Ayurvedic Sleep Rules For Better Sleep: अगर आप रात में अच्छी नींद चाहते हैं, तो कुछ गलतियों को करने से बचें और ये आयुर्वेदिक नियम फॉलो करें।अक्सर हम देखते हैं कि लोगों के साथ रात में नींद न आने की समस्या काफी देखने को मिलती है। वहीं कुछ लोगों को रात में नींद तो आ जाती है, लेकिन उन्हें नींद के दौरान बेचैनी और रात में बार-बार आंख खुलने जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जब वे सुबह उठ नहीं पाते हैं या देर से उठते हैं। वे पूरा दिन थकान और आलस का महसूस करते हैं। इसकी वजह से वे अपने दिन भर के जरूरी काम भी ठीक से नहीं कर पाते हैं। ऐसे में लोग इस बात को लेकर काफी परेशान रहते हैं कि इससे बचने के लिए वे क्या कर सकते हैं? वे रात में अच्छी नींद कैसे ले सकते हैं? आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. नितिका कोहली के अनुसार, हम दिन में ऐसी कई गलतियां करते हैं, जो रात में हमारी नींद को प्रभावित करती हैं। अच्छी नींद के लिए आयुर्वेद में कुछ नियम बताए गए हैं, जिन्हें अगर आप अपनी दैनिक जीवनशैली की हिस्सा बना लें, तो आपको कभी नींद से जुड़ी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। आप सुबह फ्रेश और दिन भर एनर्जेटिक महसूस करेंगे।" इस लेख में हम आपको अच्छी नींद के लिए 5 आयुर्वेदिक नियम बता रहे हैं।
अच्छी नींद के लिए 5 आयुर्वेदिक नियम- Ayurveda Sleep Rules To Follow For Better Sleep In Hindi
1. डूबते सूरज के साथ सोयें और उगते सूरज के साथ जागें
अगर आपको यह व्यावहारिक नहीं लग रहा है, तो आप रात के समय का अनुकरण करने के लिए अपने कमरे में गहरे प्रकाश और सफेद लाइट वाली एक सेटिंग बना सकते हैं। इससे आपको अपनी सर्केडियन रिदम के अनुसार स्लीप साइकिल को बनाए रखने में मदद मिलेगी।
2. डिनर जल्दी करें
रात का खाना सोने से 2-3 घंटे पहले खाएं। कोशिश करें कि शाम को 7 बजे के आप आप भोजन न करें। देर रात खाने और स्नैक्स का सेवन करने से बचें।
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3. स्क्रीन से दूर रहें
रात में 8.30 से 9 बजे के बाद मोबाइल, लैपटॉप और टीवी से दूरी बनाएं। इनसे निकलने वाली ब्लू लाइट हमारी प्राकृतिक रिदम को प्रभावित करती है।
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4. सही स्लीपिंग पोजीशन
आयुर्वेद सुझाव देता है कि हमें दाईं तरफ करवट लेकर सोना चाहिए। इस तरह सोने से हार्टबर्न और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं से बचाव में मदद मिलती है। यह आपको नींद के दौरान खर्राटों की समस्या से भी बचाता है।
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5. दिन में न सोएं
गर्मियों के मौसम को छोड़कर आयुर्वेद किसी भी मौसम में दिन या दोपहर में सोने का सुझाव नहीं देता है। क्योंकि इससे शरीर में कफ और पित्त का संतुलन बिगड़ता है। अगर आप दोपहर में सोते हैं, तो इससे रात में आपको नींद न आने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
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