Yoga Poses For Menopause Symptoms In Hindi: मेनोपॉज या रजोनिवृत्ति महिलाओं में होने वाली एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। ज्यादातर महिलाओं में यह 45 से 50 वर्ष की आयु के आस-पास शुरू होता है। लेकिन कई बार यह 40 साल की उम्र में भी हो सकता है, जिसे प्रीमैच्योर या अर्ली मेनोपॉज कहा जाता है। मेनोपॉज उम्र का एक ऐसा पड़ाव होता है, जब महिलाओं को पीरियड्स आना बंद हो जाते हैं। मेनोपॉज के बाद महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिसकी वजह से उन्हें कई शारीरिक और मानसिक बदलावों का सामना करना पड़ता है। मेनोपॉज के बाद महिलाओं को मूड स्विंग, हॉट फ्लैशेज, तनाव, कमजोरी, थकान, मांसपेशियों में दर्द और वजाइनल ड्राइनेस जैसे लक्षणों का सामना करना पड़ता है। कई महिलाओं का वजन मेनोपॉज के बाद तेजी से बढ़ने लगता है। वहीं, कुछ महिलाओं को हेयर फॉल और स्किन से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं। नियमित योग के अभ्यास से इन सभी समस्याओं को कम किया जा सकता है। इस लेख में न्यूट्रिशनिस्ट और योग शिक्षक जूही कपूर से जानेंगे ऐसे 4 योगासन के बारे में, जो काफी हद तक मेनोपॉज की समस्याओं से निपटने में आपकी मदद करेंगे-
1. सुखासन
सुखासन तन और मन दोनों को शांत करने में मदद करता है। यह योगासन मेनोपॉज की समस्याओं को कम करने में मददगार होता है। इसके नियमित अभ्यास से मूड स्विंग और तनाव को कंट्रोल किया जा सकता है। इसको करने से मांसपेशियां मजबूत होती हैं और जोड़ों के दर्द से भी राहत मिलती है।
सुखासन करने का तरीका
- इस आसन को करने के लिए आप सबसे पहले जमीन पर योग मैट बिछाकर बैठ जाएं।
- अपनी पीठ को सीधा रखें और अपनी आंखों को बंद कर लें।
- अब अपनी हथेलियों को अपने घुटनों पर रखें और गहरी सांस लें।
- कुछ देर इसी अवस्था में रहें। इस दौरान सांस लेते और छोड़ते रहें।
- इसके बाद आप धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में आ सकते हैं।
2. ताड़ासन
ताड़ासन के अभ्यास से मेनोपॉज की समस्याओं को कम करने में मदद मिल सकती है। इस आसान को करने से मांसपेशियों में खिंचाव पैदा होता है, जिससे आपके पैर मजबूत बन सकते हैं। यह आसान पेट और पेल्विक एरिया को मजबूत करने में भी मदद करता है।
ताड़ासन करने का तरीका
- इस योगासन को करने के लिए सबसे पहले जमीन पर सीधे खड़े हो जाएं। अपने हाथों को शरीर के बगल में रखें।
- अब अपने हाथों को सिर के ऊपर उठाएं और उंगलियों को इंटरलॉक कर लें।
- इसके बाद अपनी एड़ियों को ऊपर उठाएं।
- इस दौरान जितना हो सके स्ट्रेच करें।
- 10-15 सेकेंड तक इस मुद्रा में रहें। फिर धीरे-धीरे अपने पैरों को नीचे लाएं।
- इसके बाद सांस छोड़ते हुए सामान्य स्थिति में आ जाएं।
- आप इस आसन को 3-5 बार कर सकते हैं।

3. उत्तानासन
अगर मेनोपॉज के बाद आपके बाल झड़ने लगे हैं, तो आपको उत्तानासन का अभ्यास करना चाहिए। इससे सिर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे हेयर फॉल बंद हो सकता है। यह योगासन दिमाग को शांत कर सकता है और तनाव को भी दूर कर सकता है। इसके नियमित अभ्यास से पेट से जुड़ी समस्याओं से राहत मिल सकती है।
उत्तानासन करने का तरीका
- इस आसान को करने के लिए योग मैट पर सीधे खड़े हो जाएं।
- अपने दोनों पैरों को पास में लेकर आएं।
- अब लंबी-गहरी सांस लें और हाथाें काे सिर से ऊपर की तरफ ले जाएं।
- सांस छाेड़ते हुए हाथाें काे नीचे की तरफ लाएं।
- अब हाथाें से पैराें के अंगूठे काे छूने की काेशिश करें।
- इस दौरान आपके पैर घुटनाें से मुड़ने नहीं चाहिए।
- कुछ देर इस अवस्था में रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं।
- आप इस प्रक्रिया काे 3-5 बार दाेहरा सकते हैं।

4. सर्वांगासन
यह आसान हार्मोनल परिवर्तन के कारण होने वाले मूड स्विंग को कम करने में मदद करता है। इसके नियमित अभ्यास से दिमाग शांत होता है और तनाव दूर होता है। यह आसान आपके कई शारीरिक और मानसिक विकारों को दूर कर सकता है।
सर्वांगासन करने का तरीका
- इस आसान को करने के लिए सबसे पहले याेगा मैट पर पीठ के बल एकदम सीधे लेट जाएं।
- अब अपने पैराें काे धीरे-धीरे 90 डिग्री तक ऊपर उठाएं।
- सिर काे आगे लाते हुए ठाेड़ी काे सीने से सटा लें।
- अपने हाथाें से कमर काे दाेनाें तरफ से सहारा दें।
- 20-30 सेकेंड तक इस अवस्था में रहने के बाद सामान्य अवस्था में आ जाएं।
- इसके बाद आप इस आसान काे 3-5 बार दाेबारा कर सकते हैं।