Ayurvedic Tips To Improve Digestion In Monsoon: मानसून का मौसम चिलचिलाती धूप से काफी राहत और खुशी देता है। इस मौसम में बारिश और गर्मी के कारण उमस काफी बढ़ जाती है, जिस कारण स्किन इंफेक्शन होने के साथ वायरल इंफेक्शन होने का खतरा भी बढ़ता है। मानसून के मौसम में बैक्टीरिया को पनपने का अनुकूल माहौल मिलता है। इस कारण पाचन-तंत्र से जुड़ी समस्या भी हो जाती है। इस मौसम में पाचन-तंत्र स्लो हो जाता है, जिस कारण खाना देर से पचता है और अपच, गैस, एसिडिटी और कब्ज की समस्या हो जाती हैं। वहीं बारिश के मौसम बहुत से लोग तैलीय खाने के साथ फास्ट फूड बड़े चाव से खाते हैं। इस कारण भी पेट से जुड़ी परेशानियां बढ़ जाती है। आयुर्वेद के अनुसार, इस मौसम में पित्त भी बढ़ता है और वात खराब होता है, जिस कारण पाचन-तंत्र से जुड़ी बीमारियां बढ़ती हैं। मानसून में पाचन को बेहतर करने के लिए कुछ आयुर्वेदिक उपाय किए जा सकते हैं। इन टिप्स के बारे में जानने के लिए हमने बात की सुधा क्लीनिक के आयुर्वेद विषय के जानकार पवन सिंह से।
पानी से भरपूर फूड्स
मानसून में पेट को हेल्दी रखने के लिए पानी से भरपूर भोजन करें। डाइट में खीरा, टमाटर, सेब, खट्टे फल, तरबूज और स्ट्रॉबेरी को शामिल करें। इनके सेवन से पाचन को बढ़ावा मिलता है, शरीर हाइड्रेट रहता है और आंतों को मॉइस्चराइज रहती है। इन फूड्स के सेवन से कब्ज की समस्या से भी छुटकारा होता है और पेट साफ रहता है।
लाइफस्टाइल में बदलाव
पेट को हेल्दी रखने के लिए स्वस्थ लाइफस्टाइल का होना भी जरूरी है। बारिश में भीगने के बाद एसी में बैठने से बचें और पैरों को भी सूखा रखें। मानसून के समय में डाइजेशन स्लो हो जाता है। इस कारण इस मौसम में दिन में सोने से बचना चाहिए और ऐसा भोजन करना चाहिए, जो आसानी से पच जाएं।
अदरक
अदरक पेट की कई समस्याओं को दूर करता है। यह भोजन को जल्दी पचाने और शरीर द्वारा पोषक तत्वों के अवशोषण में सहायता करता है। यह पेट की जलन को शांत करने के साथ भूख को भी बढ़ाता है। इसका सेवन करने के लिए अदरक के छोटे टुकड़ें में सेंधा नमक लगाएं और इसे भोजन से पहले चबाएं। ऐसा नियमित करने से मानसून में होने वाली पेट की समस्याओं से राहत मिलेगी।
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घी
गाय का घी एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है। यह पोषण अवशोषण में सहायता करता है और आंतों की सूजन को भी दूर करता है। गाय के घी के सेवन से कब्ज की समस्या से भी छुटकारा मिलता है। घी को गर्म भोजन में 1 चम्मच डालकर खाया जा सकता है।
संतुलित आहार
मानसून में पेट की समस्याओं से बचने के लिए हेल्दी डाइट का सेवन करना भी जरूरी होता है। डाइट में चावल, जौ, गेहूं, फलियां और हरे चने जैसे खाद्य पदार्थों को शामिल करें। मानसून के दौरान कच्ची सब्जियों को खाने से बचना चाहिए क्योंकि उनमें कीटाणु हो सकते हैं, जो मानसूनी हवा के संपर्क में आने पर पाचन को खराब कर सकते हैं।
मानसून में डाइजेशन सुधारने के लिए इन आयुर्वेदिक टिप्स को किया जा सकता हैं। हालांकि, अगर आपको कोई बीमारी या एलर्जी की समस्या है, तो डॉक्टर से पूछकर ही इन टिप्स को करें।
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