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Benefits Of Ardha Chandrasana For Sciatica In Hindi: साइटिका नर्व पर दबाव या तनाव होने के कारण साइटिका की समस्या हो सकती है। साइटिका हमारे शरीर की सबसे लंबी नर्व होती है, जो कि पीठ के निचले हिस्से से शुरू होती है और नितंब से होते हुए पैरों तक पहुंचती है। इसे आप मेजर नर्व भी कह सकते क्योंकि यह हमारे पैरों की मूवमेंट और सेंसेशन को बनाए रखने का काम करती है। बरहाहल, कई बार खराब पोस्चर या ज्यादा फिजिकल वर्क करने की वजह से साइटिका नर्व पर दबाव पड़ने लगता है, जिससे साइटिका पेन शुरू हो जाता है। इसके अलावा, प्रेग्नेंसी जैसी स्थिति में भी साइटिका पेन होना कॉमन होता है। साइटिका पेन से छुटकारा पाने के लिए कई तरह के उपाय अपनाए जाते हैं। एक्सपर्ट्स की मानें, तो साइटिका के दर्द से छुटकारा पाने के लिए अर्ध चंद्रासन करना फायदेमंद होता है। इस लेख में हम साइटिका पेन से छुटकारा पाने के लिए अर्ध चंद्रासन के फायदों के बारे में जानेंगे। इस बारे में हमने दिल्ली विकास प्राधिकरण में योग प्रशिक्षक के रूप में कार्यरत योगाचार्य अनिल मुद्गल (1993 से योग शिक्षण कार्य में संलग्न हैं) से बात की।
साइटिका पेन से छुटकारा पाने के लिए अर्ध चंद्रासन के फायदे- Benefits Of Ardha Chandrasana For Sciatica In Hindi
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साइटिका नर्व स्ट्रेच होती है
साइटिका नर्व में तकलीफ होने के कारण वह अकड़ जाती हैं, जिससे चलने-फिरने के दौरान दर्द और बढ़ जाता है। जब आप नियमित रूप से अर्ध चंद्रासन करते हैं, तो इससे साइटिका नर्व खुलती है, वह स्ट्रेच होती है और इन्हें मजबूत भी मिलती है। यही नहीं, अर्ध चंद्रासन करने से लोअर बैक पेन की मसल्स पर भी अच्छा असर पड़ता है। अर्ध चंद्रासन की मदद से स्पाइन की तकलीफ में भी कमी आती है और बैलेंस में भी सुधार होता है।
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नर्व की सूजन में कमी
साइटिका पेन का कारण नर्व में सूजन और जलन भी हो सकती है। अर्ध चंद्रासन करने से इस तरह की समस्या से छुटकारा मिलता है, साइटिका नर्व की सूजन में कमी आती है। जैसे-जैसे सूजन कम होती है, साइटिका का दर्द भी कम होने लगता है। असल में, अर्ध चंद्रासन के दौरान शरीर स्ट्रेच होता है। इससे न सिर्फ साइटिक नर्व पर पॉजिटिव असर पड़ता है, बल्कि आसपास की मसल्स को स्ट्रेंथ मिलती है।
ब्लड सर्कुलेशन में सुधार
हमारी बॉडी के लए पर्याप्त ब्लड सर्कुलेशन होना जरूरी है। ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है, तो इससे बॉडी के हर हिस्से तक पर्याप्त ऑक्सीजन पहुंचता है और बॉडी को जरूरी न्यूट्रिएंट्स भी मिलते हैं। अर्ध चंद्रासन ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है। ध्यान रखें कि ब्लड सर्कुलेशन सही तरह से होने हमारी इम्यूनिटी बूस्ट होती है और बीमार होने का जोखिम भी कम होता है। अर्ध चंद्रासन करने से पैरों में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे पैरों का दर्द भी कम होने लगता है।
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साइटिका के मरीज अर्ध चंद्रासन करने समय रखें जरूरी बातों का ध्यान
- अगर आपको साइटिका का पेन बहुत ज्यादा है, चलना-फिरना, झुकना या मुड़ना भी मुश्किल लगे, तो अर्ध चंद्रासन करने से बचें।
- साइटिका पेन से राहत के लिए अर्ध चंद्रासन करना चाहते हैं, तो पहले एक्सपर्ट की सलाह ले लें।
- साइटिका पेन से राहत के लिए अर्ध चंद्रासन करना अच्छा विकल्प है। लेकिन, इसके साथ ही डॉक्टर ट्रीटमेंट भी आवश्यक होता है।
- अगर अर्ध चंद्रासन करते हुए साइटिका पेन बढ़ रहा है, तो भी इस आसान को न करें।
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FAQ
अर्ध चंद्रासन करने के क्या फायदे हैं?
अर्ध चंद्रासन करने से बॉडी पोस्चर में सुधार होता है, शरीर लचीली होती है, मसल्स रिलैक्स होती हैं और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है।साइटिका के लिए कौन सा आसन करना चाहिए?
साइटिका से राहत के लिए आप कई आसन कर सकते हैं। हालांकि, भुजंगासन इसके लिए अच्छा ऑप्शन है। इसके अलावा, शलभासन, सेतुबंधासन और सुप्त पादांगुष्ठासन भी कर सकते हैं। लेकिन, किसी भी तरह के आसन करने की सोच रहे हैं, तो पहले एक्सपर्ट से उसे सीख लें। इसके बाद ही घर में अकेले इन्हें ट्राई करें। खासकर, साइटिका पेन होने पर किसी योग एक्सपर्ट की देखरेख में ही योगासन का अभ्यास करें।साइटिका ठीक करने का सबसे तेज़ तरीका क्या है?
साइटिका पेन क्यों हो रहा है, इस बात पर उसका ट्रीटमेंट तय होता है। हालांकि, इंस्टेंट रिलीफ के लिए आप उस पर बर्फ लगा सकते हैं। इससे कुछ देर के लिए दर्द कम हो जाता है। इसके अलावा, डॉक्टर से आप अपना ट्रीटमेंट करवाएं।
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Nov 09, 2025 11:25 IST
Published By : Anurag Gupta