सीने में दर्द (Chest Pain) एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है, जो कई कारणों से हो सकती है। यह दर्द कभी-कभी दिल से संबंधित होता है, लेकिन हमेशा ऐसा नहीं होता। कभी-कभी एसिडिटी, मांसपेशियों में तनाव, गैस, फेफड़ों की समस्याओं, या अन्य शारीरिक स्थितियों के कारण भी छाती में दर्द महसूस हो सकता है। आयुर्वेद में प्राकृतिक जड़ी-बूटियों और उपचारों का उपयोग करके छाती के दर्द को कम किया (Ayurvedic Herbs To Prevent Or Cure Heart pain) जाता है। आयुर्वेद में संतुलन और शांति पर जोर दिया जाता है, जिससे व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक स्थिति संतुलित रहती है। इस लेख में वेव क्योर सेंटर के नैचुरोपैथी विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉ एक के पाठक से जानते हैं कि सीने के दर्द को किन आयुर्वेदिक उपायों से ठीक किया जा सकता हैं।
आयुर्वेद में छाती के दर्द को दूर करने के लिए आयुर्वेदिक उपाय - Ayurvedic remedies to get relief from chest pain in Hindi
अदरक और शहद - Ginger and Honey For Chest Pain
अदरक एक उत्कृष्ट जड़ी-बूटी है जो अपने सूजन-रोधी गुणों के लिए प्रसिद्ध है। यह न केवल पाचन को सुधारता है बल्कि छाती में दर्द का कारण बनने वाली एसिडिटी और गैस (Acidity And Gas) को भी कम करता है। इसके लिए आप अदरक के करीब आधा चम्मच रस में एक चम्मच शहद मिलाकर पी सकते हैं। इससे छाती की जलन में आराम मिलता है।
तुलसी के पत्ते - Tulsi Leaves For Chest Pain
तुलसी में एंटीऑक्सिडेंट और सूजन को कम करने वाले गुण होते हैं। यह रेस्पिरेटरी सिस्टम को साफ (Clear Respiratory System) करती है और फेफड़ों की समस्याओं से होने वाले छाती के दर्द में राहत प्रदान करताी है। इसके लिए आप तुलसी के 6 से 7 पत्तों को चबाएं, या आप तुलसी के पत्तों को पीसकर उसमें शहद मिलाकर ले सकते हैं। इससे सांस लेने में होने वाली परेशानी दूर होती है।
लहसुन - Garlic For Chest Pain
लहसुन को एक प्राकृतिक हार्ट टॉनिक के रूप में जाना जाता है। यह नसों को साफ करता है और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है, जिससे हृदय से संबंधित समस्याओं के कारण होने वाले छाती के दर्द में राहत (Relief Chest Pain) मिलती है। इसके लिए आप लहसुन की 2 से 3 कलियों को खाली पेट खाना चाहिए। यह दूध में उबालकर लेनी चाहिए।
अजवाइन - Carom Seeds For Chest Pain
अजवाइन को छाती में दर्द और पाचन संबंधी समस्याओं के लिए एक प्रभावी उपचार माना जाता है। इसका उपयोग गैस और अपच के कारण होने वाले छाती के दर्द को कम करने के लिए किया जाता है। इसके लिए आप करीब एक चम्मच अजवाइन को गर्म पानी के साथ ले सकते हैं। इसके अलावा, अजवाइन का तेल बनाकर उससे सीने में मालिश करें।
मुलेठी - Licorice Root For Chest Pain
मुलेठी का उपयोग रेस्पिरेटरी सिसट्म के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है। यह गले और छाती के संक्रमण से राहत दिलाने में सहायक है और छाती में दर्द (Licorice benefits to reduce chest pain) को कम करता है। आप मुलेठी को चाय की तरह उबालकर पी सकते हैं।
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Ayurvedic Remedies For Chest Pain: आयुर्वेदिक उपचार छाती के दर्द से राहत पाने के लिए एक प्राकृतिक और सुरक्षित तरीका है। यह शरीर के आंतरिक संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है और दर्द का कारण बनने वाली समस्याओं को जड़ से खत्म करता है। हालांकि, यदि छाती का दर्द लंबे समय तक बना रहे, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें, क्योंकि यह किसी गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकता है।