट ट्रेनिंग, जानें इसके फायदे


उम्र के साथ लोगों को शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। अधिक उम्र में ज्यादातर लोगों के शरीर में कई जैविक और हार्मोनल बदलाव होने लगते हैं। खासकर पुरुषों के लिए 40 की उम्र एक अहम मोड़ होती है, जब स्वास्थ्य और फिटनेस को लेकर सोच में बदलाव लाना जरूरी हो जाता है। युवावस्था में भारी वेट उठाना और मसल्स बनाना भले ही आपको आकर्षक लगे, लेकिन उम्र के इस पड़ाव पर कार्डियो एक्सरसाइज को प्राथमिकता देना कहीं ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है। इस लेख में एएस फिटनेस सेंटर के फिटनेस एक्सपर्ट साईं श्रीवास्तव से जानते हैं कि 40 की उम्र के बाद पुरुषों को वेट ट्रेनिंग और कार्डियो के क्या फायदे हो सकते हैं?

40 साल से अधिक उम्र के पुरुषों को कार्डियो वेट ट्रेनिंग के फायदे - Benefits of Cardio Weight Training for Men Over 40 In Hindi

मांसपेशियों का बचाव

40 की उम्र के बाद मांसपेशियों की मात्रा करीब पांच प्रतिशत तक कम होती है। वेट ट्रेनिंग मांसपेशियों को सक्रिय और मजबूत बनाए रखती है, जिससे शरीर का ढांचा सशक्त बना रहता है।

हड्डियों की मजबूती

वेट ट्रेनिंग हड्डियों पर हल्का दबाव डालती है जिससे बोन डेंसिटी बढ़ती है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसे रोगों से बचाव होता है।

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टेस्टोस्टेरोन स्तर में सुधार

इस उम्र में टेस्टोस्टेरोन का स्तर गिरने लगता है, जिससे थकावट, कमजोरी और यौन शक्ति में कमी आ सकती है। वेट ट्रेनिंग इससे निपटने में मदद कर सकती है।

बेसल मेटाबॉलिक रेट (BMR) बढ़ाना

वेट ट्रेनिंग से शरीर की मेटाबोलिक एक्टिविटी बढ़ती है, जिससे कैलोरी तेजी से बर्न होती है और वजन कंट्रोल में रहता है।

हृदय स्वास्थ्य में सुधार

कार्डियो एक्सरसाइज जैसे वॉकिंग, साइक्लिंग, स्वीमिंग या रनिंग हृदय को मजबूत बनाते हैं और ब्लड प्रेशर व कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखते हैं।

फैट बर्न और वजन घटाना

कार्डियो वसा जलाने में कारगर होता है, विशेषकर पेट के आसपास जमा विसरल फैट, जो हृदय रोग और डायबिटीज का बड़ा कारण होता है।

मानसिक स्वास्थ्य में लाभ

कार्डियो एक्सरसाइज एंडोर्फिन हार्मोन को सक्रिय करती हैं, जिससे तनाव, चिंता और अवसाद में राहत मिलती है।

फेफड़ों की क्षमता में वृद्धि

नियमित कार्डियो से ऑक्सीजन का लेवल बढ़ता है, जिससे शरीर की सहनशक्ति बढ़ती है।

कार्डियो और वेट ट्रेनिंग का कॉम्बो क्यों जरूरी होता है?- Why is a combo of cardio and weight training necessary?

जब वेट ट्रेनिंग और कार्डियो को संतुलित रूप से किया जाता है, तो ये एक-दूसरे को सपोर्ट करते हैं:

  • वेट ट्रेनिंग मांसपेशियाँ बनाती है, जिससे कार्डियो के दौरान ज़्यादा कैलोरी बर्न होती है।
  • कार्डियो वसा को घटाता है, जिससे वेट ट्रेनिंग से बने मसल्स ज्यादा उभर कर दिखते हैं।
  • यह संयोजन बायोलॉजिकल एजिंग को धीमा करता है और हॉर्मोन बैलेंस बनाए रखता है।

इसे भी पढ़ें: 40 की उम्र के बाद पुरुष करें ये 5 एक्सरसाइज, बढ़ेगी स्ट्रेंथ और मोबिलिटी

यह कहना गलत नहीं होगा कि वेट ट्रेनिंग भी शरीर के लिए जरूरी है – यह मसल्स को मजबूत करती है, टेस्टोस्टेरोन लेवल बनाए रखने में मदद करती है, और हड्डियों को मजबूती देती है। लेकिन 40 की उम्र के बाद फिटनेस की प्राथमिकताएं बदल जाती हैं। इस उम्र में दिल, दिमाग और शरीर को संतुलित रखना ज्यादा जरूरी है। इसलिए फिटनेस रूटीन में कार्डियो को अहम स्थान देना, और हफ्ते में 2 दिन हल्की वेट ट्रेनिंग करना एक बेहतर और संतुलित तरीका हो सकता है।

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