मेनोपॉज में हॉट फ्लैशेज से हैं परेशान? इन 5 आयुर्वेदिक हर्ब्स से मिल सकती है राहत

Ayurvedic Herbs For Menopausal Hot Flashes: मेनोपॉज में हॉट फ्लैशेज की समस्या से राहत पाने के लिए आप कुछ आयुर्वेदिक हर्ब्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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मेनोपॉज में हॉट फ्लैशेज से हैं परेशान? इन 5 आयुर्वेदिक हर्ब्स से मिल सकती है राहत


Ayurvedic Herbs For Menopausal Hot Flashes In Hindi: मेनोपॉज या रजोनिवृत्ति महिलाओं में होने वाली एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। यह एक ऐसी अवस्था है, जिसमें महिलाओं को पीरियड्स आना बंद हो जाते हैं।  ज्यादातर महिलाओं में यह 45 से 50 वर्ष की आयु के आस-पास शुरू होता है। मेनोपॉज के दौरान महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिसकी वजह से उन्हें कई शारीरिक और मानसिक बदलावों का सामना करना पड़ता है। मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को मूड स्विंग, तनाव, कमजोरी, थकान, मांसपेशियों में दर्द, वजाइनल ड्राइनेस, वजन बढ़ना और हेयर फॉल जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मेनोपॉज के दौरान हॉट फ्लैशेज की समस्या होना काफी सामान्य है। दरअसल, मेनोपॉज के दौरान शरीर में एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरॉन हार्मोन घटने लगता है। इसकी वजह से शरीर में अचानक गर्माहट होने लगती है, जिसे हॉट फ्लैश कहते हैं। इसके कारण चेहरे, गर्दन और छाती पर गर्मी महसूस होती है और बहुत अधिक पसीना आने लगता है। हॉट फ्लैशेज के कारण त्वचा लाल हो जाती है और फोड़े-फुंसी भी निकल सकते हैं। इसके बाद अचानक से बहुत ज्यादा ठंड भी लगने लगती है। अगर आप भी हॉट फ्लैशेज की समस्या से परेशान हैं, तो इस समस्या से राहत पाने के लिए कुछ आयुर्वेदिक हर्ब्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। आज इस लेख में डॉ रितु चड्ढा से जानेंगे हॉट फ्लैशेज को ठीक करने के लिए आयुर्वेदिक हर्ब्स -

मेनोपॉज में हॉट फ्लैशेज से राहत पाने के लिए आयुर्वेदिक हर्ब्स - Ayurvedic Herbs For Hot Flashes During Menopause In Hindi

शतावरी

शतावरी महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद होती है। आयुर्वेद में मेनोपॉज के दौरान होने वाली परेशानियों को दूर करे के लिए शतावरी का इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा है। यह हार्मोनल असंतुलन को नियंत्रित करने में मदद करती है। साथ ही, पित्त और वात दोष को कम करने में भी लाभकारी होती है। हॉट फ्लैशेज की समस्या से राहत पाने के लिए आप शतावरी चूर्ण या कैप्सूल का सेवन दूध के साथ करें।

मुलेठी 

मेनोपॉज के दौरान हॉट फ्लैशेज की समस्या से राहत पाने के लिए आप मुलेठी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो त्वचा की सूजन और जलन को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही, यह पेट में दर्द, ऐंठन और मितली की समस्या को दूर करने में भी प्रभावी होती है। इसके लिए आप मुलेठी पाउडर का सेवन पानी के साथ करें। आप चाहें तो मुलेठी की चाय भी पी सकते हैं।

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एलोवेरा 

एलोवेरा में कूलिंग प्रॉपर्टीज होती हैं, जिसकी वजह से यह हॉट फ्लैशेज की समस्या में लाभकारी साबित हो सकता है। एलोवेरा त्वचा की जलन और सूजन को दूर करता है। साथ ही, स्किन इर्रिटेशन से भी राहत दिलाता है। इससे मेनोपॉज के दौरान होने वाले मुंहासों और चकत्तों को छुटकारा मिल सकता है। इसके लिए आप सुबह खाली पेट ताजे एलोवेरा जूस का सेवन करें।

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नागकेसर 

मेनोपॉज के दौरान हॉट फ्लैशेज की समस्या को दूर करने में नागकेसर भी एक प्रभावी जड़ी-बूटी है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो त्वचा की जलन और सूजन को कम करते हैं। कई महिलाओं को मेनोपॉज के दौरान थकान और सिरदर्द की समस्या भी होती है। इन समस्याओं से निपटने में भी नागकेसर काफी प्रभावी है।

पुदीना 

मेनोपॉज में हॉट फ्लैशेज की समस्या को ठीक करने के लिए आप पुदीने का इस्तेमाल कर सकते हैं। दरअसल, पुदीने की तासीर ठंडी होती है, इसलिए यह शरीर के तापमान को कम करने में मदद करता है। इसका प्रयोग करने के लिए एक सूती कपड़े में कुछ बूंदें पुदीने की तेल की डालें। अब इसे अपनी नाक के पास ले जाकर सूंघें। इससे आपको काफी लाभ मिलेगा।

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मेनोपॉज के दौरान हॉट फ्लैशेज की समस्या से राहत पाने के लिए आप इन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का उपयोग कर सकते हैं। हालांकि, किसी भी जड़ी-बूटी का इस्तेमाल करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

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