
कुछ लोगों को ऑफिस, घर या गाड़ी में खराब पोश्चर में बैठने की आदत होती है। यह आदत आपको कई तरीकों से नुकसान पहुंचा सकती है। बैठने का गलत तरीका फीजिकल के साथ-साथ मेंटल हेल्थ के लिए भी नुकसानदायक साबित हो सकता है। हाल ही में हावर्ड मेडिकल स्कूल द्वारा की गई एक स्टडी के मुताबिक खराब पोश्चर में बैठना दिमाग के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इस आदत को लंबे समय तक फॉलो करने से दिमाग डैमेज भी हो सकता है। आइये जानते हैं इसके बारे में।
खराब पोश्चर में बैठने से हो सकता है ब्रेन डैमेज
इस स्टडी के शोधकर्ताओं के मुताबिक खराब पोश्चर में बैठने से स्पान प्रभावित होने के साथ-साथ मसल टेंशन बढ़ती है। यही नहीं खराब पोश्चर में बैठने से ब्रेन में ब्लड फ्लो कम हो सकता है, जिससे कॉग्निटिव फंक्शन्स पर भी प्रभाव पड़ता है और धीरे-धीरे ब्रेन डैमेज होने का खतरा भी बढ़ जाता है। यह खतरा ज्यादातर दफ्तर में लंबे समय जैसे 8 से 9 घंटे तक लैपटॉप पर काम करने वाले लोगों को रहता है। यही नहीं अगर आप स्मार्टफोन का भी इस्तेमाल ज्यादा देर तक करते हैं तो इससे पोश्चर खराब होने की समस्या हो सकती है।
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कैसे पड़ता है ब्रेन पर प्रभाव?
- वैज्ञानिकों के मुताबिक खराब पोश्चर में बैठने से कंधे दोहरे रहते हैं और इससे रिब केज पर प्रभाव पड़ता है। इस स्थिति में रहने से शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई ठीक तरह से नहीं हो पाती है।
- दरअसल, हमारे नर्व सेल्स ऑक्सीजन पर निर्भर करते हैं और खराब पोश्चर ऑक्सीजन में बाधा बन सकता है, जिससे ब्रेन पर बुरा असर पड़ सकता है।
- खराब पोश्चर में बैठने से हड्डियों के साथ ही मांसपेशियों पर भी बुरा असर पड़ता है, जिससे मसल डैमेज हो सकती हैं।
पोश्चर ठीक करने के लिए अपनाएं ये तरीके
- पोश्चर ठीक करने के काम करने के दौरान थोड़ी-थोड़ी देर पर चलते-फिरते रहें।
- कई बार टाइट कपड़े पहनना भी खराब पोश्चर का कारण बन सकता है। इसलिए ऐसे मेंं ढ़ीले-ढ़ाले कपड़े पहनें।
- बॉडी पोश्चर को सुधारने के लिए नियमित तौर पर योग और एक्सरसाइज करते रहें।
- इसके लिए सुबह-शाम स्ट्रेचिंग करें। इससे मांसपेशियों में तनाव पैदा होने का जोखिम कम होता है।
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