Doctor Verified

Stomatitis: मुंह में सूजन और छालों की समस्या से राहत पाने के लिए अपनाएं ये 5 आयुर्वेदिक उपाय

स्टोमेटाइटिस, मुंह में अल्सर होने की एक समस्या है, जिससे राहत पाने के लिए आप आयुर्वेदिक उपायों को ट्राई कर सकते हैं। 
  • SHARE
  • FOLLOW
Stomatitis: मुंह में सूजन और छालों की समस्या से राहत पाने के लिए अपनाएं ये 5 आयुर्वेदिक उपाय


मुंह में छाले होने के कारण खाने और पीने में ही समस्या नहीं होती है, बल्कि आपको बोलने में भी काफी तकलीफ होती है। स्टोमेटाइटिस (मुंह का अल्सर), मुंह में छाले होने की एक ऐसी स्थिति है, जिसमें मुंह के अंदरूनी हिस्से में सूजन, रेडनेस और जलन की समस्या हो सकती है। कई मामलों में ये समस्या जीभ, मसूड़ों, होथ और गाले में छाले की समस्या भी फैल सकती है। स्टोमेटाइटिस का इलाज समय पर न करने पर यह समस्या गंभीर हो सकती है, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। आयुर्वेद में मुंह के छालों को मुखपाक के नाम से जाना जाता है, जो कैफीन के ज्यादा सेवन, स्मोकिंग, विटामिन बी12 की कमी, फोलिक एसिड की कमी, आईबीएस, तनाव, अत्यधिक दवा का सेवन, मसालेदार या नमकीन खाद्य पदार्थ खाने के कारण आजकल ये समस्या होना काफी आम है। ऐसे में आइए आयुर्वेदिक डॉ. दीक्सा भावसार सावलिया से जानते हैं कि स्टोमेटाइटिस की समस्या से राहत पाने के लिए किन आयुर्वेदिक उपायों को आजमाना चाहिए?

मुंह के छालों को ठीक करने का आयुर्वेदिक इलाज

घी 

रात को सोने से पहले अपनी जीभ पर या थालों पर 1 चम्मच घी में एक चुटकी हल्दी मिलाकर लगाने से अल्सर के कारण होने वाली सूजन को कम करने में मदद मिलती है और घाव जल्दी भरता है। घी छालों को शांत करता है और हल्दी के एंटीसेप्टिक गुण इसे तेजी से ठीक करने में मदद करते हैं। आप इसे लगातार 3 या 4 दिन अपने छालों पर लगाएं। 

इसे भी पढ़ें: मुंह के छालों का कारण है शरीर में गर्मी और पित्त बढ़ना, जानें आयुर्वेद के अनुसार 3 आसान उपचार 

छाछ 

मुंह के अल्सर से राहत पाने के लिए छाछ एक अच्छा विकल्प है। आपक दिन में दो बार 5 से 10 मिनट तक छाछ से गरारे या कुल्ला करें, ऐसा करने से मुंह के छालों से राहत मिलती है। छाछ में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो मुंह के स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकते हैं और अल्सर को कम कर सकते हैं।

इसे भी पढ़ें: मुंह के छालों को दूर करना है तो इस तरह करें आंवला का सेवन, चंद दिनों में दिखेगा असर 

अमरूद के पत्ते 

अमरूद के ताजे पत्ते चबाने या अमरूद के पत्तों के काढ़े (पानी में पत्तियों को उबालकर) से गरारे करने से मुंह के छालों को कम करने में मदद मिलती है। अमरूद के पत्ते अपने सूजनरोधी और रोगाणुरोधी गुणों के लिए जाने जाते हैं, जो छालों को शांत करते हैं और उन्हें ठीक करते हैं।

 

 

 

View this post on Instagram

A post shared by Varalakshmi Yanamandra (@drvaraayurveda)

ये उपाय स्टोमेटाइटिस की समस्या को कंट्रोल करने के लिए नेचुरल आयुर्वेदिक उपाय हैं, जो आपके ओरल हेल्थ को बेहतर रखने और मुंह के हाइड्रेशन को बेहतर रखने में मदद करता है। 

Image Credit: Freepik 

Read Next

शरीर के प्यूरिन लेवल को कम करने के लिए पिएं ये आयुर्वेदिक जूस, जानें बनाने का तरीका

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version