Ayurvedic Remedies For Nausea: जी मिचलाने की समस्या वैसे, तो काफी आम है। लेकिन यह होने पर व्यक्ति का मूड खराब हो जाता है। यह समस्या कभी भी हो सकती है। लेकिन खासकर लंबी यात्रा के बाद, नाव की सवारी, पेट में फ्लू या बाहर का खाने की वजह से भी जी मिचलाने की समस्या हो सकती हैं। कई बार जी मिचलाने के दौरान घबराहट के साथ व्यक्ति को उल्टी की समस्या भी हो जाती है। जी मिचलाने की समस्या होने पर न, तो व्यक्ति कुछ खा सकता है और न ही कुछ पी सकता है। जी मिचलाने की समस्या का अगर इलाज न किया जाएं, तो व्यक्ति को उल्टी के साथ शरीर में पानी की कमी भी हो सकती है। जी मिचलाने की समस्या पर व्यक्ति कई बार दवाई या चूर्ण का सेवन करते हैं। लेकिन कई बार इन चीजों के सेवन से जल्दी आराम नहीं मिलता है। ऐसे में जी मिचलाने की समस्या को दूर करने के लिए इन आयुर्वेदिक उपायों की मदद ली जा सकती हैं। यह उपाय करने से जी मिचलाने की समस्या से जल्दी राहत मिलेगी। इन आयुर्वेदिक उपायों के बारे में जानने के लिए हमने बात की सुधा क्लीनिक के आयुर्वेदिक डॉक्टर अलका शर्मा से।
अदरक
अदरक मतली, पेट दर्द और सूजन सहित पेट से संबंधित कई परेशानियों को आसानी से ठीक करती हैं। अदरक खाना पचाने में मदद करने के साथ पेट की जलन को भी शांत करता है। इसके सेवन से जी मिचलाने की समस्या से राहत मिलती है। इसकी चाय या खाने में मिलाकर इसका सेवन किया जा सकता है।
कैमोमाइल चाय
कैमोमाइल चाय शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होती है। सफेद फूलों से बनी यह चाय पीने से कई बीमारियों को दूर करती हैं। कैमोमाइल चाय पेट दर्द, मतली गैस और पेट की सूजन से राहत देती है। इस चाय को पीने से जी मिचलाने की समस्या दूर होने के साछ उल्टी से भी छुटकारा मिलता है।
दालचीनी
दालचीनी एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एनाल्जेसिक गुण से भरपूर होती हैं। इसके सेवन से पेट साफ होने के साथ मतली का कारण बनने वाली गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्या से भी छुटकारा मिलता है। दालचीनी के सेवन से यह पाचन तंत्र मजबूत होने के साथ सूजन से भी राहत मिलती है। इसका सेवन करने के लिए 1 कप पानी में 1/4 चम्मच दालचीनी पाउडर को 2 से 3 मिनट के लिए उबालें। उसके बाद इस पानी को छानकर पिएं।
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पुदीना
पुदीना के सेवन से पेट संबंधी कई समस्याओं से राहत मिलती है। पुदीना खाने पचाने में मदद करने के साथ मांसपेशियों को आराम देता है। इसके सेवन से जी मिचलाने की समस्या से राहत पाने के साथ उल्टी की समस्या भी दूर होती है। इसके पत्तों को सूंघने से जी मिचलाने की समस्या से राहत मिलती है।
आवंले
आंवले में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से मतली, उल्टी, चक्कर आना और पाचन समस्याओं से राहत मिलती है। आंवले के सेवन से हार्मोन को नियंत्रित करने में मदद मिलती है और पाचन एंजाइमों भी संतुलित रहते है। आंवले को डाइट में शामिल करने के लिए इसकी सब्जी,जूस या अचार बनाकर खाया जा सकता है।
जी मिचलाने की समस्या से राहत पाने के लिए इन उपायों की मदद ली जा सकती हैं। हालांकि, अगर आपको कोई बीमारी या एलर्जी की समस्या हैं, तो डॉक्टर से पूछकर ही इन उपायों को फॉलो करें।
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