अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खराब खानपान के कारण ज्यादातर महिलाएं पीसीओएस यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम की समस्या से परेशान रहती हैं। आज के समय में यह समस्या आम हो चुकी है, जो महिलाओं के शरीर में हार्मोन्स के असंतुलित होने के कारण हो सकती है। इसके कारण कई बार महिलाओं को अनियमित पीरियड्स की समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है। ऐसे में इस समस्या से राहत के लिए औषधीय गुणों से भरपूर चूर्ण (ayurvedic churna for PCOS) को घर पर बनाकर इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। ऐसे में आइए नोएडा के सेक्टर-12 में स्थित, अर्चित आयुर्वेदिक क्लिनिक के डॉ अनंत त्रिपाठी से जानें पीसीओएस की समस्या से राहत के लिए आयुर्वेदिक चूर्ण को कैसे बनाएं और इसका सेवन कैसे करें?
कैसे बनाएं पीसीओएस के लिए आयुर्वेदिक चूर्ण? - How To Make Ayurvedic Powder For PCOS?
इसके लिए 1 चम्मच शतावरी चूर्ण, 1 चम्मच अशोक की छाल का चूर्ण, आधा चम्मच त्रिफला चूर्ण और 1/4 चम्मच दालचीनी के पाउडर को अच्छे से मिला लें और एक कंटेनर में स्टोर कर लें। अब इस 1 चम्मच इस मिश्रण का 1 गिलास गुनगुने पानी या शहद के साथ रोज सुबह खाली पेट इसका सेवन करें। इससे स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं।
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शतावरी, अशोक की छाल, त्रिफला और दालचीनी से मिलने वाले फायदे - Benefits Of Shatavari, Ashoka Bark, Triphala And Cinnamon In Hindi
त्रिफला का चूर्ण
औषधीय गुणों से भरपूर त्रिफला के चूर्ण पीसीओएस की समस्या से राहत देने में मदद मिलती है। इससे शरीर को डिटॉक्स करने और पाचन में सुधार करने में मदद मिलती है, जिससे स्वास्थ्य बेहतर होता है।
शतावरी पाउडर
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों में से एक शतावरी में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं। इससे हार्मोन्स को बैलेंस करने में मदद मिलती है, जिससे रिप्रोडक्टिव हेल्थ में सुधार करने और पीसीओएस की समस्या में सुधार करने में मदद मिलती है। यह स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
अशोक की छाल
औषधीय गुणों से भरपूर अशोक की छाल में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं। ऐसे में इसका सेवन करने से पीसीओएस के कारण अनियमित पीरियड्स की समस्या से राहत देने में मदद मिलती है।
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दालचीनी पाउडर
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों में से एक दालचीनी में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं। इससे पीसीओएस के कारण शरीर में होने वाली इंसुलिन सेंसिटिविटी को बेहतर करने और वजन को नियंत्रित करने में मदद मिलती है, जो यह स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
शहद
शहद में एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं। ऐसे में शहद से पीसीओएस की समस्या और इसके कारण शरीर में आने वाली सूजन की समस्या से राहत देने में मदद मिलती है।
आयुर्वेदिक चूर्ण के फायदे - Benefits of Ayurvedic Churna In Hindi
औषधीय गुणों से भरपूर इस आयुर्वेदिक चूर्ण में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं। ऐसे में इसका सेवन करने से पीसीओएस की समस्या और इसके कारण होने वाली समस्याओं से राहत देने में मदद मिलती है।
- आयुर्वेदिक चूर्ण को खाने से हार्मोन्स को संतुलित करने में मदद मिलती है।
- इससे अनियमित पीरियड्स की समस्या से राहत देने में मदद मिलती है।
- इस चूर्ण का सेवन करने से शरीर में इंसुलिन के स्तर को बैलेंस करने में मदद मिलती है।
- इस चूर्ण का सेवन करने से पीसीओएस के कारण वजन बढ़ने की समस्या से राहत देने में मदद मिलती है।
- आयुर्वेदिक चूर्ण का सेवन करने से शरीर को डिटॉक्स करने बालों और स्किन को हेल्दी रखने में मदद मिलती है।
सावधानियां
पीसीओएस की समस्या से राहत के लिए आयुर्वेदिक चूर्ण के अलावा, साबुत अनाज, फल और हरी सब्जियों जैसे संतुलित आहार लें, योग और प्राणायाम करें। इसके अलावा, प्रोसेस्ड फूड और चीनी के सेवन से बचें।
निष्कर्ष
पीसीओएस की समस्या से राहत के लिए महिलाएं शतावरी पाउडर, अशोक की छाल के पाउडर, त्रिफला का चूर्ण और दालचीनी पाउडर से बने आयुर्वेदिक चूर्ण का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा, इस समस्या से राहत के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो करें।
ध्यान रहे, इस चूर्ण से किसी भी तरह की परेशानी या एलर्जी होने पर इसके सेवन से बचें। वहीं, पीसीओएस के कारण होने वाली समस्याएं बढ़ने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें।